दिल्ली में डॉक्टरों ने चलो राजघाट मार्च निकाला
नई दिल्ली। डॉक्टरों (Delhi Doctors) ने अपनी मांगों को लेकर मोर्चा निकाला। इसकी वजह से स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हुई। सरकार से अपनी सुरक्षा और पहले से चली आ रही मांगों को लेकर भारी संख्या में डॉक्टर सडक पर उतर आए। डॉक्टरों ने सुबह मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से लेकर राजघाट तक पैदल मार्च किया। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) के नेतृत्व में डॉक्टरों ने ‘चलो राजघाट’ मार्च का आह्वान किया था।
दूसरे संगठनों का भी मिला समर्थन
इस मार्च में दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) के अलावा RDA, FORDA, विभिन्न विशेष समूहों और एंबुलेंस सेवाओं जैसे संगठनों के सदस्यों समेत करीब 10 हजार से अधिक डॉक्टरों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। दिल्ली में मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से लेकर राजघाट की ओर मार्च करते हुए डॉक्टरोें ने विशाला जुलूस निकला। इस दौरान दिल्ली पुलिस भी पूरी तरह से सतर्क नजर आई। पुलिस ने मार्ग में बैरिकेड्स सहित कई जरूरी बंदोबस्त किए थे। जब पुलिस ने डॉक्टरों को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने जमकर प्रदर्शन किया और विरोध में सडक पर करीब एक घंटे तक बैठे रहे।
Also Read : Delhi Police की शिविर में 55 लोगों ने किया रक्तदान
हिंसक घटनाओं से आहत हैं Delhi Doctors
डॉक्टरों का कहना है कि राजधानी दिल्ली में डॉक्टरों और हेल्थ से जुड़े लोगों के खिलाफ लगातार हिंसक घटनाएं सामने आ रही है। इस मामले में दिल्ली पुलिस से भी शिकायत की गई लेकिन ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए। डीएमए के मुताबिक, केंद्र और राज्य सरकार को इस प्रदर्शन के बारे में पहले से सूचना दी गई थी लेकिन उनकी ओर से किसी तरह की पहल नहीं की गई। जिसके बाद मजबूर होकर डॉक्टरों को विरोध-प्रदर्शन का रास्ता अपनाना पडा।
यह है डॉक्टरों की मांगे
1. स्वास्थ्य कर्मियों की हिंसा से सुरक्षा के लिए एक केंद्रीय अधिनियम का अधिनियमन
2. नर्सिंग होम पंजीकरण के लिए व्यावहारिक अग्नि सुरक्षा मानदंड का कार्यान्वयन
3. नर्सिंग होम को समर्थन देने के लिए गृह कर कारकों का समायोजन
4. चिकित्सा प्रशिक्षुओं के लिए कार्य स्थितियों में सुधार
5. उचित कैडर प्रबंधन की स्थापना और वरिष्ठता की मान्यता
6. गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (PCPNDT) अधिनयम में संशोधन
7. तृतीय पक्ष प्रशासकों (DPA) और बीमा कार्टेल द्वारा दमनकारी मूल्य निर्धारण में कटौती
8. एलोपैथिक चिकित्सा को अपमानित करने वाले विज्ञापनों पर रोक
9. स्वास्थ्य सेवाओं की डिजिटल मार्केटिंग पर प्रतिबंध लगाना