Thursday, February 20, 2025
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AIIMS Jhajjar : जल्द ही शुरू होगी न्यूक्लियर मेडिसिन थेरेपी सेंटर

एम्स झज्जर (AIIMS Jhajjar) में देश का सबसे बडा न्यूक्लियर मे​डिसिन सेंटर (The country's largest nuclear medicine center) शुरू होने जा रहा है।

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Aiims Jhajjar में बनकर तैयार है देश का सबसे बडा Nuclear Medicine Therapy Center

AIIMS Jhajjar News, Nuclear Medicine Therapy Center News : कैंसर (Cancer) मरीजों को एक और राहत शीघ्र ही मिलने जा रही है। एम्स झज्जर (AIIMS Jhajjar) में देश का सबसे बडा न्यूक्लियर मे​डिसिन सेंटर (The country’s largest nuclear medicine center) शुरू होने जा रहा है।
इसके (Nuclear Medicine Therapy Center) निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। लाइसेंस लेने की प्रक्रिया जारी है। न्यूक्लियर मेडिसिन थेरेपी (Nuclear Medicine Therapy) के अलावा यहां बोन मैरो ट्रांसप्लांट (bone marrow transplant) की सुविधा भी उपलब्ध होगी।

AIIMS Jhajjar : 20 बिस्तरों वाला होगा सेंटर 

एम्स (Delhi AIIMS) के मुताबिक, यहां रेडियोआइसोटोप न्यूक्लियर मेडिसिन थेरेपी (Radioisotope Nuclear Medicine Therapy) वार्ड को तैयार कर लिया गया है। इसे संचालित करने के लिए एटॉमिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड (AERB) से लाइसेंस लेने की प्रक्रिया चल रही है।
वार्ड में 20 बिस्तर उपलब्ध होंगे। यहां रेडिएशन (Radiation) की मदद से कैंसर मरीजों का उपचार (cancer patients treatment) किया जाएगा। इसके अलावा इस नए सेंटर में जीनोम सीक्वेंसिंग (Genome Sequencing) और रोबोटिक सर्जरी  (Robotic Surgery) की भी उन्नत सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

बडे स्तर पर शुरू है शोध कार्य 

AIIMS Jhajjar : जल्द ही शुरू होगी न्यूक्लियर मेडिसिन थेरेपी सेंटर
जल्द ही शुरू होगी न्यूक्लियर मेडिसिन थेरेपी सेंटर
इस सेंटर में शीघ्र ही ब्लड कैंसर (Blood Cancer) और स्तन कैंसर  के भी उपचार (Breast cancer treatment) की सुविधा शुरू होगी। फिलहाल यहां न्यूरोब्लास्टोमा (Neuroblastoma), प्रोस्टेट  (Prostate) और थायराइड कैंसर (thyroid cancer) का उपचार किया जा रहा है।
कैंसर के उपचार (Cancer Treatment) को उन्नत और गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए बडे स्तर पर शोध और अध्ययन कार्य भी जारी हैं। मौजूदा समय में यहां कैंसर मरीजों का उपचार कीमोथेरेपी (Chemotherapy for cancer patients) के जरिए की जा रही है। सेंटर पूरी तरह से शुरू होने के बाद यहां न्यूक्लियर मेडिसिन थेरेपी (Nuclear Medicine Therapy) भी शुरू कर दी जाएगी।

एम्स दिल्ली के साथ झज्जर में भी होगी बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा

बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा (Bone marrow transplant facility) नई दिल्ली एम्स (News Delhi AIIMS) के मुख्य परिसर में उपलब्ध है लेकिन झज्जर में सेंटर (Jhajjar Centre) शुरू होने के साथ ही यहां भी बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा (Bone marrow transplant facility) मरीजों को मिलने लगेगी।
बोन मैरो ट्रांसप्लांट एक जटिल प्रक्रिया है। शरीर जब जरूरी रक्त कोशिकाओं का निर्माण नहीं कर पाता है, तब बोन मैरो ट्रांसप्लांट के माध्यम से रोगग्रस्त कोशिकाओं (Diseased cells) को स्वस्थ कोशिकाओं (Healthy Cells) में बदल दिया जाता है।
जब कीमोथेरेपी (Chemotherapy)  या रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy) से कैंसरग्रस्त (cancerous) और स्वस्थ कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं। तब बोन मैरो ट्रांसप्लांट का विकल्प अपनाया जाता है। रक्त कैंसर (blood cancer)  सहित कई अन्य रक्त से जुडे विकारों के उपचार (treatment of blood disorders) में इस प्रक्रिया का प्रयोग किया जाता है।
AIIMS Jhajjar : जेपी नड्डा करेंगे दौरा
शनिवार (15फरवरी)  को एम्स झज्जर परिसर (AIIMS Jhajjar Campus) में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा  (Union Health Minister JP Nadda) दौरा करने वाले हैं। इस दौरान उन्हें नए सेंटर (New center) की दोनों यूनिट (Both units) दिखाए जाएंगे।
उम्मीद है कि इसके बाद नए सेंटर में मरीजों के उपचार की सुविधा (Treatment facilities for patients in the new center) शुरू कर दी जाएगी। एम्स में देशभर से मरीज कैंसर के उपचार के लिए आते हैं। ऐसे में एक आधुनिक और विस्तृत न्यूक्लियर मेडिसिन थेरेपी सेंटर (Nuclear Medicine Therapy Center) बनने से कैंसर मरीजों को राह​त मिलने की उम्मीद की जा रही है।
यहां एक बडे न्यूक्लियर मेडिसिन सेंटर बनने से दिल्ली, यूपी, बिहार, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, जम्मू कश्मीर से आने वाले मरीजों को उपचार मिल सकेगा। वहीं देश के दूरस्थ इलाके से कैंसर के उपचार के लिए एम्स आने वाले मरीजों के लिए यह सुविधाएं उम्मीद की किरण से कम साबित नहीं होंगी। यहां बता दें कि देशभर में कैंसर के मामले तेजी से बढ रहे हैं। ऐसे में कैंसर की चुनौतियों से निपटने के लिए उचित तैयारी और इंतजाम भी आवश्यह है।

नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

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