रेस्तरां और होटलों से लग सकती है यह बीमारी
नई दिल्ली। फ्राइड राइस सिंड्रोम (Fried Rice Syndrome) के बारे में बहुत कम ही लोगोें ने सुना होगा लेकिन इस समस्या का अनुभव ज्यादातर लोगों ने किया होगा। फ्राइड राइस सिंड्रोम बैसिलस सेरेस (bacillus cereus) नामक जीवाणु (bacteria) के कारण होने वाली खाद्य विषाक्तता (food poisoning) है। यह जीवाणु मिट्टी में मौजूद होता है। यह जीवाणु चावल में पैदा होकर संक्रमित कर सकता है।
जब आप चावल पकाते हैं और इसे कमरे के तापमान पर छोड़ देते हैं, तो बैसिलस सेरेस नाम का यह जीवाणु चावल में पैदा हो सकता है। इसके द्वारा छोडी गई टॉक्सिक पदार्थ पेट में ऐंठन, दस्त और उल्टी जैसी समस्याएं पैदा कर सकती है।
फ्राइड राइस सिंड्रोम (Fried Rice Syndrome) से बचने के लिए पकने के बाद देर तक रखे चावल का इस्तेमाल न करें। अगर पकने के कुछ घंटों के बाद चावल का इस्तेमाल करते हैं, तो उसे अच्छी तरह से गर्म करके ही करें। इस जीवाणु का संक्रमण रेस्टोरेंट या होटलों से अधिक होने की संभावना बनी रहती है।
Fried Rice Syndrome के लक्षण
पेट में ऐंठन
पेट में ऐंठन के साथ दर्द होना शुरू हो सकता है। यह इस सिंड्रोम से पीडित होने का सबसे बडा संकेत है।
दस्त
बैसिलस सेरेस जीवाणु द्वारा छोडे गए विषाक्त पदार्थों के कारण इस सिंड्रोम (Fried Rice Syndrome) में दस्त जैसे लक्षण उभरते हैं। जिसके कारण सामान्य से अधिक मोशन की समस्या हो सकती है।
मतली और उल्टी
संक्रमण के कारण बेचैनी, मतली और ज्यादा गंभीर होने पर उल्टी भी हो सकती है।
हल्का बुखार
जब संक्रमण होता है, तब शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बैक्टीरिया के हमले और हानिकारक विषाक्त पदार्थ से लडने के लिए सक्रिय हो जाती है। जिसके कारण हल्का बुखार होता है।
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संक्रमण के 1 से 5 घंटों के बीच उभर सकते हैं लक्षण
इस सिंड्रोम में बैक्टीरिया संक्रमण होने के 1 से 5 घंटों के बीच लक्षण उभरने शुरू हो सकते हैं। हालांकि, अधिकतर मामलों में संक्रमण का असर एक दिन से अधिक नहीं रहता है। ज्यादातर मामलों में संक्रंमण का असर एक दिन में खत्म हो जाता है।
Fried Rice Syndrome का इलाज
गहरी सांस लेते रहे
इस संक्रमण से लडते हुए आप अपने शरीर की खुद मदद कर सकते हैं। इसके लिए कुछ अंतराल पर गहरी सांस लेते रहे। इससे प्रतिरोधक क्षमता को संक्रमण से मुकाबला करने में सहायता मिलेगी।
अधिक पानी पीएं
जब आपको दस्त और उल्टी जैसे लक्षण होते हैं, तो इससे डिहाइड्रेशन की समस्या होती है। ऐसे में ज्यादा मात्रा में पानी पिएं, सादा सूप लें, या इलेक्ट्रोलाइट (Electrolyte) पेय का सेवन करें क्योंकि ये आपको हाइड्रेटेड रहने में मदद मिलेगी।
भोजन के मामले में बरते सावधानी
इस सिंड्रोम से मुकाबला करते हुए भोजन को लेकर विशेष सावधानी बरतें। पेट को तकलीफ देने वाले खाद्य पदार्थों से बचें। शराब, सिगरेट, कॉफी, डेयरी उत्पादों, मसालेदार या चिकना भोजन खाने से बचें।
ठीक होने के बाद हल्का भोजन लें
जब संक्रमण से उबर जाएं तो हल्का भोजन लेना शुरू करें। अचानक से भारी भोजन लेने से बचें। केले, खिचडी, सेब की चटनी, नरम उबली हुई गाजर का सेवन करना सबसे सुरक्षित है। इन्हें पचने में आसानी होती है।
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