Digital Health वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों का हल
मुंबई।टीम डिजिटल : डिजिटल हेल्थ (Digital Health) एसोसिएट्स द्वारा आयोजित ग्लोबल डिजिटल हेल्थ समिट 2023 हाल ही में संपन्न हुआ। इसमें डिजिटल नवाचार के माध्यम से स्वास्थ्य देखभाल परिदृश्य को बदलने के लिए तैयार पहलों की एक गतिशील श्रृंखला का अनावरण किया गया। इस कार्यक्रम में आज तेजी से विकसित हो रहे डिजिटल हेल्थकेयर क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और स्टार्ट-अप के
प्रतिनिधियों ने संबोधित किया।
बाल मृत्युदर पर चिंता

इस अवसर पर बोलते हुए, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डिजिटल स्वास्थ्य (Digital Health) और नवाचार विभाग के निदेशक डॉ. एलेन लैब्रिक ने कहा कि कई वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल मुद्दों को डिजिटल स्वास्थ्य देखभाल उपकरणों का उपयोग करके और राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य रणनीति का खाका तैयार करके हल किया जा सकता है। डॉ. लैब्रिक ने बांग्लादेश का उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ देशों में बाल मृत्यु दर 30 प्रतिशत तक है। “जिसका मतलब है कि प्रत्येक 1000 बच्चों में से लगभग 300 बच्चों की मौत हो जाती है। यह हर दिन एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बराबर है। इस तरह की घटनाएं कभी रिपोर्ट नहीं की जाती है।
उन्होंने बताया कि पिछले 20 वर्षों से डब्ल्यूएचओ ने सरकारों को व्यापक अर्थों में डिजिटल तकनीक में मदद करने के लिए आगे बढाने की कोशिश की है। “हम उन्हें राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य देखभाल रणनीति बनाने में मदद करने के लिए मार्गदर्शन और दिशानिर्देशों में मदद करते हैं। हम अपने सभी 194 सदस्य देशों को एक-दूसरे की सफलताओं और विफलताओं से सीखने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं।
शिखर सम्मेलन की कार्यवाही में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल सहित प्रभावशाली हस्तियों ने हिस्सा लिया। जिन्होंने भारत के संपन्न स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र और वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल चुनौतियों का समाधान करने की इसकी क्षमता को रेखांकित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सार्वभौमिक स्वास्थ्य देखभाल पहुंच के दृष्टिकोण को प्राप्त करने में डिजिटल स्वास्थ्य सेवा की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
Also Read : हेल्थ रिपोर्ट 2022 : हेल्थ के मामले में दुनिया में किस तरह की रही हलचल
भारत दुनिया का तीसरा संपन्न स्टार्ट-अप इकोसिस्टम
“भारत में एक संपन्न स्टार्ट-अप इकोसिस्टम है, जो दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा इकोसिस्टम है। जिसमें वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल चुनौतियों से निपटने की अपार क्षमता है। डिजिटल स्वास्थ्य सेवा का उदय स्वास्थ्य देखभाल पहुंच संबंधी मुद्दों को आसान बनाता है। यह एक ऐसा मिशन जो सभी के लिए स्वास्थ्य देखभाल के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के साथ सहजता से मेल खाता है। उन्होंने बताया कि मशीन लर्निंग में भारी संभावनाएं हैं और यह स्वास्थ्य सेवा निदान में क्रांति ला रही है। जिससे उच्च गुणवत्ता की डिलीवरी सुनिश्चित हो रही है। उन्होंने कहा, “भारत ने दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य देखभाल बीमा योजना, आयुष्मान भारत भी लॉन्च की है जो स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक नया मानक है।”
[table “9” not found /][table “5” not found /]