ओमिक्रॉन के सब वैरियंट BF7 के बारे में सभी जरूरी जानकारी

ओमिक्रॉन के सब वैरियंट BF7 के बारे में सभी जरूरी जानकारी

कोरोना संक्रमण एक बार फिर लोगों के लिए चिंता का कारण बन रही है। चीन समेत दुनिया के कई देशों में अचानक कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद बढने लगी है।

इस बीच पूरी दुनियां में कोरोना वायरस के वैरियंट ओमिक्रॉन के सबवैरियंट BF7 चर्चा का केंद्र बना हुआ है। विशेषज्ञों के मुताबिक यह सबवैरियंट वैक्सीन से बने इम्यूनिटी को भी चकमा देने में सक्षम है।

इसे अबतक का सबसे खतरनाक सबवैरियंट बताया जा रहा है। ऐसे में इस सबवैरियंट के बारे में सभी जरूरी जानकारियों का होना जरूरी है।

क्या है ओमिक्रॉन का वेरिएंट BF.7 ?

ओमिक्रॉन कोरोना वायरस का एक वेरिएंट है। जबकि, इसके अपने कई सबवैरियंट हैं। इनमें- BA.1, BA.2, BA.5 वगैरह शामिल हैं। ओमिक्रॉन का सबसे लेटेस्ट सब वेरिएंट BA.5.2.1.7. जिसे शॉर्ट में BF7 कहा जा रहा है।

यह वेरिएंट कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन के जरिए विकसित हुआ है, जिसका नाम R346T रखा गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक म्यूटेशन की वजह से यह वैरियंट इतना मजबूत है कि इसपर एंटीबॉडी बेअसर साबित हो रही है।

सेल होस्ट और माइक्रोब जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, BF.7 ने मूल वुहान वायरस की तुलना में 4.4 गुना ज्यादा प्रतिरोध विकसित कर लिया है। यह इस बात का संकेत है कि यह सबवैरियंट वैक्सीनेशन-प्रेरित एंटीबॉडी रोगज़नक के खिलाफ अपर्याप्त रूप से मजबूत हो गया है।

विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना संक्रमण होने के बाद इससे उबर चुके शख्स या वैक्सीनेटेड व्यक्ति के अंदर वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित हो जाती है। BF.7 सबवैरियंट एंटीबॉडी को भी बाइपास कर शरीर में प्रवेश करने में सक्षम है।

अधिक संक्रामक है BF.7 सबवैरियंट

BF.7 की R0 वैल्यू 10 से 18.6 बताई गई है। यानी इस सबवैरियंट से संक्रमित होने वाला एक व्यक्ति औसतन 10 से 18 लोगों को संक्रमित कर सकता है। WHO के मुताबिक यह अब तक के सभी वैरियंट में सबसे अधिक संक्रामक है। इससे पहले डेल्टा की R0 वैल्यू 6-7 और अल्फा की R0 वैल्यू 4-5 आंकी गई थी।

BF.7 किन देशों में है सक्रिय 

BF.7 सबवैरियंट का पहला मामला चीन के इनर मंगोलिया प्रांत में सामने आया था। इस समय यह वायरस भारत, अमेरिका, यूके, बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस, डेनमार्क समेत कई यूरोपीय देशों में फैला हुआ है।

BF.7 सबवैरियंट के भारत में हैं कितने मामले

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया के मुताबिक कोरोना का चीनी वेरिएंट BF-7 सितम्बर से ही भारत में आ चुका है। वडोदरा में एक NRI महिला इससे संक्रमित पाई गई थी। वह अमेरिका से वडोदरा आई थी। महिला के संपर्क में आए दो अन्य लोगों की भी जांच की गई थी।

इन दोनों लोगों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। महिला बाद में स्वस्थ हो गई। इसके अलावा इस सबवैरियंट के दो अन्य मामले अहमदाबाद और एक ओडिशा से सामने आ चुका है।

BF.7 वेरिएंट के लक्षण

कोरोना के ओमिक्रॉन सबवैरियंट BF.7 के लक्षण ओमिक्रॉन से मिलते-जुलते हैं। बुखार, गले में खराश, खांसी के साथ बलगम जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं।

विशेषज्ञों के मुताबिक यह सबवैरियंट इंसान के श्वसन तंत्र के ऊपरी हिस्से को प्रभावित करता है। यही कारण है कि कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए यह सबवैरियंट काफी घातक साबित हो रहा है।

विशेषज्ञों के मुताबिक इस वायरस से प्रभावित कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्तियों के लिए मौत का भी जोखिम है।

BF.7 सबवैरियंट पर वैक्सीन कितना है प्रभावी 

विशेषज्ञों के मुताबिक  BF.7 वेरिएंट कोरोना के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन के बाद बना है। इसका नाम R346T रखा गया है। म्यूटेशन की वजह से इस सबवैरियंट पर एंडीबॉडी बेअसर साबित हो रही है।

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Photo : freepik