Tata Memorial Centre (TMC) Hospital ने किया दावा
New Cancer Treatment Breakthrough News : मुंबई के टाटा मेमोरियल सेंटर (Tata Memorial Center, Mumbai) ने दोबारा कैंसर होने से रोकने वाली दवा (medicine to prevent cancer recurrence) ढूंढने का दावा किया है। यहां सबसे खास बात यह है कि कैंसर के दोहराव को रोकने वाली इस गोली की कीमत (Price of pill that prevents recurrence of cancer) महज 100 रुपए हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, संस्थान ने एक ऐसी गोली बनाई है। दावा है कि यह कीमोथेरेपी जैसे कैंसर उपचार के दुष्प्रभावों को लगभग 50 प्रतिशत तक कम कर देगी और दूसरी बार कैंसर होने की संभावना को 30 प्रतिशत तक कम कर देगी।
क्या है Cancer Recurrence रोकने वाली गोली ?
रिपोर्ट में टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के वरिष्ठ कैंसर सर्जन डॉ. राजेंद्र बडवे (Dr. Rajendra Badve, Senior Cancer Surgeon, Tata Memorial Hospital) के हवाले से यह जानकारी दी गई है कि इस टैबलेट को रेस्वेराट्रोल और कॉपर (R+Cu) से तैयार किया गया है। यह संयोजन ऑक्सीजन रेडिकल्स का उत्पादन करता है, जो कीमोथेरेपी विषाक्तता (chemotherapy toxicity) और मेटास्टेसिस (Metastasis) को रोकता है। इस दवा (medicine to prevent cancer recurrence) को विशेषतौर से अग्न्याशय (pancreas), फेफड़े और मौखिक कैंसर के खिलाफ प्रभावी (medicine Effective against lung and oral cancer) होने का दावा किया जा रहा है।
New Cancer Treatment Breakthrough : कैसे काम करती है यह दवा?
जब किसी रोगी का विकिरण चिकित्सा (radiation therapy), कीमोथेरेपी या सर्जरी का उपयोग करके कैंसर का इलाज (Cancer treatment with chemotherapy or surgery) किया जाता है, तो कैंसर कोशिकाएं मर जाती हैं। जिसके बाद मृत कोशिकाएं छोेटे टुकडों में टूट जाती है। इन्हें क्रोमैटिन कण (chromatin particles) कहा जाता है।
ये कण रक्त के माध्यम से अपना स्थान बदलकर स्वस्थ कोशिकाओं में प्रवेश करते हैं। कई बार ऐसे में स्वस्थ कोशिकाएं भी कैंसरग्रस्त हो जाती है। ये क्रोमेटिन कण स्वस्थ गुणसूत्रों (healthy chromosomes) के साथ भी मिल सकते हैं और ट्यूमर का कारण बन सकते हैं। R+Cu टैबलेट (R+Cu tablets) ऑक्सीजन कण उत्पन्न करता है जो इन क्रोमैटिन कणों को नष्ट कर देता है। गोली के तौर पर इसका सेवन करने पर यह गोली पेट में ऑक्सीजन के कण बनाती है, जो बाद में रक्त प्रवाह में अवशोषित (absorbed into the bloodstream) हो जाते हैं।
बाजार में कब उपलब्ध होगी यह गोली
डॉ. बडवे के मुताबिक, टैबलेट के अनुमोदन के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के पास आवेदन भेजा गया है। इस वर्ष जून-जुलाई तक इस गोली के बाजार में उपलब्ध होने की संभावना है। उन्होंने कहा, ”कैंसर के उपचार का बजट जहां लाखों से करोड़ों तक होत है, वहीं यह टैबलेट सिर्फ 100 रुपये में हर जगह उपलब्ध होगी।”
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यहां बता दें कि पिछले साल, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई (Tata Memorial Hospital, Mumbai) और एडवांस्ड सेंटर फॉर ट्रेनिंग रिसर्च एंड एजुकेशन इन कैंसर (ACTREC) नवी मुंबई ने आईडीआरएस लैब्स, बैंगलोर के सहयोग से ओरल कैंसर की दवा “प्रीवेल” (Oral cancer drug “Prevail”) लॉन्च करने की घोषणा की थी। यह कीमो दवा 6-मर्कैप्टोप्यूरिन (mercaptopurine) का तरल संस्करण था।
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इसका उपयोग तीव्र लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया (acute lymphoblastic leukemia) जैसे रक्त से संबंधित कैंसर (blood related cancer) के उपचार के लिए किया जाता है। इसे केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) द्वारा अनुमोदित किया गया था। उम्मीद की जा रही है कि यह दवा भी शीघ्र ही देशभर के अस्पताल फार्मेसियों में उपलब्ध होंगी।