कई समस्याओं से आपको बचा सकती है यह Ankylosing Spondylitis Management Tips
नई दिल्ली। एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) से पीडित लोगों के लिए कार या अन्य वाहन चालाना जोखिम भरा साबित हो सकता है। ऐसे में ज्यादातर विशेषज्ञ AS मरीजों को कार सहित अन्य वाहन चलाने से बचने की ही सलाह देते हैं।
बावजूद इसके आज के समय में वाहन चलाना कई बार मजबूरी बन जाती है क्योंकि कुछ एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) के मरीजों के लिए सार्वजनिक परिवहन जैसे बस, मेट्रो आदि से सफर करना भी मुश्किल साबित होता है।
ज्यादातर एएस (Ankylosing Spondylitis) मरीजों को जोडों में सूजन और दर्द की वजह से चलने में परेशानी होती है। जिसके कारण उनके आवागमन की क्षमता सामान्य लोगों के मुकाबले कुछ हदतक सीमित हो जाती है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के साथ वाहन चला सकते हैं या नहीं? हम यहां आपको विस्तार से इस विषय में जानकारी दे रहे हैं।
कार चलाते हुए मूवमेंट जरूरी, हो सकती है मुश्किल
यदि आपको एंकाइलोज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस (एएस) है तो कार चलाना (Driving Tips) आपके लिए कई संभावित चुनौतियां पैदा कर सकता है। हलांकि, जिन मरीजों के जोडों और मांसपेशियों में लचीलापन बरकरार है, वह आसानी से वाहन चला सकते हैं लेकिन जिनमें लचीलापन की कमी है और फिर भी वाहन चलाना मजबूरी है, उनके लिए यह जानकारी विशेषतौर पर महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
दरअसल, कार में चढ़ने और उतरने से लेकर, सड़क पर अन्य कारों से उचित फासला कायम रखने से लेकर डॉर्क साइड का आकलन करने में बार-बार सिर और शरीर को मोड़ने की जरूरत पडती है। इसके अलावा ड्राइविंग (Driving Tips) करते हुए लंबे समय तक बैठे भी रहना पडता है।
इन सभी हरकतों के लिए एक एएस मरीज का शरीर पूरी तरह सक्षम नहीं होता है। ऐसे में अच्छी संभावना है कि इस प्रक्रिया का कुछ हिस्सा आपके दर्द में बढोत्तरी का कारण बन सकता है। वर्ष 2022 के एक अध्ययन में यह बात सामने आई थी कि एएस (Ankylosing Spondylitis) वाले लोगों के लिए ड्राइविंग चुनौतियां उनके संपूर्ण उत्पादकता को प्रभावित कर सकती हैं।
इन 7 Driving Tips अपनाकर कर सकते हैं जोखिम को कम
यह तो आपने जान लिया कि Ankylosing Spondylitis Patients अगर वाहन चलाते हैं, तो उन्हें समस्या हो सकती है लेकिन निराश होने की जरूरत नहीं है। अपनी Car Driving केे दौरान समस्या के जोखिम से बचने के लिए आप कई कदम उठा सकते हैं। यूके की नेशनल एक्सियल स्पोंडिलोआर्थराइटिस सोसाइटी के विशेषज्ञों का यह मानना है कि एएस से पीडित ज्यादातर लोग गाडी चलाना जारी रख सकते हैं। इसके लिए कुछ जरूरी निर्देश समझने पडेंगे और साथ ही इन्हें फॉलो भी करना होगा।
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1. कार में प्रवेश और निकास के दौरान करें अच्छी तकनीक का उपयोग
लॉस एंजिल्स में दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के केक अस्पताल में व्यावसायिक चिकित्सक, तारा पेरी के मुताबिक, अगर आपकी कार लो फ्लोर वाली है, तो आपको उसमें बैठने और उतरने के दौरान समस्या हो सकती है। यहां पेरी एक महत्वपूर्ण सलाह देती हैं। पेरी के मुताबिक धड़ को मोड़ने या बहुत अधिक झुकने की आवश्यकता को कम करने के लिए पहले कार में बैठें और फिर धीरे से अपने पैरों को कार के अंदर ले जाएं।
ठीक इसी प्रक्रिया का पालन कार से नीचे उतरने के दौरान भी करें। कार में सफलतापूर्वक बैठ जाने के बाद आप अपने शरीर को मोड सकते हैं और कम प्रयासों में ही अपने पांव को कार के अंदर या बाहर कर सकते हैं। अगर सामान्य रूप से कार में बैठने या उतरने की कोशिश करते हैं, तो हो सकता है कि यह दर्द में बढोत्तरी का भी कारण बन जाए।
2. ड्राइविंग के दौरान पोश्चर को बेहतर रखने का करें प्रयास
न्यूयॉर्क शहर में एनवाईयू लैंगोन के स्पाइन सेंटर में आर्थोपेडिक सर्जन, एमडी, चार्ला आर. फिशर के मुताबिक किसी भी एएस (Ankylosing Spondylitis) मरीज के लिए बैठते हुए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनकी पीठ या गर्दन पर बहुत अधिक तनाव न हो। एएस वाले लोगों के लिए पीठ की तरफ से सपोर्ट रखना जरूरी हो जाता है। ऐसे में कार चलाने के दौरार पीछे सपोर्ट को ध्यान मेें रखते हुए बेहतर ड्राइविंग पोश्चर का अभ्यास करने से राह आसान हो सकती है।
यहां कुछ और भी जरूरी बातों का ध्यान रखें। जैसे – कार में बैठने के साथ कुछ मिनट का समय लें और यह सुनिश्चित करें कि आपकी सीट स्टेयरिंग से सही दूरी पर है या नहीं। सीट का पिछला हिस्सा उचित एंगल पर एडजस्ट है। इसके अलावा स्टीयरिंग व्हील alignment को भी जांच लें। ऐसा करके आप मांसपेशियों में होने वाले खिंचाव और थकान से बच सकते हैं।
हालांकि, डॉ. फिशर का यह भी कहना है कि यह कोई सख्त नियम भी नहीं है कि हर शब्द का पालन उसी तरह किया जाए, जैसा कि बताया गया है। डॉक्टर के मुताबिक हर व्यक्ति की शारीरिक स्थिति अलग हो सकती है। ऐसे में इन सभी सावधानियों का पालन करते हुए यह भी सुनिश्चित जरूर करें कि बेहतर ड्राइविंग पोश्चर मेंटेन रखने के साथ आपको आराम कैसे मिलता है। यह देखना सबसे महत्वपूर्ण है।
3. लम्बर पिलो के इस्तेमाल से बेहतर सपोर्ट पाएं
पेरी के मुताबिक जब भी आप वाहन चला रहे होते हैं, तब अपनी पीठ के निचले हिस्से मेें एक लम्बर पिलो जरूर रखें। यह आपके आराम के स्तर में बडी राहत साबित हो सकती है। यह तकिया विशेषतौर से पीठ के निचले हिस्से को सहारा देने के लिए बनाया जाता है। आप अगर सहज महसूस करते हैं तो ऐसे किसी और तकिए का इस्तेमाल भी कर सकते हैं लेकिन तकिया ऐसा लें जिसे अपने साथ लाना और रखना आसान हो। फिशर के मुताबिक कार के सीट आराम से ज्यादा सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं। इसलिए उसे आरामदायक बनाना आप पर निर्भर करता है।
4. हेडरेस्ट का करें उपयोग
फिशर के मुताबिक, कार ड्राइव (Driving Tips) करते वक्त आपको अपने हेड पोजिशन पर भी ध्यान देने की जरूरत है। ऐसे में उचित पोश्चर बनाए रखते हुए आपको यह भी देखना होगा कि आप किस तरह का हेड रेस्ट उपयोग करते हैं। हेड रेस्ट ऐसा नहीं होना चाहिए, जो आपकी गर्दन को आगे की ओर धकेले।
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5. हीटिंग पैड को बनाए सपोर्टिंग पिलो
एएस (Ankylosing Spondylitis) मरीजों के मामले में कार ड्राइव करते हुए हीटिंग पैड को सर्पोटिंग तकिए के साथ इस्तेमाल करना एक बेहतर आईडिया हो सकता है। इसके ड्राइव करते हुए गर्दन पर पडने वाले तनाव को कम करने में मदद मिलेगी। यह आपके पीठ के निचले हिस्से में होने वाले दर्द और अकडन को भी नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
हालांकि, रेडिकुलोपैथी, या रीढ़ की हड्डी में तंत्रिका दर्द – गर्मी की तुलना में ठंड पर बेहतर प्रतिक्रिया करते हैं। इन मामलों में, गाड़ी चलाते समय ऐसा करने की कोशिश करने के बजाय, प्रभावित क्षेत्र पर समय से पहले बर्फ लगाना शायद सबसे अच्छा है। इसके लिए कोल्ड पैक को तकिए के साथ रखा जा सकता है।
6. अपने वाहन में करें अतिरिक्त मिरर का प्रयोग
कई बार के स्टॉक दर्पण उतना व्यापक दृश्य प्रदान नहीं करते हैं, जितना कि वे आदर्श रूप से एंकिलोज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) वाले किसी व्यक्ति के लिए होने चाहिए। कुछ देखने के लिए सिर, गर्दन और धड़ को भी हिलाना होता है। यदि कठोरता के कारण मूवमेंट की सीमा सीमित होने की शिकायत है, तो रियर-व्यू और साइड मिरर दोनों के लिए स्नैप-ऑन मिरर एक्सटेंशन का उपयोग कर सकते हैं। एक अन्य विकल्प भी है, जो विशेष रूप से छोटे बच्चों के माता-पिता के लिए अच्छा है, वह है पीछे की सीट के ऊपर एक एंगल पर लगाया गया एक विशेष दर्पण, जो ड्राइवर को रियर-व्यू मिरर में यह देखने की आजादी देता है कि वहां क्या हो रहा है।
7. लॉन्ग ड्राइव पर ब्रेक लेते रहे
भले ही आपका पोश्चर सही हो लेकिन अगर आप एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस से पीडित हैं, तो ड्राइव के दौरान कुछ देर रूककर ब्रेक जरूर लें। ड्राइवर की सीट पर बहुत देर तक बैठने से दर्द और जकड़न हो सकती है। लंबे समय तक स्थिर स्थिति में रहने की वजह से सूजन और दर्द की समस्या हो सकती है। एएस से पीड़ित लोगों के लिए, 30 या 40 मिनट से अधिक समय तक बैठे रहना महत्वपूर्ण असुविधा का कारण बन सकता है। सामान्य लोग थोडे अधिक समय तक बैठ भी लें तो उन्हें इससे ज्यादा दिक्कत नहीं होती है। आम तौर पर किसी के लिए भी 50 या 60 मिनट से ऊपर एक मुद्रा में बैठना शारीरिक स्वास्थ्य के लिहाज से सही नहीं है।
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