नींद की कमी (lack of sleep) से महिलाओं को हो सकती है कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं
Women Sleep, Why Do Women Need More Sleep Than Men, Do Women Sleep More Than Men, How Much Sleep Do Women Need : आज की व्यस्त जिंदगी में स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त नींद (enough sleep) बेहद जरूरी है।
नींद (Sleep) वह दवा है, जो अगर सही मात्रा में ली जाए तो उच्च रक्तचाप (high blood pressure), हृदय रोग (Heart disease) सहित कई तरह की समस्याओं से काफी हदतक सुरक्षित रहा जा सकता है। महिलाओं के लिए नींद (Women Sleep) मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य (Mental and physical health) दोनों के लिए बेहद जरूरी है। हम यहां आपको यह बता रहे हैं कि महिलाओं के लिए ज्यादा सोना क्यों जरूरी है (Why is it important for women to sleep more)।
1. स्वास्थ्य समस्याएं (Health Problems)
महिलाओं में कई तरह की स्वास्थ समस्याएं होती हैं, जिससे उनकी नींद (Women Sleep) की जरूरत ज्यादा होती है। महिलाओं में थायराइड (Thyroid), एनीमिया (Anemia) और डिप्रेशन (Depression) जैसी स्वास्थ्य समस्याएं (Health Problems) ज्यादा आम हैं। यह सभी समस्याएं उनके नींद के पैटर्न (Sleep Pattern) को प्रभावित करती है। जिससे महिलाओं में नींद की जरूरत (Women Sleep) बढ जाती है।
2. शारीरिक कारण (Physical Causes)
महिलाओं की पुरूषों के मुकाबले भिन्न शारीरिक संचरना भी उनकी नींद की जरूरतों को बढाने का एक प्रमुख कारण है। महिलाओं की हड्डियों का स्ट्रक्चर (bone structure) , मेटाबोलिज्म (Metabolism) और मांसपेशियों की ताकत (muscle strength) पुरुषों के मुकाबले अलग होती है। इन शारीरिक भिन्नताओं की वजह से उन्हें पुरुषों के मुकाबले ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है।
3. मेन्टल स्ट्रेस (Mental Stress)
महिलाएं प्राकृतिक रूप से मानसिक तनाव (Mental stress) और इमोशनल चुनौतियों (emotional challenges) को लेकर पुरुषों के मुकाबले अधिक संवेदनशील (Sensitive) होती हैं। परिवार, बच्चों की जिम्मेदारी, सामाजिक दबाव और दैनिक कार्य, यह सभी कारक महिलाओं के मानसिक स्वास्थ (women’s mental health) को प्रभावित करते हैं। इस तरह के मानसिक दबाव की वजह से वह मानसिक रूप से थक जाती हैं। ऐसे में रिकवरी के लिए उन्हें अधिक नींद की जरूरत होती है।
4. नींद की गुणवत्ता (Sleep Quality)
महिलाओं की नींद की गुणवत्ता (women’s sleep quality) पुरुषों के मुकाबले अलग महसूस होती है। कई बार अनेक वजहों से वह साउंड स्लीप (Sound Sleep) नहीं कर पाती हैं। उन्हें जल्दी जागने, बार-बार नींद खुलने की अनुभूति या इंसोमिनिया (Insomnia) जैसी समस्याएं भी हो सकती हैा। इन सभी कारणों से उन्हें ज्यादा समय तक आराम करने की जरूरत होती है।
5. हार्मोनल बदलाव (Hormonal Changes)
महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव भी एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। इससे भी उनकी नींद की गुणवत्ता प्रभावित होती है। महिलाओं में पीरियड्स (Periods), प्रेगनेंसी (pregnancy) और मेनोपॉज (Menopause) के दौरान हार्मोनल चेंज (Hormonal Changes) होता है। इसके कारण उनके नींद का पैटर्न (Sleep Pattern) प्रभावित होता है। इन बदलावों के कारण उन्हें इंसोम्निया या रात में बार-बार जागना की समस्या का सामना करना पड सकता है।
महिलाओं को कितने घंटों तक सोना चाहिए ? (How many hours should women sleep)
नेशनल स्लीप फांउडेशन के शोध के मुताबिक, टीनएज गर्ल्स (Teenage girls) को 8 से 10 घंटे की नींद की जरूरत होती है। 24 से लेकर 64 साल की महिलाओं को दिन में सात घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। एक रिसर्च में भी यह स्पष्ट हो गया है कि महिलाओं को पुरूषों के मुकाबले ज्यादा नींद की ज़रूरत होती है। प्रत्येक महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले 20 मिनट ज्यादा सोना चाहिए।
Women Sleep : निष्कर्ष
यही कारण हैं कि महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले ज्यादा नींद (Women get more sleep than men) की जरूरत महसूस होती है। उनके जीवन में होने वाले हार्मोनल बदलाव (Hormonal changes), शरीरिक अंतर (Anatomical differences), मानसिक तनाव (Mental stress) और स्वास्थ समस्याओं (Health problems) की वजह से उनके नींद की गुणवत्ता (Sleep quality) प्रभावित होती है।
ऐसे में यह जरूरी है कि महिलाओं को उनकी सेहत के हिसाब से पर्याप्त नींद (get enough sleep) मिले। जिससे वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रह सकें। महिलाओं को चाहिए कि वे नियमित रूप से व्यायाम करें। पौष्टिक आहार लें और तनाव प्रबंधन के लिए जरूरी उपायोें को अपनाएं।