सबसे बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सीएसई की रिपोर्ट (CSE Report) में खुलासा
नई दिल्ली।टीम डिजिटल : CSE Report भारत के किस राज्य में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था (Best Health System) है, इस आशय में CSE ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी किया है। इस रिपोर्ट में सबसे बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था वाले राज्य (best health care states) के साथ पर्यावरण और कृषि क्षेत्र से भी संबंधित रिपोट्स साझा की गई है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में सबसे बेहतर दिल्ली
रिपोर्ट में सबसे बेहतर स्वास्थ्य क्षेत्र वाले राज्य में दिल्ली सबसे ऊपर है। सूबे ने स्वास्थ्य क्षेत्र पर अपने बजट का सबसे बडा हिस्सा आवंटित कर यहां मजबूत नेटवर्क तैयार किया है। वहीं टीकाकरण दिल्ली में टीकाकरण का दर निम्न पाया गया है।
बेहतर स्वास्थ्य क्षेत्र वाली लिस्ट में क्या है अन्य राज्यों को हाल
बेहतर स्वास्थ्य क्षेत्र वाली रिपोर्ट में दिल्ली पहले पहले पायदान पर है। उसके बाद सिक्किम, गोवा और मिजोरम का स्थान है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिहाज से मध्य प्रदेश सबसे निचले पायदान पर है क्योंकि यहां मातृ और शिशु मृत्यु अनुपात अधिक है। उत्तर प्रदेश असम और छत्तीसगढ भी इस मामले पर निचले क्रम में ही है।
[irp posts=”9840″ ]
सेंटर फार साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) द्वारा जारी स्टेट आफ एनवायरमेंट (एसओई) रिपोर्ट 2023 के हवाले से सीएसई की महानिदेशक सुनीता नारायण ने इस रिपोर्ट का डिजिटल संस्करण जारी किया। उन्होंने कहा कि आंकड़े एक नजर में ही सभी राज बयां कर देते हैं। द स्टेट आफ इंडियाज एनवायरमेंट 2023 के उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर भारत के पर्यावरण की स्थिति भी स्पष्ट करने की कोशिश की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक पर्यावरण के क्षेत्र में किस तरह की समस्या है और कहां यह स्थिर रूप से आगे बढ रहा है। इस रिपोर्ट के जरिए यह भी खुलासा हुआ है कि आंकडों में गैप कहां है।
पर्यावरण के मामले में राज्यों का कुछ ऐसा है हाल
पर्यावरण के क्षेत्र में तेलंगाना पहले स्थान पर है। राज्य को पहला स्थान मुख्य रूप से वन आवरण में वृद्धि और नगरीय ठोस अपशिष्ट के उपचार के लिए दिया गया है। वैसे राज्य का प्रदर्शन जलाशयों के संरक्षण, भूजल दोहन और नदी प्रदूषण के मामले में औसत से भी कम पाया गया है। गुजरात, गोवा और महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर हैं। वहीं राजस्थान, नागालैंड और बिहार निचले क्रम में शामिल हैं। इस सूची में निचले पायदान पर रहने वाले 10 राज्यों में से छह उत्तर पूर्व के हैं। जिसमें असम भी शामिल है।
कृषि के क्षेत्र में मध्य प्रदेश का प्रदर्शन सबसे बेहतर पाया गया है। शुद्ध मूल्य वर्धन और खाद्यान्न उत्पादन में भी राज्य का प्रदर्शन अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतर है। जबकि, राज्य का करीब आधा फसल क्षेत्र बीमित नहीं है। आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश क्रमश: दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर बने हुए हैं। इस सूची में निचले पायदान पर दिल्ली, गोवा और मेघालय हैं।
आधारभूत संरचना और मानव विकास के मामले में गुजरात पहले स्थान पर है। रोजगार प्रदान करने और नल जल कनेक्शन देने जैसे कदम उठाकर गुजरात ने यह स्थान हासिल कर लिया है। राज्य का लिंगानुपात तुलनात्मक रूप से कम है। जबकि, ग्रामीण क्षेत्रों की एक बड़ी आबादी ऐसी है जो स्वच्छ ईंधन का इस्तेमाल नहीं करती है। इस मामले में झारखंड का प्रदर्शन न्यूनतम पाया गया है। इसके बाद नागालैंड, राजस्थान और अरुणाचल प्रदेश का नंबर है।
[irp posts=”9825″ ]
वायु प्रदूषण का स्वास्थ्य पर असर
साल 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक वायु प्रदूषण के कारण एक भारतीय की औसत उम्र चार साल 11 महीने कम होने का अनुमान व्यक्त किया गया था। ग्रामीण क्षेत्र इस समस्या से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। यहां जीवन प्रत्याशा में पांच साल दो महीने की कमी आई है। हैरान करने वाली बात यह है कि ग्रामीणों के मुकाबले शहरी लोगों की जीवन प्रत्याशा नौ महीने अधिक है।
Read : Latest Health News|Breaking News|Autoimmune Disease News|Latest Research | on https://caasindia.in|caas india is a multilingual website. You can read news in your preferred language. Change of language is available at Main Menu Bar (At top of website). Photo : freepik |