Aiims Delhi Doctors ने अबतक तीन Conjoined Twins की सफल सर्जरियां की हैं
नई दिल्ली।टीम डिजिटल : Aiims Delhi : शरीर से आपस मेें जुडे थे 6 जान, सफल सर्जरी कर डॉक्टरों ने बनाया कीर्तिमान- उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के पास के एक परिवार में बच्चे का जन्म तो हुआ लेकिन जन्म से ही बच्चे आपस में छाती से जुडे हुए (Conjoined Twins) थे। बच्चों को इस हालत में देख माता-पिता बेहद दुखी और हैरान हुए। उन्हें समझ ही नहीं आ रहा था कि वह इस समस्या का सामाधान कैसे करें। स्थानीय अस्पतालों में इस समस्या का सामाधान पाने की कोशिश की लेकिन कोई समाधान नहीं निकला क्योंकि मामला बेहद जटिल था और केवल सर्जरी के जरिए ही उन्हें एक दूसरे से अलग किया जा सकता था।
ऐसे में परेशान माता-पिता ने दिल्ली एम्स (Aiims Delhi) का रुख किया। यहां पीडियाट्रिक विभाग के विशेषज्ञों ने बच्चों की कुछ जरूरी जांच और स्थिति का आकलन करने के बाद सर्जरी करने का फैसला किया। जून माह में की गई इस सर्जरी के लिए 20 डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मचारियों की एक टीम गठित की गई। कई घंटों तक चली इस जटिल सर्जरी को आखिरकार अंजाम देने में एम्स के डॉक्टर सफल रहे। अब दोनों बच्चे स्वस्थ हैं और एम्स (Aiims New Delhi) से वापस जाने के लिए तैयार हैं। बताया गया है कि उन्हें जल्दी ही एम्स से छुट्टी दे दी जाएगी।
[word_balloon id=”1″ size=”M” position=”L” name_position=”under_avatar” radius=”true” balloon=”talk” balloon_shadow=”true”]इस मामले में राहत की बात यह थी कि बच्चे के हृदय की धमनियां या नसें आपस में जुडी हुई नहीं थी। हमने सभी आवश्यक जांच करने के बाद सर्जरी की योजना बनाई। करीब आठ घंटों तक चली सर्जरी में बच्चों के लिवर और छाती के हिस्सों को अलग किया गया। इसके बाद बच्चों को चिकत्सकीय निगरानी में रखा गया। [/word_balloon]
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एक दूसरे के सामने रहता था दोंनो का चेहरा
जन्म से ही पेट और छाती से आपस में जुडे (Conjoined Twins) इन बच्चों का चेहरा हर वक्त एक दूसरे के सामने रहता था। वे करवट तक बदलने में सक्षम नहीं थे और सोने में भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड रहा था। सबसे बडी समस्या तो बच्चों की फीडिंग में पेश आ रही थी। एम्स लाए जाने के बाद बच्चों के हार्ट और पेट की गहनता से जांच की गई। इस दौरान डॉक्टरों ने पाया कि एक बच्चे के लिवर का दायां हिस्सा दूसरे बच्चे के बाएं हिस्से से जुडा है। इसके अलावा हार्ट का ऊपरी हिस्सा और पसलियां भी आपस में जुडी हुई थी
योग दिवस के दिन बच्चों का हाल जानने पहुंचे थे केद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गत 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन एम्स (Aiims Delhi) पहुंचकर दोनों बच्चों का हाल जाना और उनके माता-पिता से मुलाकात की थी। डॉ. मीनू वाजपेयी के मुताबिक ऐसे जन्म संबंधी विकार क्यों होते हैं, इसका कारण पूरी तरह से ज्ञात नहीं है। इस तरह की स्थिति के लिए जिम्मेदार कई कारण हो सकते हैं। हालांकि, अब इसका बेहतर उपचार उपलब्ध है। लोगों को ऐसी स्थितियों के लिए जागरूक होने की जरूरत है। इस तरह की स्थिति से पीडित बच्चों को शीघ्रता से अस्पताल ले जाकर उनका उपचार कराया जाना चाहिए।
तीन वर्षों में जन्मजात विकार से आपस में जुडे 6 बच्चों को कर चुके हैं अलग
एम्स दिल्ली (Aiims Delhi) के डॉक्टरों की यह उपलब्धि केवल इस एक सर्जरी तक सीमित नहीं है बल्कि उन्होंने महज तीन वर्षों में शरीर से आपस में जुडे (Conjoined Twins) ऐसे छह बच्चों को अपनी चिकित्सकीय कार्यकुशलता से अलग कर उन्हें सामान्य जिंदगी देने का कीर्तिमान स्थापित किया है। विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसी सर्जरियां बेहद जटिल और जोखिम वाली होती है। जिसकी सफलता दर भी कम ही होती है। ऐसी एक के बाद एक तीन सर्जरियों को सफलतापूर्वक करना एम्स विशेषज्ञों की बडी उपलब्धि करार दी जा रही है।
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वर्ष 1988 में की गई थी देश की सबसे पहली Conjoined Twins Surgery
आज के दौर में चिकित्सा विज्ञान अपने शिखर पर है लेकिन जन्म से ही आपस मेें जुडे ऐसे बच्चों की सफल सर्जरी का कीर्तिमान देश के सबसे बडे सरकारी अस्पताल और शोध संस्थान एम्स (Aiims Delhi) के चिकित्सकों ने वर्ष 1988 में ही स्थापित कर दिया था। उस वक्त एम्स में बाल चिकित्सा सर्जरी विभाग की प्रमुख प्रोफेसर मृदुला रोहतगी की नेतृत्व में 13 डॉक्टरों की एक टीम ने उत्तर प्रदेश के अल्मोडा जिले के नानौली गांव के जुड़वां बच्चों को सर्जरी के जरिए अलग करने में सफलता पाई थी। डॉक्टरों की इस टीम में सर्जन डॉ. डीके गुप्ता और डॉ. वी. भटनागर ने भी सहायता की थी। एम्स में यह सर्जरी बेहद चुनौतीपूर्ण हालात में की गई थी क्योंकि बच्चों का वजन महज 3 किलोग्राम था। ऐसी सर्जरी को अंजाम देने के लिए बच्चों का वजन कम से कम 8 किलोग्राम होनी चाहिए। छह महीने उम्र के ये बच्चे छाती से एक दूसरे से जुडे हुए थे। |
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वर्ष 2017 में ब्रेन से जुडे बच्चों की हुई थी सर्जरी
एम्स विशेषज्ञों ने वर्ष 2017 में ब्रेन से आपस में जुडे दो बच्चों (Conjoined Twins) को सर्जरी के जरिए अलग कर पूरी दुनिया को हैरान कर दिया था। ये बच्चे ओडिसा से एम्स नई दिल्ली (Aiims New Delhi) लाए गए थे। इन बच्चों की सर्जरी 40 सदस्सीय मेडिकल टीम ने 16 घंटों तक की थी। विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसे मामलों में असफलता दर 90 प्रतिशत तक हो सकती है।
Aiims Delhi : शरीर से आपस मेें जुडे थे 6 जान, सफल सर्जरी कर डॉक्टरों ने बनाया कीर्तिमान
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