Thursday, November 21, 2024
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Amazing Facts in Hindi : कितने मेगापिक्सल की होती है इंसानी आंखें

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Amazing Facts in Hindi : आंखों की तरह ही काम करते हैं कैमरे, जानिए रोचक तथ्य

नई दिल्ली।टीम डिजिटल : Amazing Facts in Hindi : कितने मेगापिक्सल की होती है इंसानी आंखें-  मशीनी युग है और कैमरों को तीसरी आंख कही जाती है। जिस तरह से इंसानी आंखें काम करती है, उसकी से प्रेरित होकर कैमरे की तकनीक भी तैयार की गई है। जितना बेहतर मेगापिक्सल (megapixel) होगा, कैमरा उतनी ही अधिक स्पष्ट तस्वीर दिखाएगा।

ऐसे में एक सामान्य इंसान के मन में सवाल पैदा होता है कि क्या आखिर इंसानी आंखों का भी कैमरों की तरह कोई पैमाना होता है? फिर इंसानी आंखों की मेगापिक्सल क्या होती होगी? यहां हम आपको इस रोचक तथ्य (Amazing Facts in Hindi) के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

आंखों की क्या होती है मेगापिक्सल (How much is the megapixel of the eyes) ?

इंसानी आंखों की कार्यप्रणाली बेहद जटिल तो है लेकिन दिलचस्प भी है। यह आंखें सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक कई दृश्य देखती है। कैमरे की क्षमता को ध्यान में रखते हुए अगर आंखों की बात कहें तो इंसानी आंख 576 मेगापिक्सल (megapixel) तक का दृश्य दिखा सकती है।

अगर आसान तरीके से कहें तो हमारी आंखें हमें एक बार में 756 मेगापिक्सल के क्षेत्रफल के दर्शन करवा सकती है। मगर यहां कुछ सीमा भी है। इस रोचक तथ्य (Amazing Facts in Hindi) को भी जानना अपने आप में बेहद दिलचस्प है। आप यह जानकर हैरान होंगे कि हमारी आंखें दिमाग के साथ प्रोसेस नहीं कर पाती है।

जबकि, कैमरे में बाकायदा यह तकनीक होता है। जो दृश्य हमें आंखे दिखाती है, उसका कुछ ही हिस्सा हम हाई डेफिनेशन विजन में देखते हैं। आंखों को जब अलग-अलग फोकस किया जाता है, तब हमें पूरा दृश्य साफ और स्पष्ट दिखाई देने लगता है।

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Amazing Facts in Hindi
Amazing Facts in Hindi | Photo : freepik

हर इंसान की एक जैसी नहीं होती नजरों की प्रणाली

इंसान की उम्र बढने के साथ उसकी नजरें कमजोर होती है। यह तो एक सामान्य जानकारी है, जिसे सभी जानते हैं। जैसे-जैसे उम्र बढती है देखने की क्षमता भी प्रभावित होने लगती है। अगर आप किसी दृश्य को स्पष्ट देख पा रहे हैं तो यह जरूरी नहीं है कि आपके बगल में खडा हुआ दूसरा इंसान भी उस दृश्य को उतनी ही स्पष्टता के साथ देख पाए।

उदाहरण के लिए एक बुजुर्ग और युवा के देखने की क्षमता का अंतर ले सकते हैं। यह रेटीना की कमजोरी के कारण होता है। यह ठीक उसी तरह है जैसे किसी नए मोबाइल से खींची गई तस्वीर बहुत स्पष्ट होती है लेकिन वही मोबाइल जब पुराना हो जाता है और उसकी लेंस पर स्क्रैच लग जाए तो उस मोबाइल से ऐसे में खींची गई तस्वीर की स्पष्टता और गुणवत्ता प्रभावित हो जाती है।

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कितने मेगापिक्सल के होते साधारण कैमरे?

डीएसएलआर कैमरे या मोबाइल कैमरे की बात करें तो डीएसएलआर कैमरे 400 मेगापिक्सल तक की तस्वीर खींचने में सक्षम होते हैं। जबकि, मोबाइल में लगाए जाने योग्य कैमरों को 48,60 या इससे भी ज्यादा मेगापिक्सल का तैयार किया जा रहा है।

Amazing Facts in Hindi : कितने मेगापिक्सल की होती है इंसानी आंखें

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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

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