सूजन और संक्रमण के खिलाफ शरीर को दें Anti Inflammatory Diet की सुरक्षा कवच
Anti Inflammatory Diet, 9 anti-inflammatory diet for changing seasons, get relief from joint pain : मौसम सर्दी में गर्मी का अहसास करा रहा है। यह स्थिति स्वास्थ्य के लिए कई तरह की चुनौतियां पेश कर सकता है। खासकर जिन लोगों को जोडों में दर्द (Joint Pain) या किसी तरह की क्रोनिक पेन (Chronic Pain) की समस्या है, उनके लिए मौसम का यह उतार-चढाव (weather fluctuations) परेशानी का सबब बन सकता है।
ऐसे में यह जरूरी है कि अभी से ही कुछ जरूरी कदम उठाए जाएं ताकि जोडों का दर्द (Joint Pain) तेज न हो और संक्रमण (Infection) से भी शरीर को सुरक्षा मिल सके। हम यहां आपको 9 ऐसे आहार (9 anti inflammatory diet) बता रहे हैं, जो उतार-चढाव वाले इस मौसम में आपके संपूर्ण स्वास्थ्य की सुरक्षा (overall health protection) में विशेष भूमिका निभा सकता है।
ये हैं 9 सूजन रोधी आहार These are 9 anti-inflammatory Diet
लहसुन (Garlic)
लहसुन में एलिसिन (Allicin) नामक तत्व होता है। यह भी एक सूजनरोधी (anti inflammatory diet ) गुणों वाला तत्व है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) को शक्ति प्रदान करता है। लहसुन के उपयोग (Uses of Garlic) से मौसमी फ्लू (Seasonal Flu) जैसे संक्रमण (Infection) होने के आसार भी कम हो जाते हैं। भुना हुआ लहसुन अगर मधु (honey) के साथ लिया जाए तो यह जोडों के दर्द (joint pain) में लाभ देने के साथ प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत करने में सहायता कर सकता है।

अदरक (Ginger)
अदरक में कई तरह के गुणकारी तत्व पाए जाते हैं। मौसमी संक्रमण (Seasonal infections) हो या सूजन के कारण दर्द (Pain due to inflammation) हो रहा हो, अदरक के इस्तेमाल (Uses of Ginger) से इन दोनों तरह की समस्या में राहत मिल सकती है।
इसमें सूजन रोधी तत्व (anti-inflammatory diet) होते हैं। साथ ही यह पाचन (Digestion) के लिहाज से भी अच्छा माना जाता है। अदरक के इस्तेमाल के दौरान यह ध्यान रखना चाहिए कि इसका प्रयोग सीमित मात्रा में करने से ही लाभ लिया जा सकता है।
अत्यधिक मात्रा में अदरक के प्रयोग से फायदे के बदले नुकसान भी हो सकता है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के मुताबिक ज्यादा मात्रा में अदरक का सेवन करने से कब्ज (Constipation) की समस्या हो सकती है। इसके अलावा पेट में गर्मी (warmth in stomach) भी परेशान कर सकती है। जिन लोगों को बवासीर (piles) की समस्या है, उन्हें अदरक के सेवन से बचना चाहिए।
हल्दी (Turmeric)
हल्दी में करक्यूमिन (Curcumin) की मात्रा होती है। जो सूजन के खिलाफ दवा (Medicine against inflammation) की तरह काम करती है। हल्दी अपने शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidants) और हीलिंग प्रोपर्टीज (Healing Properties) की वजह से संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभदायक (Beneficial for overall health) माना जाता है।
इसलिए कम से कम एक बार इस बदलते हुए मौसम में हल्दी वाला दूध (Turmeric Milk)जरूर पीना जारी रखें। सूजन (Anti Inflammatory Diet) के अलावा यह सर्दी-जुकाम (Cold and cough) जैसी मौसमी बीमारियों (seasonal diseases) के खिलाफ भी आपको प्रतिरोधी शक्ति (resistance power) प्रदान कर सकता है।
ग्रीन टी (Green Tea)
ग्रीन टी सेहत के लिहाज से बेहद उपयोगी माना जाता है। इसमें मौजूद कैटेचिन (Catechin) सूजन की समस्या (Inflammation problems) के लिए फायदेमंद होता है। वहीं अपच और अजीर्ण (Indigestion and dyspepsia) जैसी समस्याओं में भी ग्रीन टी के इस्तेमाल (Uses of Green Tea) से राहत मिल सकती है। इसकी सबसे बडी खासियत यह है कि यह वेट मैनेजमेंट (Weight Management) के लिहाज से एक बेहतर विकल्प है।
विटामिन सी युक्त फल (Vitamin C rich fruits)
जब मौसम बदलता है, तब शरीर प्राकृतिक रूप से बीमारियों और संक्रमण (Infection) के प्रति संवेदनशील (Sensitive) हो जाता है। ऐसी स्थिति में संक्रमण या किसी तरह की मौसमी बीमारियों (seasonal diseases) की चपेट में आने का खतरा अधिक हो जाता है।
ऐस में विटामिन सी युक्त फलों का सेवन (Consumption of Vitamin C rich fruits) आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है। ऐसे मौसम में संतरा, नींबू, गागर नींबू या सिट्रिक फलों के सेवन (Citric Fruit Consumption) से शरीर में विटामिन सी के स्तर (Vitamin C Levels) को बनाए रखा जा सकता है।
जिससे मौसमी संक्रमण आपसे दूर रहेगा और आपके लिवर और किडनी जैसे अंगों की कार्यप्रणाली में भी तेजी आएगी। केवल इतना ही नहीं आपकी त्वचा (Skin) के लिए भी यह खट्टे फल (Citrus Fruits) बेहद लाभदायक होते हैां इन्हें आहार में शामिल करने से त्वचा स्वस्थ्य और चमकदार रहती है।
प्याज (Onion)
प्याज में केरसेटिन (Quercetin) नामक तत्व सबसे अधिक पाया जाता है। सूजन रोधी (anti inflammatory diet) होने के साथ प्याज हृदय के लिए भी औषधि की भूमिका निभाता है। इसके अलावा प्याज में पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट (Powerful Antioxidant) होते हैं। इसकी सबसे बडी विशेषता यह है कि इसमें कैंसर रोधी तत्व (anti cancer element) भी होते हैं। आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सकों के मुताबिक गर्मी के मौसम में प्याज खाने से लू (Heatwave) नहीं लगती है।
Anti Inflammatory Diet : हरी पत्तेदार सब्जियां (Green leafy vegetables)

हरी पत्तेदार सब्जियों का उपयोग (Use of green leafy vegetables) करना संपूर्ण स्वास्थ्य (Overall Health) के लिहाज से अच्छा होता है। इनमें कई आवश्यक पोषक तत्व (Essential Nutrients) होते हैं जो शरीर को माइक्रो लेवल (Micro Level) पर पोषण प्रदान करते हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंट गुण (Antioxidant Properties) होने के साथ भरपूर मात्रा में मिनरल्स (Minerals) की मौजूदगी होती है। जिससे सूजन (inflammation) से मुकाबला करने में मदद मिलती है। जिन्हें कब्ज की समस्या है, उनके लिए यह हरी पत्तेदार सब्जियां किसी औषधि से कम नहीं होता। यह आंतों को भी स्वस्थ्य रखने में मदद करता है।
टमाटर (Tomato)
टमाटर (Anti Inflammatory Diet) में मौजूद लाइकोपीन (Lycopene) नाम का तत्व सूजन को कम करने में मदद करता है। टमाटर के प्रयोग (uses of tomato) से त्वचा को भी हेल्दी रखने में मदद मिलती है। साथ ही यह ऊर्जा के लिहाज से भी एक अच्छी सब्जी साबित होती है।
सूखे मेवे और बीज (Dried fruits and seeds)
यह आहार आप केवल बदलते हुए मौसम ही नहीं बल्कि हर तरह के मौसम में ले सकते हैं। ड्राई फ्रूट्स और सीड्स के सेवन (Consumption of dry fruits and seeds) से शरीर में ओमेगा फैटी एसिड (Omega Fatty Acids) की जरूरत पूरी होती है।
जिससे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली (brain function) बेहतर होती है। सूजन कम करने में भी यह आहार (anti inflammatory diet) उपयोगी साबित होता है। वहीं हृदय के स्वास्थ्य (heart health) के लिए भी इनका नियमित सेवन फायदेमंद होता है।