Thursday, November 21, 2024
HomeNewsDelhiWinter Vacation : 50 प्रतिशत डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा Aiims 

Winter Vacation : 50 प्रतिशत डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा Aiims 

Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now

Winter Vacation Aiims : विभागाध्यक्षों को जारी किया निर्देश 

नई दिल्ली।टीम डिजिटल : विंटर वैकेशन (winter vacation) में एम्स (Aiims) 50 प्रतिशत डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा। एम्स प्रशासन (AIIMS Administration) ने इस आशय में सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश जारी किया है। 
एम्स (Aiims) प्रशासन ने दुनियाभर में कोरोना के बढते हुए मामलों को देखते हुए अपने कर्मचारियों से कोविड प्रोटोकॉल के तरह सुरक्षा उपायों को अपनाने की भी सलाह दी है। कर्मचारियों को यह निर्देश जारी किया गया है कि वे कक्षों में बैठने की व्यवस्था शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए करें।
वहीं परिसर में भी शारीरिक दूरी का ख्याल रखें। इसके साथ ही एम्स प्रशासन ने परिसर में एक स्थान पर पांच से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर भी पाबंदी लगा दी है। कर्मचारियों से कहा गया है कि वे मास्क लगाएं। 

19 दिन का होगा विंटर वैकेशन 

एम्स (Aiims) में विंटर वैकेशन 19 दिनों का होगा। इसे दो चरणों में लागू किया जाएगा। वैकेशन का पहला चरण शु्क्रवार से शुरू हो गया है और संस्थान के 50 प्रतिशत फैकल्टी 9 दिनों के लिए अवकाश पर चले गए हैं। ऐसे में मरीजों को कुछ असुविधा भी हो सकती है। एम्स के आदेश के मुताबिक एम्स में 23 दिसंबर से 10 जनवरी तक विंटर वैकेशन रहेगा।
पहला चरण 23 से 31 दिसंबर तक के लिए निर्धारित किया गया है। पहले चरण में 50 प्रतिशत डॉक्टर अवकाश पर रहेंगे। इन डॉक्टरों के अवकाश से लौटेने के बाद अन्य 50 प्रतिशत डॉक्टरों को अवकाश दिया जाएगा। विंटर वैकेशन का दूसरा चरण 10 जनवरी तक रहेगा। 

रेजिडेंट डॉक्टर संभालेंगे कमान 

विंटर वैकेशन (winter vacation)  के दौरान एम्स में उपचार की कमान रेजिडेंट डॉक्टर संभालेंगे। मरीजों को परेशानी न हो इसके लिए एम्स प्रशासन ने पूरी व्यवस्था करने का दावा किया है। एम्स में अगर पहले से अप्वांटमेंट है, तो जाने से पहले यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि जिस फैकल्टी से परामर्श लेना हैं, वह कहीं विंटर वैकेशन पर तो नहीं है। 

एम्स में 700 से अधिक फैकल्टी करते हैं मरीजों का उपचार 

यहां बता दें कि एम्स (Aiims) में 700 से अधिक फैकल्टी काम करते हैं। ऐसे में पहले चरण के दौरान तीन सौ से अधिक चिकित्सक अवकाश पर चले गए हैं। वहीं एम्स ओपीडी में रोजाना 10 हजार से अधिक मरीज उपचार के लिए आते हैं।
इनमें से ज्यादातर मरीज देश के दूसरे राज्यों के होते हैं। ठंड को ध्यान में रखते हुए एम्स के आसपास रैनबसेरों की भी व्यवस्था की जा रही है। यह ध्यान रखा जा रहा है कि ठंड के कारण बाहर से अने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को परेशानी न हो। 
Winter Vacation : 50 प्रतिशत डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा Aiims 

Read : Latest Health News|Breaking News|Autoimmune Disease News|Latest Research | on https://caasindia.in | caas india is a multilingual website. You can read news in your preferred language. Change of language is available at Main Menu Bar (At top of website).  

नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

caasindia.in सामुदायिक स्वास्थ्य को समर्पित हेल्थ न्यूज की वेबसाइट

Read : Latest Health News|Breaking News|Autoimmune Disease News|Latest Research | on https://www.caasindia.in|caas india is a multilingual website. You can read news in your preferred language. Change of language is available at Main Menu Bar (At top of website).
Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now
Caas India Web Team
Caas India Web Teamhttps://caasindia.in
Welcome to caasindia.in, your go-to destination for the latest ankylosing spondylitis news in hindi, other health news, articles, health tips, lifestyle tips and lateset research in the health sector.
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest Article