Tuesday, February 18, 2025
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AIIA : अनिद्रा का समाधान कर रहा है यह आयुर्वेदिक संस्थान

एआईआईए में पाली सोनोग्राफी यूनिट (Poly Sonography Unit at AIIA) स्थापित की गई है।

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ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (AIIA) में सस्ती जांच और उचार उपलब्ध

AIIA News, Ayurvedic Treatment of Sleep Disorders/Insomnia, All India Institute of Ayurveda : नींद की बीमारियों का आयुर्वेदिक उपचार (ayurvedic treatment for sleep disorders) भी संभव है। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (All India Institute of Ayurveda, Delhi) में नींद की बीमारियों के लिए सस्ती जांच (Affordable tests for sleep disorder) और उपचार (Treatment) उपलब्ध होगी।
एआईआईए में पाली सोनोग्राफी यूनिट (Poly Sonography Unit at AIIA) स्थापित की गई है। इस यूनिट के नहीं होने से यहां आने वाले अनिद्रा की बीमारियों (insomnia disorder) वाले मरीजों को वापस लौटना पड रहा था।

हर महीने एक हजार से अधिक पहुंचते हैं मरीज

दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) में प्रति माह नींद की बीमारियों से संबंधित करीब एक हजार मरीज उपचार के लिए आते हैं। यहां स्थापित हुए पाली सोनोग्राफी यूनिट (Poly Sonography Unit) की वजह से ऐसे मरीजों को राहत मिलेगी।
अभी इसका ट्रायल किया जा रहा है। वहीं, शीघ्र ही इस सुविधा को लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा। अभी हाल में ही संस्थान ने एक चिकित्सा शिविर (medical camp) आयोजित किया था। जिसके आंकडों से यह खुलासा हुआ है कि संस्थान में आने वाले 100 मरीजों में से 30 मरीज ऐसे आते हैं, जिन्हें नींद से जुडी बीमारियां (Sleep disorders) और समस्याएं हैं।

हर मरीज पर होगा अध्ययन फिर मिलेगा उपचार 

नींद की बीमारियों का आयुर्वेदिक उपचार (ayurvedic treatment for sleep disorders) यहां खास तरीकों से किया जाएगा। पहले डॉक्टर मरीजों की स्थिति पर रात भर अध्ययन करेंगे और फिर मरीजों का उपचार शुरू करेंगे।
AIIA : अनिद्रा का समाधान कर रहा है यह आयुर्वेदिक संस्थान
अनिद्रा का समाधान कर रहा है यह आयुर्वेदिक संस्थान
इस दौरान मॉनिटरिंग मशीन (Monitoring Machine) के जरिए मरीजों की निगरानी (Monitoring of patients)  भी की जाएगी।
मरीज जब सो जाएगा, तब मशीन में लगे नाइट विजन कैमरे (Night vision cameras) उसकी गति​विधियों पर नजर रखेंगे। इस दौरान मरीज के ऑक्सीजन का स्तर (Oxygen level), सांस की गति (Breathing speed), खर्राटे की गति (Snoring speed) और ध्वनि और सांस लेने के दौरान गर्म हवा ग्रहण करने की जांच की जाएगी।

इस तरह होगी पाली सोनोग्राफी से उपचार 

पाली सोनोग्राफी मशीन (Poly Sonography Machine) से मरीजों के मस्तिष्क की तरंगों (brain waves), नींद के दौरान हृदय गति (Heart rate during sleep) , रक्त में ऑक्सीजन के स्तर  (blood oxygen level) और श्वास की निगरानी (Breathing monitoring)  की जाएगी।
यह मशीन नींद के दौरान आंख और पैरों की हरकतों पर भी निगरानी रखता है। वहीं नींद के चक्रों और चरणों (sleep cycles and stages)  पर भी नजर रखी जा सकती है। इस मशीन की मदद से यह पता लगाया जाता है कि नींद का पैटर्न (Sleep Pattern) कब और किन कारणों से प्रभावित हो रहा है।
मशीन के जरिए प्राप्त सभी डाटा कंपयूटर में रिकॉर्ड किया जाता है। फिर इन्हीं रिकॉर्डों की मदद से मरीजों का उपचार शुरू किया जाता है।
“यहां पाली सोनोग्राफी यूनिट को शीघ्र ही मरीजों के लिए शुरू कर दिया जाएगा। यहां न्यूनतम दरों पर जांच और उपचार की व्यवस्था होगी। जांच दरों को तय करने से संबंधित विचार-विमर्श जारी है।”
– डॉ. तनुजा नेसारी, निदेशक, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान

निजी अस्पतालों में चुकाने पडते हैं 18 से 20 हजार रुपये

नींद की बीमारियों से संबंधित जांचों (tests for sleep disorders) के लिए निजी अस्पतालों में 18 से 20 हजार रुपए खर्च करने पडते हैं। महंगी जांच के कारण आर्थिक मरीजों के लिए ऐसे जांच कराना आसान नहीं है।
एआईआईए में जांच की सुविधा (Testing facilities in AIIA) शुरू होने के बाद इसका सबसे अधिक लाभ वैसे मरीजों को होगा जो आर्थिक दिक्कत के कारण उपचार से वंचित रह जाते थे।

दवाइयों के बिना मरीजों के उपचार का प्रयास

एआईआईए के चिकित्सक (AIIA doctor) इसका विशेष प्रयास कर रहे हैं कि पाली सोनोग्राफी मशीन से उपचार (Poly sonography machine treatment) के बाद मरीजों को नींद की बीमारियों की दवाइयां (medicines for sleep disorders) न लेनी पडे।
मरीजों को विशुद्ध रूप से आयुर्वेदिक उपचारों (ayurvedic treatment) के जरिए ठीक करने का प्रयास किया जाएगा। यहां के चिकित्सक नींद की बीमारियों (Sleep disorders) से पीडित मरीजों को उनकी रिपोर्ट के आधार पर यह भी बताएंगे कि उन्हें कब सोना है और कब जगना है।
अगर किसी मरीज को ओरल मेडिकेशन (Oral Medications) की जरूरत भी पडी तो उन्हें सिर्फ आयुर्वेदिक औषधियां (ayurvedic medicines) ही दी जाएगी।
“पाली सोनोग्राफी यूनिट शुरू होने पर अनिंद्रा की बीमारी वाले मरीजों को जांच के लिए निजी अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पडेगी। आयुर्वेदिक पद्धति से मरीज यहां अपना उपचार करा सकते हैं। “
– डॉ. मीरा के भोजानी, एडिशनल प्रोफेसर, क्रिया शरीर विभाग, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA)

नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

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Kavya Singh
Kavya Singhhttps://www.caasindia.in
Kavya Singh has done her graduation in journalism. Apart from this, she has also done her graduation in home science. She likes to do journalism in an offbeat manner. Instead of the traditional beats of journalism, Kavya gives special importance to feature journalism. She especially likes writing about recipes and doing new experiments. Kavya likes to travel to different places. She especially likes to travel to hilly and green areas. Apart from journalism, Kavya is also fond of writing poetry as per her name.
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