कुछ सेकेंड और कई बार कुछ मिनटों तक परेशान कर सकता है मसल्स क्रैम्प
Muscle Cramps : वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) में अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में ऑस्ट्रेलिया के धाकड ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल (Glen Maxwell) ने जो कारनामा किया है, वह क्रिकेेट के इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्द हो गया। रनों की ऐसी आतिशबाजी किसी मैच में क्रिकेट फैंश को कम ही देखने को मिलती है। उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए क्रिकेट वर्ल्ड कप में दोहरा शतक (Double century in Cricket World Cup) लगाने वाले पहले ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज (first australian batsman) बन गए।
उन्होंंने अपनी यादगार पारी से हार की कगार पर पहुंच चुकी टीम को जीत दिलाई। बल्लेबाजी के दौरान उन्हें मसल्स क्रैंप (Muscle Cramps) का भी सामना करना पडा। जिसके कारण कुछ समय के लिए वे बेहद असहज नजर आए। ग्लेन मैक्सवेल की विपरित परिस्थितियों में की गई इस बल्लेबाजी को लेकर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने सोशल प्लेट्फॉर्म एक्स पर बेेहद दिलचस्प पोस्ट शेयर की है।
उन्होंने कहा है कि ग्लेन मैक्सवेल का दर्द उनकी दवा बन गई। जिस तरह से ग्लेन मैक्सवेल मसल्स क्रैंप (Maxwell Muscle Cramp) की वजह से असहज हो गए थे। यह स्थिति किसी भी सामान्य व्यक्ति के साथ कभी भी हो सकती है। कैम्प का असर कुछ सेकेंड या कुछ मिनटों तक भी रह सकता है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि आखिर मसल्स क्रैंप क्यों होता है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है।
क्या है Muscle Cramps
अचानक ही मसल्स में ऐंठन होने के साथ असहनीय दर्द के साथ हिलना तक मुश्किल हो जाना, इस स्थिति को मसल्स क्रैंप कहते हैं। कई बार मांसपेशियों के समूह में एक साथ ही इस तरह का दर्द हो सकता है। यह समस्या कुछ सेकेंड के लिए भी हो सकती है या कई मिनटों तक भी परेशान कर सकती है। मसल क्रैम्प अधिकतर मामलों में रात के दौरान ही उभरता है। इसमें असहनीय पीडा होती है। .
क्यों होता है क्रैम्स
पानी की कमी
अगर शरीर में पानी की कमी है, तो मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है। जब शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है तब मांसपेशियों और शरीर के अंगों को सही तरीके से काम करने के लिए फ्लूइड नहीं मिल पाता। नतीजतन, क्रैंप (Muscle Cramps) की समस्या होती है।
पोटेशियम का स्तर कम होना
पोटेशियम मसल्स सेल्स और नर्वस सिस्टम को नियंत्रित करने में मुख्य भूमिका निभाता है। मसल्स के कॉन्ट्रेक्शन– एक्सपैंशन और नसों से दिमाग में सिग्नल पहुंचने की प्रक्रिया में पोटेशियम की अहम भूमिका होती है। ऐसे में जब शरीर में पोटेशियम की कमी होती है, तो मसल्स में ऐंठन होने लगती है। इस स्थिति को चिकित्सकीय भाषा में ‘हाइपोकलेमिया’ कहते हैं।
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दवाओं का दुष्प्रभाव
कुछ ऐसी दवाएं हैं, जिसके दुष्प्रभाव की वजह से मांसपेशियों में ऐंठन (Muscle Cramps) होने लगती है। अक्सर डॉक्टर की सलाह के बिना दवा लेने से इस तरह की परेशानी पैदा हो जाती है और दवा लेने वाला व्यक्ति हैरान होता है कि उसे अचानक इस तरह का दर्द क्यों होने लगा।
गलत साइज के जूते
गलत साइज या टाइट जूता या चप्पल पहनने से ब्लर्ड सर्कुलेशन बाधित होता है। इस वजह से भी मसल्स क्रैंप्स (Muscle Cramps) हो सकता है। ऐसी स्थिति होने पर तत्काल प्रभावित हिस्से पर मसाज करना चाहिए। समस्या बढने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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इस तरह ठीक कर सकते हैं मसल्स क्रैंप्स की समस्या
- पैर में होने वाले क्रैंप्स के लिए स्ट्रेचिंग कर सकते हैं।
- अगर थोडे-थोडे अंतराल पर क्रैंप्स उभर रहा हो तो विटामिन की कमी कारण हो सकती है, जिसे सप्लीमेंट लेकर दूर किया जा सकता है।
- अपने आहार में पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम की मात्रा वाले खाद्य पदार्थों को शामिल कर सकते हैं।
- मसल्स को मुलायम करने के लिए ठंडी चीज या बर्फ से सिकाई की जा सकती है।
- क्रैम्स से प्रभावित मांसपेशियों को तबतक स्ट्रेच करें, जब तक कि मसल्स की ऐंठन दूर न हो जाए।
- फूल गोभी, हरे कोलार्ड, पालक, कद्दू के बीज और आलू का सेवन बढाने से भी क्रैंप्स की समस्या से राहत मिल सकती है।