हेल्थ रिपोर्ट 2022 : हेल्थ के मामले में दुनिया में किस तरह की रही हलचल
एम्स (aiims) ने तत्काल पंजीकरण के लिए ‘स्कैन एंड शेयर क्यूआर कोड’ अपनाने के निर्देश दिए
नई दिल्ली। टीम डिजिटल :
एम्स (Aiims) ने ओपीडी पंजीकरण (OPD Registration) के लिए आने वाले नए और फॉलोअप मरीजों के लिए आयुष्मान भारत स्वास्थ्य एकाउंट (ABHA) आईडी के उपयोग को बढ़ावा देने का फैसला किया है। एम्स के प्रशासनिक कार्यालय द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक एम्स के सभी ओपीडी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के ‘स्कैन एंड शेयर क्यूआर कोड’ समाधान (scan and share qr code solution) को अपनाना आवश्यक होगा। इसका उद्देश्य मरीजों को सुगम और त्वरित पंजीकरण की सुविधा देना है। इससे मरीजों को पंजीकरण कतार संख्या देने में भी आसानी होगी।
जिनके पास नहीं है स्मार्टफोन उनके लिए होगा अलग इंतजाम :


जिन मरीजों के पास स्मार्टफोन नहीं है, ऐसे मरीजों के लिए एम्स (Aiims) में एक अलग काउंटर स्थापित किया जाएगा। यहां से मरीज अपनी एबीएचए आईडी (ABHA ID) बनवा सकेंगे। यह काउंटर सुबह सात बजे से रात 10 बजे तक संचालित किया जाएगा। संबंधित व्यवस्था 21 नवंबर से नयी राजकुमारी अमृत कौर ओपीडी में शुरू कर दी जाएगी। वहीं नए साल के पहले दिन से एम्स नयी दिल्ली (Aiims New Delhi) के सभी ओपीडी में मिशन मोड में शुरू की जाएगी। एम्स द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक एबीएचए आईडी (ABHA ID) ओटीपी का उपयोग करते हुए पंजीकरण के दौरान अक्सर देरी और समस्या होती है। वहीं ओटीपी के लिए अधिकतम तीन बार ही प्रयास किए जा सकते हैं। ऐसे में नई व्यवस्था से मरीजों के लिए ओपीडी पंजीकरण कराना और भी सुविधाजनक और आसान हो जाएगा।
स्कैन और शेयर क्यूआर कोड समाधान से पंजीकरण में समय लगेगा कम :
एम्स (Aiims) के मुताबिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) के स्कैन और शेयर क्यूआर कोड समाधान (scan and share qr code solution) से पंजीकरण के दौरान समय भी कम लगता है। इसके प्रयोग को लेकर मौजूद जानकारी से यह पता चलता है कि यह सुविधाजनक भी है और इससे आशाजनक परिणाम भी मिलते हैं। इसके अलावा अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया भी पहले के मुकाबले आसान हो जाती है। स्कैन और शेयर क्यूआर कोड समाधान, बायोमेट्रिक प्रक्रिया है।


इसके तहत एबीएचए आईडी विवरण साझा करने की अनुमति देने के लिए ‘फेस-ऑथेंटिकेशन’ (face-authentication) करना भी संभव हो जाएगा। एम्स निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास द्वारा जारी कार्यालय ज्ञापन के मुताबिक इन्हीं खूबियों को देखते हुए एम्स प्रशासन ने नए और फॉलोअप मरीजों के लिए ओपीडी पंजीकरण में आयुष्मान भारत स्वास्थ्य एकाउंट (एबीएचए) आईडी के उपयोग को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। बताया गया है कि एबीएचए आईडी के उपयोग को और बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य पेशेवरों के साथ रोगियों के डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड के क्यूआर कोड आधारित साझाकरण को भी ‘व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड’ (PHR) ऐप्लिकेशन के उपयोग से सक्षम बनाया जाएगा।
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