कैलिफोर्निया (California United States) के गवर्नर ने Bird Flu के मामले मिलने के बाद की घोषणा
Latest News, Bird Flu in California (United States) : कैलिफोर्निया (California) में बर्ड फ्लू (Bird Flu H5N1) के मामले सामने आने के बाद आपातकाल की घोषणा (Declaration of Emergency) कर दी गई है। यह घोषणा कैलिफ़ोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम (California Governor Gavin Newsom) ने बुधवार को राज्य में बर्ड फ्लू के प्रकोप (H5N1 Outbreaks) को देखते हुए की है।
उनके कार्यालय ने लिखा कि यह कार्रवाई दक्षिणी कैलिफोर्निया के डेयरी फार्मों में एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian influenza Virus in Southern California dairy farms) के पता चलने के बाद की गई है। गवर्नर न्यूसम ने कहा कि उन्होंने वायरस के प्रति राज्य की प्रतिक्रिया को “सुव्यवस्थित और तेज़” करने के लिए यह घोषणा की है।
गवर्नर ने कहा, “यह घोषणा सरकारी एजेंसियों के लिए इस प्रकोप पर तत्काल प्रतिक्रिया देने के साथ आवश्यक संसाधन और लचीलापन सुनिश्चित करने के लिए एक लक्षित कार्रवाई है।” उन्होंने कहा, “हालांकि जनता के लिए जोखिम कम है, फिर भी हम इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाते रहेंगे।”
Bird Flu : व्यक्ति से व्यक्ति में नहीं पाया गया है संक्रमण
इस बारे में यह कहा गया है कि इस प्रकोप (Bird Flu Outbreaks) से निपटने के लिए जांच और निगरानी प्रणाली का सहारा लिया जा रहा है। राज्य ने कहा कि उसने बीमारी का कोई व्यक्ति-से-व्यक्ति संक्रमण (Person-to-Person Infection) अबतक नहीं पाया है। संक्रमित व्यक्ति का मवेशियों के साथ पहले संपर्क था, जिससे डेयरी और पोल्ट्री किसानों को उच्च जोखिम का सामना करना पड़ रहा है।
H5N1 Virus : लुइसियाना के एक मरीज में पाया गया वायरस
गवर्नर न्यूसम की घोषणा, अमेरिका (America) में इस बीमारी के “पहले गंभीर मामले” को स्वीकार करने वाली सीडीसी (CDC) की विज्ञप्ति के साथ मेल खाती है। लुइसियाना के एक मरीज में पाया गया यह वायरस डी1.1 जीनोटाइप (D1.1 genotype) है और डेयरी गायों में पाए जाने वाले बी3.13 वैरिएंट (B3.13 variant) से भिन्न है। सीडीसी ने कहा, “इस मामले से एच5एन1 बर्ड फ्लू (H5N1) से जनता के स्वास्थ्य को होने वाले तत्काल खतरे के बारे में सीडीसी के समग्र आकलन में कोई बदलाव नहीं आएगा, जो अभी भी कम है।”
सीडीसी ने जारी की एडवाइजरी
सी.डी.सी. ने अमेरिकियों से बीमार या मृत जानवरों के संपर्क में आने से बचने की सलाह जारी की है। एजेंसी ने पाश्चुरीकृत किए बिना (without pasteurization) या कच्चे दूध का सेवन करने से मना किया है क्योंकि यह बीमारी संक्रमित जानवरों से भी फैल सकती है।
सी.डी.सी. के मुताबिक, “यह मामला इस बात को रेखांकित करता है कि प्रभावित वाणिज्यिक पोल्ट्री (Commercial Poultry) और डेयरी संचालन (Dairy Operations) के अलावा, जंगली पक्षी और बाडे में रहने वाले पक्षियों के झुंड (flock of birds living in the enclosure) भी जोखिम का स्रोत हो सकते हैं।” “इसका मतलब यह है कि बाडे के मालिकों, शिकारियों और अन्य पक्षी प्रेमियों को भी सावधानी बरतनी चाहिए।
क्या है बर्ड फ्लू (H5N1)
बर्ड फ्लू (Bird Flu), जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian Influenza) के नाम से भी जाना जाता है। यह पक्षियों में पाए जाने वाला एक संक्रामक रोग (avian infectious disease) है और यह बर्ड फ्लू वायरस (Bird Flu Virus) के कई अलग-अलग प्रकारों के कारण होता है। यह जंगली और पालतू दोनों तरह के पक्षियों में फैल सकता है।
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हालांकि, पक्षियों से मनुष्यों में इसके फैलने के मामले बहुत कम पाए जाते हैं। बर्ड फ्लू के मानव मामले आमतौर पर संक्रमित पोल्ट्री या अन्य पक्षियों के निकट संपर्क में रहने वाले लोग होते हैं। बर्ड फ्लू के विभिन्न प्रकार हैं। इमनें से कुछ ऐसे हैं, जिनसे पक्षियों में मृत्यु और बीमारी होने की अधिक संभावना होती है (अत्यधिक रोगजनक) और कुछ ऐसे हैं जिनसे मृत्यु और बीमारी होने की कम संभावना होती है (कम रोगजनक)।
विदेशों में, अत्यधिक रोगजनक उपभेद जंगली और पालतू (पोल्ट्री) पक्षियों और स्तनधारियों दोनों में प्रकोप पैदा कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया में पहले भी पक्षियों के व्यावसायिक झुंडों में कई बर्ड फ्लू के प्रकोप हो चुके हैं, जिनमें से सभी को नियंत्रित और समाप्त कर दिया गया था।
बर्ड फ्लू के लक्षण (Symptoms of Bird Flu)
जब कोई व्यक्ति बर्ड फ्लू से संक्रमित होता हैं, तब तत्काल इसके गंभीर लक्षण नहीं दिखते। हल्के लक्षणों के तौर पर लाल आंखें (नेत्रश्लेष्मलाशोथ) या हल्के श्वसन लक्षण आमतौर पर पाए जाते हैं। यह इस संक्रमण के आम लक्षण हैं।
हालांकि, बर्ड फ्लू के कुछ गंभीर प्रकार के संक्रमण से मानव फ्लू (बुखार, खांसी, थकान, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, सांस की तकलीफ, बहती नाक, सिरदर्द) जैसे लक्षण प्रकट हो सकते हैं। इनमें निमोनिया, एन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) और दस्त भी हो सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, इसके लक्षण संक्रमण के संपर्क में आने के 1 से 10 दिन के बीच प्रकट हो सकते हैं। ऐसे में विशेषज्ञ पोल्ट्री फॉर्म में पाले जाने वाले पक्षियों, जानवरों और किसी संदिग्ध मृत पक्षियों के संपर्क में आने से बचने की सलाह देते हैं। यदि आपके आसपास कोई संदिग्ध मृत पक्षी या जानवर हो तो उसके संपर्क में आने से बचें। ऐसे जानवरों या पक्षियों को बिना सुरक्षा के स्पर्श न करें। जितना हो सके इनके नजदीक जाने से बचें।