हेल्थ रिपोर्ट 2022 : हेल्थ के मामले में दुनिया में किस तरह की रही हलचल
एम्स का जेरियाट्रिक विभाग किडनी पीडित बुजुर्ग मरीजों के लिए 200 बिस्तरों वाला ब्लॉक स्थापित करने में जुटा हुआ है। इसके लिए डासलिसिस मशीन सहित कई जरूरी उपकरण खरीदने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
नई दिल्ली : एम्स में किडनी की समस्या से पीडित मरीजों के लिए सुविधाओं का विस्तार करने की तैयारी चल रही है। बुजुर्गों के उपचार के लिए स्थापित जेरियाट्रिक विभाग ऐसे मरीजों के लिए 200 बिस्तरों वाला ब्लॉक स्थापित करने की प्रक्रिया में जुट गया है।
यह भी पढें : हार्ट अटैक से मरीज बचेगा या जाएगी जान, बताएगा विशेष मॉडल
इसके लिए एम्स का यह भी विभाग सात अतिरिक्त डायलिसिस मशीनों को भी ऑर्डर दे चुका है। इससे डायलिसिस के लिए भी एम्स आने वाले बुजुर्ग मरीजों की राह आसान हो जाएगी। एम्स के इस विभाग में अभी बुजुर्ग मरीजों के लिए अलग से डायलिसिस की सुविधा नहीं है।
उन्हें इसके लिए एम्स के नेफ्रोलॉजी विभाग के संसाधनों पर निर्भर रहना पडता है। फिलहाल में एम्स में उपलब्ध डायलिसिस मशीनों की सीमित संख्या है और बुजुर्ग मरीजों की तादाद अधिक है। ऐसे मे मरीजों को डायलिसिस के लिए अन्य अस्पतालों का रूख करना पडता है।
यह भी पढें : एयरवे और वॉयस रेस्टोरेशन सर्जरी की बदौलत 7 साल बाद बोल पडा बच्चा
एम्स से मिली जानकारी के मुताबिक इस नए ब्लॉक से संबंधित काम काफी हदतक पूरा भी हो चुका है। यहां अब उपकरणों के इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया चल रही है। बताया जा रहा है कि जेरियाट्रिक ब्लॉक में सुविधा शुरू होने के बाद बुजुर्ग मरीजों को अपने उपचार के लिए मुख्य ब्लॉक नहीं जाना पडेगा। अन्य उपचारों के साथ डायलिसिस की प्रक्रिया भी इसी ब्लॉक में की जा सकेगी। इससे बुजुर्गों का उपचार बेहद आसान हो जाएगा।
यहां बता दें कि एम्स में देश भर के हजारो लोग रोजाना उपचार के लिए पहुंचते हैं। एम्स में उपलब्ध संसाधनों के हिसाब से मरीजो की तादाद कहीं अधिक होती है। ऐसे मे कई मामलों में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पडता है। हालांकि, समय के साथ एम्स में सुविधाओं के विस्तार को लेकर भी लगातार कोशिश की जा रही है। एम्स प्रशासन और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुविधाओं में विस्तार करने की दिशा में पहल भी की जाती है।