Delhi Aiims करता है संचालित
NCI Jhajjar News : हरियाणा के झज्जर में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (National Cancer Institute in Jhajjar, Haryana) विभिन्न प्रकार के कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए उम्मीद की किरण साबित हो रही है। यह विशेष रुप से आर्थिक रूप से वंचित मरीजों के लिए आशा की किरण साबित हो रहा है।
हलांकि, यह संस्थान (NCI Jhajjar) अभी पूरी क्षमता से कार्य नहीं कर रहा है लेकिन बावजूद इसके यहां आने वाले कैंसर मरीजों को गुणवत्तापूर्ण उपचार देने की कोशिश की जाती है। संस्थान ने प्रोफेसर आलोक ठाकर के नेतृत्व में एक वर्ष के भीतर पूर्ण कार्य क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है। जिसके तहत मुफ्त या मामूली शुल्क पर कैंसर के उपचार (free cancer treatment) से संबंधित कई तरह की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएगी।
NCI Jhajjar ने स्थापना दिवस मनाया
सोमवार को एनसीआई झज्जर में स्थापना दिवस समारोह (NCI Jhajjar Foundation Day) मनाया गया। इस दौरान एनसीआई परिसर की सजावट लोगों का ध्यान खींच रही थी। कैंसर के क्षेत्र में विशेषज्ञ के तौर पर स्थापित प्रोफेसर जीके रथ (Professor GK Rath) और प्रोफेसर ललित कुमार (Professor Lalit Kumar) स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर मौजूद थे। आर्थिक रूप से वंचित और कमजोर कैंसर मरीजों के उपचार के लिए एक अलग और विशिष्ट कैंसर संस्थान (Specialized Cancer Institute) की स्थापना का कॉन्सेप्ट प्रोफेसर जीके रथ ने ही सुझाया था। दिल्ली एम्स (Delhi Aiims) के इस कैंसर विशेषज्ञ ने अपना जीवन कैंसर मरीज के उपचार में समर्पित किया हुआ है।
रोजाना 500 मरीजों का होता है उपचार
एनसीआई के निदेशक प्रोफेसर आलोक ठाकर (NCI Director Professor Alok Thakar) के मुताबिक, यहां वर्तमान में रोजना उपचार के लिए 500 कैंसर मरीज आते हैं। इनमें लगभग 40 प्रतिशत हरियाणा से आने वाले मरीज होते हैं। इसके अलावा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान जैसे पड़ोसी राज्यों के साथ नेपाल और बांग्लादेश सहित विदेशों से भी कैंसर मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं।
प्रोफेसर आलोक ने कैंसर के प्रमुख प्रकारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, महिलाओं में स्तन कैंसर (breast cancer in women) और पुरुषों में मौखिक कैंसर (oral cancer in men) मुख्य चिंता का विषय है। उन्होंने संस्थान की व्यापक सुविधाओं के बारे में बताते हुए कहा कि यहां रेडियोथेरेपी (radiotherapy), कीमोथेरेपी (Chemotherapy), सर्जरी (surgery) और एक अत्याधुनिक रोबोटिक लैब (State-of-the-Art Robotics Lab) संचालित किया जाता है। रोबोटिक लैब में प्रतिदिन 60,000 परीक्षण करने की क्षमता है।
बोनमैरो ट्रांस्प्लांट की सुविधा शीध्र होगी शुरू
प्रोफेसर ठाकर के मुताबिक एनसीआई में शीध्र ही अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण (Bone Marrow Transplant at NCI) शुरू की जाएगी। इसे शुरू करने की योजना पर काम चल रहा है। वर्तमान में इस संस्थान में 710 बिस्तर उपलब्ध हैं। इनमें से 350 बिस्तरों की सुविधा मरीजों को मिल रही है। प्रोफेसर ने कहा कि “हमारा लक्ष्य अपनी क्षमता को अधिकतम करना और रोगियों के व्यापक स्पेक्ट्रम की सेवा करना है।”
विशेषताओं से युक्त है एनसीआई झज्जर की चिकित्सा सेवा
प्रोफेसर ठाकर के मुताबिक संस्थान में प्रतिदिन लगभग 50 नए कैंसर के मामलों को देखा जाता है। यहां हफ्ते में 800-1000 विकिरण सत्र (radiation session), कीमोथेरेपी, डेकेयर सत्र संचालित किए जाते हैं। संस्थान प्रत्येक सप्ताह 80-100 प्रमुख ऑपरेशन और एंडोस्कोपी भी करता है।
जिसमें एक समर्पित टीम सर्वोत्तम पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल सुनिश्चित करती है। पीईटी स्कैनर (pet scanner), 3टी एमआरआई (3T MRI) और इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी (interventional radiology) सहित संस्थान की नैदानिक सुविधाएं, बिना देरी के शीघ्र उपचार प्रदान करने में सक्षम हैं। इसके अलावा, यहां व्यापक स्तर की देखभाल प्रदान की जाती है। जिसमें उपशामक (palliative) और जीवन के अंत में सहायता, रोगियों के लिए सम्मान और सहानुभूति सुनिश्चित करना शामिल है।
प्राइवेट वार्ड और विश्राम सदन भी हैं उपलब्ध
चिकित्सा सेवाओं के अलावा संस्थान में विश्राम सदन (Vishram Sadan at NCI Jhajjar) के साथ सामान्य और निजी वार्ड (General and Private Ward) भी उपलब्ध है। वहीं, मानसिक कल्याण (mental well-being) को बढ़ावा देने के लिए किफायती आवास और योग और आध्यात्मिक मार्गदर्शन जैसी समग्र सेवाएं (holistic services) भी प्रदान की जाती है। प्रोफेसर ठाकर ने समाज की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहा कि, “हर पहलू में, हम अपने मरीजों के लिए गुणवत्तापूर्ण देखभाल को प्राथमिकता देते हैं।