Thursday, November 21, 2024
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Aiims News : हाईब्रिड तकनीक से इमरजेंसी मरीजों की जान बचाएगा ट्रॉमा सेंटर

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Aiims News in Hindi : एम्स दिल्ली ने 2021 में बनाई थी हाईब्रिड ओटी की योजना

नई दिल्ली।टीम डिजिटल :  Aiims News : हाईब्रिड तकनीक से इमरजेंसी मरीजों की जान बचाएगा ट्रॉमा सेंटर- एम्स दिल्ली (Aiims Delhi) देश का पहला ऐसा संस्थान होगा, जहां हाईब्रिड तकनीक (hybrid technology) दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए मरीजों के जीवन को बचाने का माध्यम बनेगा। इस तकनीक की शुरूआत दिल्ली एम्स ट्रॉमा सेंटर (Delhi AIIMS Trauma Center) में शुरू होगी। जहां हाईब्रिड तकनीक से उन्नत ऑपरेशन थियेटर होगा।

दिल्ली एम्स ट्रॉमा सेंटर (Delhi AIIMS Trauma Center) में हाईब्रिड तकनीक से उन्नत ऑपरेशन थियेटर की खास बात यह होगी कि यहां एक छत के नीचे ही गंभीर अवस्था में लाए गए मरीजों को वह सभी सुविधाएं मिलेंगी, जिसके लिए उन्हें अस्पताल के अलग-अलग ब्लॉकों और रेडियोलॉजी कमरों में ले जाना पडता है। अब मरीज की ऐसी सभी जांच ऑपरेशन थियेटर में ही पूरी कर ली जाएंगी। इससे मरीजों को बचाने के लिए जो गोल्डन टाईम मिलता है, उसकी बचत होगी।

अक्सर यह सुनने को मिलता है कि दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल मरीज की मौत सिर्फ इसलिए हो गई कि उसे समय रहते अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका। कई बार घायल व्यक्ति समय रहते अस्पताल लाया भी जाता है लेकिन जांच की सुविधा अलग-अलग जगहों पर होने से जांच के दौरान ही घायल मरीज दम तोड देते हैं। एम्स ट्रॉमा सेंटर (Delhi AIIMS Trauma Center) में इस नवीन सुविधा की शुरूआत होने से कई ऐसे मरीजों की जान बचाने की कोशिश रंग लाएगी, जिनकी जान खतरे में होती है।

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Aiims News हाईब्रिड तकनीक से इमरजेंसी मरीजों की जान बचाएगा ट्रॉमा सेंटर
Aiims News हाईब्रिड तकनीक से इमरजेंसी मरीजों की जान बचाएगा ट्रॉमा सेंटर

हाईब्रिड ऑपरेशन थिएटर की विशेषताएं

  • सीटी स्कैन और एमआरआई जैसे स्कैनर्स की उपलब्धता
  • इंटरवेंशन के प्रोसीजर की व्यवस्था
  • सर्जरी की बेहतर व्यवस्था

सर्जरी की तैयारी में नहीं लगेगा अब ज्यादा वक्त

हाईब्रिड ऑपरेशन थियेटर (Hybrid Operation Theater) में एक ही स्थान पर सभी जांच की सुविधाएं होने से अति गंभीर श्रेणी के दुर्घटनाग्रस्त मरीजों की सर्जरी से पहले लगने वाले वक्त को बेहद कम किया जा सकेगा। समय रहते सर्जरी शुरू की जाएगी, इससे ऐसे मरीजों की जान बचने की उम्मीदों को बल मिलेगा। यहां उपलब्ध सभी मशीने ऑन व्हील होंगी। यानि ये पहियों पर होंगे और इन्हें खींचकर कहीं भी आसानी से ले जाने की सुविधा होगी। ओटी में उपयोग न होने की सूरत में ये मशीन अन्य मरीजों की जांच के काम भी आ सकेंगे।

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वर्ष 2024 में ओटी शुरू करने का है लक्ष्य

एम्स ट्रॉमा सेंटर में इस हाईब्रिड ऑपरेशन थियेटर को वर्ष 2024 में शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। ताजा जानकारी के मुताबिक मॉडल हाईब्रिड ओटी (Model Hybrid OT) के लिए स्थान निर्धारित कर दिया गया है। वहीं मशीनों की खरीद के लिए टेंडर भी जारी किया जा चुका है। एम्स ट्रॉमा सेंटर चीफ डॉ. कामरान फारुखी ने उम्मीद जताई है कि अगले वर्ष तक ओटी, मरीजों की सर्जरी के लिए तैयार कर लिया जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय से मिल गई है मंजूरी

एम्स ट्रॉमा सेंटर  के प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रहे डॉ. अनंत के मुताबिक हाईब्रिड ओटी के संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Ministry of Health) की भी मंजूरी मिल गई है। जिसके बाद शेष कार्य पूरी रफ्तार से किए जा रहे हैं। एम्स में मरीजों के उपचार के लिए मौजूदा उपलब्ध बिस्तरों की तादाद 200 से अधिक है। इसके अलावा 5 ऑपरेशन थियेटर भी संचालित किए जाते हैं। इनकी संख्या को बढाकर 10 करने का लक्ष्य रखा गया है।

यहां बता दें कि एम्स ट्रॉमा सेंटर (Delhi AIIMS Trauma Center) में उपचार के लिए रोजाना आने वाले मरीजों की तादाद 200 से अधिक है। यहां एक ही समय में औसतन 45 से 50 मरीजों का उपचार किया जाता है। संसाधनों के बढने से यहां ज्यादा संख्या में मरीजों का उपचार तो संभव हो ही पाएगा। वहीं आपातकालीन स्थिति में लाए गए दुर्घटनाग्रस्त और गंभीर रूप से घायल मरीजों की जान बचाने में भी सहूलियत हो जाएगी।

Aiims News : हाईब्रिड तकनीक से इमरजेंसी मरीजों की जान बचाएगा ट्रॉमा सेंटर

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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

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