Thursday, November 21, 2024
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Ankylosing Spondylitis : Causes, Symptoms and Treatment

अगर आप अपनी बीमारी को पूरी तरह से जानते हैं तो उससे मुकाबला करना आसान हो जाता है। आपको बीमारी की वजह से होने वाले जोखिम और उससे बचाव (Risks and prevention of AS) से संबंधित जानकारी होगी तो आप सतर्क रहेंगे और इससे बीमारी के एडवांस स्टेज (Advanced stage of AS) में पहुंचने से रोकना आपके लिए आसान हो जाएगा।

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Highlights

Ankylosing Spondylitis (AS) के बारे में डिटेल्स जानकारी

Ankylosing Spondylitis : एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (AS) क्या है? एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के कारण (Cause) क्या हैं? एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के उपचार (treatment) क्या है? इन सभी विषयों के बारे मेें जानना एक मरीज के लिए बेहद जरूरी होता है।
अगर आप अपनी बीमारी को पूरी तरह से जानते हैं तो उससे मुकाबला करना आसान हो जाता है। आपको बीमारी की वजह से होने वाले जोखिम और उससे बचाव (Risks and prevention of AS) से संबंधित जानकारी होगी तो आप सतर्क रहेंगे और इससे बीमारी के एडवांस स्टेज (Advanced stage of ankylosing spondylitis) में पहुंचने से रोकना आपके लिए आसान हो जाएगा।
एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस एक लाइलाज बीमारी है। वर्तमान में इसका कोई प्रभावी उपचार उपलब्ध नहीं है। हालांकि, एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस की कई ऐसी दवाएं (Ankylosing spondylitis medications) उपलब्ध है, जिससे इसके लक्षणों को प्रबंधित किया जा सकता है और इस बीमारी को एंडवांस स्टेज में जाने से रोका जा सकता है। हम यहां आपको एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के बारे में (About Ankylosing Spondylitis) विस्तार से बता रहे हैं।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस क्या है? | What is ankylosing spondylitis?

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस  (AS) एक दुर्लभ प्रकार का  गठिया (rare form of arthritis) है, जो रीढ़ में दर्द, सूजन और कठोरता पैदा करता है। यह एक आजीवन स्थिति है, जिसे बेचटेरू रोग (bechterew disease) भी कहा जाता है। आमतौर पर यह रोग पीठ के निचले हिस्से में शुरू होता है। आगे चलकर यह गर्दन तक फैल सकता है। यह आपके शरीर के सभी बडे और छोटे जोडों को भी प्रभावित कर सकता है।
“एंकिलोसिस (ankylosis)” का अर्थ होता है, जुड़ी हुई हड्डियां या अन्य कठोर ऊतक (hard tissue)। “स्पॉन्डिलाइटिस (Spondylitis)” का अर्थ है   आपकी रीढ़ की हड्डियों, या कशेरुकाओं में सूजन (swelling in vertebrae) । गंभीर मामले में यह आपके बॉडी पोश्चर को भी प्रभावित कर सकता है। जिसकी वजह से मरीज के रीढ़ की हड्डी आगे की ओर झुक सकती है।
एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस का कोई उपचार नहीं है (There is no cure for ankylosing spondylitis.)। वैज्ञानिक इस बात से भी अभी तक अनजान हैं कि यह बीमारी किस कारण से होती है। हालांकि, एंकिलॉलिंग स्पॉन्डिलाइटिस क्यों होता है (What causes ankylosing spondylitis?), यह जानने के लिए वैज्ञानिक लगातार प्रयास कर रहे हैं। एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस की प्रभावी दवा (Effective medicine for ankylosing spondylitis) की तलाश में भी वैज्ञानिक लगातार जुटे हैं। उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस का प्रभावी उपचार (Effective treatment of ankylosing spondylitis) ढूंढा जा सकेगा और इससे प्रभावित लाखों लोगों को राहत मिलेगी।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस लक्षण | ankylosing spondylitis symptoms in Hindi

Ankylosing Spondylitis : Causes, Symptoms and Treatment
Ankylosing Spondylitis : Causes, Symptoms and Treatment | Photo : Canva

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस का पहला लक्षण क्या है?

यह बीमारी अक्सर सैक्रोइलियक जोड़ों में सूजन (Swelling of the sacroiliac joints) से शुरू होती है। यह वह जगह है, जहां रीढ़ श्रोणि (pelvis) से जुड़ती है। जिसके कारण एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस से प्रभावित मरीज (Patients affected by ankylosing spondylitis) को पीठ के निचले हिस्से और कूल्हों में दर्द और कठोरता महसूस हो सकती है। अगर इस स्थिति को बिना उपचार के छोड दिया जाए तो एएस उन स्थानों को प्रभावित कर सकता है, जहां टेंडन (tendon) और लिगामेंट्स (ligaments) हड्डियों से जुड़े होते हैं। इसकी वजह से कशेरुकाएं (vertebrae) भी आपस में जुड़ सकती हैं।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस के अन्य लक्षण

  • गर्दन में दर्द या अकड़न
  • कंधे का दर्द
  • पसली में दर्द और अकड़न
  • कूल्हों या जांघों में दर्द
  • पैर, एड़ी या हाथ में दर्द
  • दर्द जो सुबह के समय या लंबे समय तक बैठने के बाद अधिक होता है
  • एक कठोर रीढ़ जो आगे की ओर झुकती है
  • थकान
  • जोड़ों में सूजन
यहां बता दें कि एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के लक्षण (Symptoms of AS) प्रत्येक मरीज में अलग-अलग हो सकते हैं। मरीज की स्थिति किसी दूसरे मरीज की तुलना में तेजी से या धीरे-धीरे परिवर्तित हो सकती है। कुल मिलाकर हर मरीज को यह अलग-अलग तरीकों से प्रभावित कर सकता है। किसी में इसका प्रभाव कम हो सकता है तो किसी मरीज में इसका प्रभाव अधिक से अधिक भी हो सकता है। शुरूआती अवस्था में इसके लक्षण प्रकट होते हैं और फिर धीरे-धीरे बेहतर भी होते जाते हैं।

स्पोंडिलोआर्थराइटिस (spondyloarthritis) के प्रकार

एएस (AS) स्पोंडिलोआर्थराइटिस नामक स्थितियों के एक समूह से संबंधित रोग है। इस बीमारी में मरीज कई तरह की मेडिकल कंडिशन का सामना कर सकता है। यह आपकी रीढ़ और जोड़ों में सूजन (swelling in the spine and joints) की वजह बनती है।

इस समूह में दो प्रकार की स्थितियां होती हैं

एक्सियल स्पोंडिलोआर्थराइटिस (axial spondyloarthritis)

ऐसी बीमारियां जो ज्यादातर आपकी रीढ़ को प्रभावित करती हैं। एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस एक्सियल स्पॉन्डिलाइटिस का एक प्रकार है, जिसे डॉक्टर एक्स-रे की मदद से देख सकते हैं। इसका एक और प्रकार भी है, जिसे नॉन-रेडियोग्राफिक एक्सियल स्पोंडिलोआर्थराइटिस (Non-radiographic axial spondyloarthritis) कहा जाता है। यह एक्स-रे की मदद से नहीं देखा जा सकता है।

परिधीय स्पोंडिलोआर्थराइटिस (peripheral spondyloarthritis)

ऐसी स्थितियां जिनमें ज्यादातर आपके अंगों, एड़ी, उंगलियों और पैर की उंगलियों के जोड़ शामिल होते हैं। कुछ मरीजों में एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के दोनों प्रकार (Types of Ankylosing Spondylitis) मौजूद होते हैं।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस के कारण | Causes of Ankylosing Spondylitis in hindi

शोधकर्ता इस बात को लेकर निश्चित नहीं हैं कि एएस किस कारण से होता है लेकिन उनका मानना ​​है कि यह आपके जीन से जुड़ा हुआ मामला हो सकता है। AS से पीड़ित अधिकांश लोगों में एक जीन होता है जो HLA-B27 नामक प्रोटीन (HLA-B27 protein) का निर्माण करता है।
डॉक्टरों का मानना ​​है कि यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Defence system) को आपके शरीर में कुछ सामान्य बैक्टीरिया पर हमला करने के लिए प्रेरित करता है। जिसकी वजह से एएस के लक्षण (symptoms of as) प्रकट होते हैं। आसान शब्दों में कहें तो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली आपकी विरोधी हो जाती है और यह आपके जोडों के बीच मौजूद कोमल उत्तकों  (soft tissues) पर हमला कर देती है। जिसके कारण उनमें कठोरता, दर्द और सूजन की समस्या पैदा हो जाती है।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस महामारी विज्ञान | ankylosing spondylitis epidemiology

एएस एक दुर्लभ श्रेणी ऑटोइम्यून रूमेटिक डिसऑर्डर (AS is a rare category of autoimmune rheumatic disorders.) है। विशेषज्ञों के मुताबिक अमेरिकी आबादी के केवल .2 प्रतिशत से .5 प्रतिशत लोगों को यह रोग प्रभावित करता है। जबकि, भारत में प्रत्येक 1000 लोगों में से यह 2 व्यक्ति एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस से पीडित हैं (These 2 people out of every 1000 people in India are suffering from Ankylosing Spondylitis.)। हलांकि, यह आंकडे अनुमान पर आधारित हैं।
भारत में एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis in India) के मरीजों की वास्तविक संख्या ज्ञात नहीं है। शोधकर्ताओं का ऐसा मानना है कि एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को अधिक प्रभावित करती है। एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस पुरुषों में होने का जोखिम अधिक होता है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का यह भी मनाना है कि ज्यादातर महिलाओं में इस बीमारी का निदान नहीं हो पाता। जिसकी वजह से पुरुषों के आंकडे अधिक मिलते हैं।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, अधिकांश प्रकार के गठिया के विपरीत, एएस अक्सर आपकी  किशोरावस्था या युवा वयस्कता में शुरू होता है। लगभग 80 प्रतिशत मामले 30 साल की उम्र से पहले शुरू होते हैं और 9 प्रतिशत मामले 45 साल की उम्र तक शुरू होते हैं। एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस से संबंधित कुछ स्टडी (Study related to ankylosing spondylitis) के हवाले से यह पता चला है कि यह रोग श्वेत लोगों को अधिक प्रभावित करता है।
कुछ शोध में यह भी जानकारी सामने आई है कि काले लोगों की तुलना में एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस होने की आशंका श्वेत लोगों (white people) में तीन गुना अधिक होता है। अन्य जातीय और नस्लीय समूहों के बीच एएस दरों (AS rates among ethnic and racial groups) पर बहुत अधिक शोध नहीं हुआ है।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस जोखिम कारक | ankylosing spondylitis risk factors in Hindi

एएस (AS) के लिए मुख्य जोखिम कारकों में से एक HLA-B27 जीन का होना है। इसलिए यदि आपके परिवार में अन्य लोगों को यह बीमारी है तो आपको एएस होने की अधिक संभावना है लेकिन जिन अधिकांश लोगों में यह जीन होता है, उनमें एएस की समस्या हो, यह जरूरी नहीं है। जिसका अर्थ है कि आपके वातावरण में मौजूद चीजें भी इसमें भूमिका निभा सकती हैं।
जिन लोगों में HLA-B27 जीन नहीं है, उन्हें भी AS हो सकता है। आपकी उम्र, लिंग और नस्ल के साथ-साथ, कोई अन्य ऑटोइम्यून बीमारी होने से एएस होने की संभावना बढ़ सकती है। कई अध्ययनों में यह जानकारी सामने आई है कि एएस से पीडित जो लोग धूम्रपान करते हैं, उनमें दर्द और विकलांगता (Disability) अधिक पाई जाती है। ऐसे में विशेषज्ञ एएस से प्रभावित मरीजों को धुम्रपान से दूर रहने की सलाह देते हैं।

इन रोगों के साथ भी हो सकता है AS का संबंध | AS may also be related to these diseases

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस निदान | ankylosing spondylitis diagnosis

एएस का पता लगाना आसान नहीं है। कई अन्य बीमारियों के लक्षण भी इससे मिलते-जुलते होते हैं। ऐसे में डॉक्टर के लिए इसका निदान करना कठिन साबित होता है

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस के लिए परीक्षण | Testing for Ankylosing Spondylitis

एएस (AS) की पुष्टि के लिए कोई एकल परीक्षण (single test) उपलब्ध नहीं है। डॉक्टर आपके लक्षणों के आधार पर इसके निदान को सुनिश्चित करते हैं।
  • शारीरिक परीक्षा (Physical examination)
  • रक्त परीक्षण (Blood Test)
  • इमेजिंग परीक्षण (imaging tests)
  • एक्स-रे या एमआरआई (X-ray or MRI)
इमेजिंग परीक्षण हमेशा मदद नहीं करते हैं। हो सकता है कि मरीजों में जोड़ों की क्षति तुरंत इमेजिंग परीक्षण में दिखाई न दे।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस की प्रगति | Progression of ankylosing spondylitis

हर किसी का एएस अलग-अलग रूप में प्रगति करता है। कुछ लोगों को हल्का पीठ दर्द और जकडन हो सकता है। वहीं, किसी दूसरे मरीज में इसके अधिक गंभीर लक्षण (severe symptoms of as) प्रकट हो सकते हैं। जो समय के साथ बदतर होते जाते हैं। उपचार किसी भी स्तर पर मदद कर सकता है।

प्रारंभिक एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस | early ankylosing spondylitis

  • एएस के पहले चरण में, आपके सैक्रोइलियक जोड़ों में सूजन हो सकती है।
  • पीठ दर्द और जकड़न, जो आमतौर पर सुबह शुरू होती है और दिन चढ़ने के साथ-साथ या जब आप व्यायाम करते हैं तो बेहतर हो जाती है
  • आपके नितंबों और आपकी जांघों के पिछले हिस्से में दर्द महसूस हो सकता है।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस का बिगड़ना | worsening of ankylosing spondylitis

यदि एएस बढ़ता है, तो यह आपके कशेरुकाओं (vertebrae) को प्रभावित करना शुरू कर देता है। जिसके बाद यह धीरे-धीरे आपकी रीढ़ की हड्डी तक बढ़ता है। जिससे आपकी पीठ में अधिक असुविधा और कठोरता हो सकती है। यह आपके एन्थेसिस (anthesis) को प्रभावित कर सकता है।
जहां आपके स्नायुबंधन (ligaments) और टेंडन (tendon) आपकी हड्डियों से जुड़ते हैं और आपके पैरों, टांगों, कूल्हों, पसलियों और कंधों में दर्द पैदा कर सकता है। आप अतिरिक्त थकान महसूस कर सकते हैं क्योंकि आपका शरीर सूजन से लड़ने की कोशिश कर रहा होता है।

उन्नत एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस | advanced ankylosing spondylitis

जैसे-जैसे एएस प्रगति करता है, आपकी रीढ़ की हड्डी के अधिक जोड़ एक साथ जुड़ (Fuse) जाते हैं । यह आपके आंदोलन (movement) को सीमित करने लगता है। यह आपकी पीठ के निचले हिस्से में वक्रता (curvature of the lower back) को समतल (flat) कर सकता है और इससे आपका पोश्चर आगे की ओर झुक सकता है। आपको सांस लेने में कठिनाई हो सकती है क्योंकि आपकी छाती उतनी नहीं फैल सकती जितनी फैलनी चाहिए।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस उपचार | ankylosing spondylitis treatment in Hindi

दवाइयां (Medicines)

इसका प्रभावी उपचार (Effective treatment of AS) उपलब्ध नहीं है लेकिन कुछ दवाएं लक्षणों से राहत देने में मदद कर सकती है। फिलहाल, विभिन्न दवाओं की मदद से मरीजों के दर्द, सूजन और अकडन को प्रबंधित कर उन्हें सक्रिय रहने में मदद की जा सकती है।
वर्तमान में कुछ ऐसी दवाएं भी उपलब्ध है, जिसके प्रयोग से मरीजों में एएस की प्रगति को धीमा किया जा सकता है। कुल मिलाकर देखा जाए तो इसे पूरी तरह से खत्म कर देने वाली दवा उपलब्ध नहीं है। एएस की प्रभावी दवा से संबंधित खोज जारी है।

व्यायाम (Exercise)

एएस के लक्षणों को नियंत्रित करने में व्यायाम को लाभकारी पाया गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक मरीजों को ज्यादातर समय शारीरिक रूप से सक्रिय रहना चाहिए। व्यायाम करने से शारीरिक सक्रियता बनाए रखने में मदद मिलती है। इससे सीधे खडे होने में भी मदद मिलती है। व्यायाम से रीढ की हड्डी को भी लचीला बनाए रखने में सहायता मिलती है। शारीरिक रूप से सक्रिय मरीजों को निष्क्रीय मरीजों के मुकाबले दवा की कम जरूरत पडती है।

शारीरिक चिकित्सा  (Physical Therapy)

शारीरिक चिकित्सा के तहत मरीज को अच्छी मुद्रा का अभ्यास कराया जाता है। तंग मांसपेशियों (tight muscles) को फैलाना और रीढ़ को स्थिर रखना (stabilize the spine) सिखाया जाता है। इसमें कई अन्य तरीकों का प्रयोग कर मरीज के दर्द को कम करने में मदद की जाती है। इसे घर पर आसानी से किया जा सकता है। अधिकांश लोगों को पेशेवर भौतिक चिकित्सक (professional physical therapist) या किसी समूह के साथ काम करने से अधिक लाभ होता है।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस के नवीनतम उपचार | Latest Treatments for Ankylosing Spondylitis

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस के लिए दवाएं | Medications for Ankylosing Spondylitis

बिना स्टेरॉइड वाली एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएँ (Non-steroidal anti-inflammatory drugs)
  • सल्फ़ासेलाज़ीन
  • मीथोट्रेक्सेट
  • ट्यूमर नेक्रोसिस फ़ैक्टर इन्हिबिटर
  •  सेकुकिनुमैब
  • इक्सेकिज़ुमैब
यदि, मरीज गंभीर लक्षणों का सामना कर रहा है या उसकी स्थिति गंभीर है तो डॉक्टर ऐसे मामले में बायोलॉजिक्स (Biologics) जैसी दवाइयां लेने की सलाह दे सकते हैं। इन्हें प्रोटीन जैसी चीजों से बनाया जाता है। इस दवा से जोडों के नुकसान को धीमा किया जा सकता है। वहीं, दर्द, सूजन और अकडन जैसी स्थिति में तेजी से निपटने में मदद कर सकता है।
बायोलॉजिक्स का इस्तेमाल मरीज को लंबे समय तक विकलांगता से बचा सकता है। यहां आपके लिए यह जानना जरूरी है कि भारत में एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के उपचार के लिए स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance for Ankylosing Spondylitis) की सुविधा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में इन दवाइयों का इस्तेमाल बेहद महंगा साबित हो सकता है। बायोलॉजिक्स का इस्तेमाल करने से शरीर संक्रमण के प्रति संवेदनील हो जाता है। कई बार इसके गंभीर दुष्प्रभाव भी सामने आते हैं।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस के लिए सर्जरी | Surgery for ankylosing spondylitis

एएस से प्रभावित ज्यादातर लोगों को सर्जरी की जरूरत नहीं होती है लेकिन अगर किसी को उन्नत किस्म का एएस है तो उन्हें भविष्य में सर्जरी की जरूरत पड सकती है।
जोड़ प्रतिस्थापन (joint replacement)
आपके कूल्हे या किसी अन्य जोड़ को गंभीर क्षति के बाद फिर से गति प्रदान करने में मदद करने के लिए यह सर्जरी की जाती है।
लैमिनेक्टॉमी (laminectomy)
इस सर्जिकल प्रक्रिया (surgical procedure) के तहत सर्जन आपकी रीढ़ की हड्डी से दबाव हटाने के लिए कशेरुका (vertebra) का एक हिस्सा हटा देता है।
स्पाइनल ऑस्टियोटॉमी (spinal osteotomy)
इस सर्जिकल प्रक्रिया के तहत सर्जन आपको सीधे खड़े होने के लिए आपकी कशेरुकाओं को फिर से संरेखित (realign the vertebrae) करता है।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस के लिए प्राकृतिक या वैकल्पिक उपचार

इस बात के बहुत कम वैज्ञानिक प्रमाण हैं उपलब्ध है कि प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स (probiotic supplements) जैसे वैकल्पिक उपचार (alternative treatments) एएस (AS) से पीड़ित लोगों को लाभ पहुंचा सकते हैं लेकिन कुछ लोग योग, ताई ची या पिलेट्स जैसी मन-शरीर से संबंधित गतिविधियों को मददगार मानते हैं।
आयुर्वेदिक चिकित्सकों (ayurvedic physicians) का दावा यह भी है कि पंचकर्मा (panchakarma) जैसी विधि भी एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के मरीजों के लिए लाभकारी है। कुछ लोग इसके लक्षणों को प्रबंधित करने के लिए लो-स्टार्च डाइट (low-starch diet) या मेडिटेरेनियन डाइट (Mediterranean diet) का भी प्रयोग करते हैं। हालांकि, यह सभी विधि इस बीमारी को प्रबंधित करने में कितना उपयोगी है, इसपर आगे अभी शोध और अध्ययन करने की जरूरत है।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस जीवनशैली और घरेलू उपचार | Ankylosing Spondylitis Lifestyle and Home Remedies

व्यायाम और तैराकी (exercise and swimming)

इस बीमारी से पीडित मरीज को चाहिए कि वह प्रत्येक दिन कुछ समय व्यायाम के लिए निकाले। पानी में व्यायाम (exercise in water) करने, नियमित रूप से तैराकी (swimming regularly) करने या नियमित साइकल चलाने (regular cycling) से से एएस से होने वाले नुकसान (Disadvantages of AS) से लंबे समय तक बचा जा सकता है।

वजन नियंत्रित रखें (keep weight under control)

मरीजों को चाहिए कि वे अपने वजन को नियंत्रित रखें। ओवर वेट (Over Weight) या मोटापे से पीडित होने पर जोडों पर अत्यधिक तनाव पडता है। जिससे एएस के लक्षण बिगड सकते हैं। वजन को नियंत्रित रखने में ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega-3 Fatty Acid) से भरपूर आहार मददगार साबित हो सकते हैं। खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल करने के साथ यह भी सुनिश्चित करें कि किस आहार से आपके लक्षण बिगडते हैं। जिन आहार से लक्षण बिगडे उसे या तो खाना बंद कर दें या बेहद कम मात्रा में खाएं।

धूम्रपान न करें (don’t smoke)

विशेषज्ञों का कहना है कि धुम्रपान करने वाले एएस मरीजों (AS patients who smoke) में धुम्रपान न करने वाले एएस मरीजों की तुलना में ज्यादा दर्द और शीघ्र विकलांगता (early disability) का सामना करना पड सकता है। इसलिए धुम्रपान करने से बचें। डॉक्टरों का कहना है कि तंबाकू सेवन (tobacco use) करने वाले मरीजों में उम्र बढ़ने के साथ उनके लक्षण बदतर होते जाते हैं।

इनका प्रयोग भी हो सकता है फायदेंमंद 

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस क्या है?
एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस क्या है? | Photo : Canva
एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस वाले मरीजों को योग (Yoga), ध्यान (meditation), तनाव प्रबंधन (Stress Management) और मालिश (massage) से भी लाभ मिल सकता है। मालिश के मामले में यह जरूर ध्यान रखें कि मरीज को हल्के हाथों से मालिश दें। मालिश करने के दौरान ज्यादा दबाव देने से मरीज के शरीर में सूजन बढ सकता है।
कठोर जोडों और तंक हो चुकी मांसेपेशियों को गर्माहट (Warmth for stiff joints and strained muscles) प्रदान करने के लिए गर्म सिंकाई (hot fomentation) फायदेमंद साबित हो सकती है। इसी तरह सूजन को कम करने के लिए प्रभावित स्थान पर ठंडी सिंकाई (cold fomentation) भी उपयोगी साबित हो सकती है। गर्म या ठंडी सिंकाई करते हुए इस बात का ध्यान रखेें कि यह दोनों तरीके 24 घंटों में केवल दो बार 10-10 मिनट से ज्यादा न करें। आप गर्म और ठंडी सिंकाई दोनों भी कर सकते हैं।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस स्वास्थ्य असमानताएँ | Ankylosing Spondylitis Health Disparities

 मरीजों में एएस (AS) का निदान करना मुश्किल हो सकता है लेकिन महिलाओं के लिए इस प्रक्रिया में अक्सर अधिक समय लगता है। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि महिलाओं में एक्स-रे पर इस बीमारी के दिखाई देने की संभावना कम होती है। यही कारण है कि ज्यादातर चिकित्सक इसे पुरुषों वाली बीमारी मानते हैं।

एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस से संबंधित कुछ खास बातें | Some special Facts related to Ankylosing Spondylitis

कुछ अध्ययनों से यह जानकारी मिली है कि अन्य नस्लीय और जातीय समूहों (racial and ethnic groups) की तुलना में काले लोगों में एएस होने की संभावना कम होती है लेकिन जब उन्हें एएस होता है, तो उनके लक्षण अधिक गंभीर हो सकती है। इसके अलावा इन लोगों में विकलांगता की संभावना (possibility of disability) भी उच्च हो सकती है।
डॉक्टर काले लोगों में एएस (AS in black people) के कुछ मामलों को भी नजरअंदाज कर सकते हैं क्योंकि उनमें यह स्थिति होना आम बात नहीं है। अध्ययनों से यह भी पता चला है कि निम्न सामाजिक और आर्थिक स्थिति वाले लोगों (People with low social and economic status) में भी एएस अधिक गंभीर होता है और इस स्थिति का उनके दैनिक जीवन पर अधिक प्रभाव पड़ने की संभावना होती है।

 एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस जटिलताएँ | Ankylosing spondylitis complications

रीढ़ की हड्डी (Spine)

दुर्लभ मामलों में (in rare cases) कशेरुकाएँ (vertebrae) कमज़ोर हो सकती हैं। जिससे उनमें फ्रैक्चर या टूटने की संभावना (osteoporosis) अधिक हो जाती है। क्षतिग्रस्त कशेरुका (damaged vertebrae) आपकी रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में नसों के एक समूह पर दबाव डाल सकती है या उसे परेशान कर सकती है जिसे कॉडा इक्विना (cauda equina syndrome) कहा जाता है। मरीजों में यौन समस्याएं (sexual problems), सजगता में कमी (decreased alertness), या  मल या मूत्राशय को नियंत्रित करने में परेशानी (trouble controlling stool or bladder) हो सकती है ।

आँखें (Eyes)

एएस से पीड़ित लगभग 40 प्रतिशत लोगों को यूवाइटिस (uveitis) नामक आंख की समस्या होती है। यह एक प्रकार की आंखों की सूजन (eye swelling) है जो दर्दनाक है और आपकी दृष्टि को धुंधला (blurred vision) कर सकती है। इस समस्या में तेज रोशनी के प्रति संवेदनशील (sensitive to bright light) बन सकती है। यदि आपको यूवाइटिस है, तो आपका डॉक्टर एएस की जांच कर सकता है, भले ही आपके पास कोई अन्य लक्षण न हों।

फेफड़े  (Lungs)

आपकी रीढ़ और पसलियों में अकड़न (Stiffness in spine and ribs) आपको गहरी सांस लेने से रोक (trouble breathing deeply) सकती है। कभी-कभी, एएस आपके फेफड़ों में घाव  (lesions in lungs)भी पैदा कर देता है, जिससे मरीज की संास लेने की क्षमता (ability to breathe) पर भी असर पड सकता है।

दिल  (Heart)

यह समस्या कुछ एएस मरीजों में ही देखने को मिलती है लेकिन यह बेहद गंभीर स्थिति साबित हो सकती है। एएस की वजह से मरीज की महाधमनी का आकार बढ (aortic enlargement) सकता है। यह महाधमनी वाल्व के आकार (aortic valve size) को बदल सकता है। जिससे रक्त आपके हृदय में वापस रिस सकता है। आपका हृदय ठीक से पंप नहीं कर पाएगा, जिससे आपको थकान हो सकती है और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।

कैंसर (Cancer)

एएस वाले लोगों को कुछ प्रकार के कैंसर होने की भी अधिक संभावना होती है। इनमें पुरुषों में हड्डी (Bone Cancer) और प्रोस्टेट कैंसर (prostate cancer) और महिलाओं में कोलन कैंसर (colon cancer) साथ ही दोनों लिंगों में रक्त से संबंधित कैंसर (Blood Cancer) शामिल हैं।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस के साथ कैसे रहें | How to live with ankylosing spondylitis

एएस (AS) जैसी दीर्घकालिक स्थिति (long term condition) के साथ जीना हमेशा आसान नहीं होता है। अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य (physical and mental health) की अच्छी देखभाल करने से आपके दैनिक जीवन में सुधार करना पड सकता है। आपकी दिनचर्या बेहद अनुशासित होनी चाहिए। नियमित व्यायाम और पोषण वाले आहार लेना चाहिए। बेहतर नींद लेनी चाहिए और जितना हो सके तनाव से बचना चाहिए।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस के लिए आहार | Diet for ankylosing spondylitis

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस क्या है?
एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस क्या है? | Photo : Canva
अध्ययनों की मानें तो एएस के लक्षणों में मदद के लिए कोई विशेष आहार को प्रभावी नहीं बताया गया है लेकिन संतुलित भोजन योजना (balanced diet plan) इस बीमारी के प्रबंधन में  महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इस तरह के आहार से वजन को भी नियंत्रित रखने में मदद मिल सकती है। अतिरिक्त वजन आपके जोड़ों पर तनाव बढ़ाता है, जिससे एएस का दर्द (AS pain) अधिक बढ़ सकता है।

एएस के मरीज आपके आहार में ये जरूर शामिल करें | AS patients must include these in their diet

अपने आहार में रंग बिरंगे फल और सब्जियों (colorful fruits and vegetables) को जरूर शामिल करें। इनमें एंटीऑक्सीडेंट नामक सूजनरोधी पोषक तत्व (Antioxidant Anti-Inflammatory Nutrients) भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा लो प्रोटीन वाले आहार (low protein diet) भी उपयोगी साबित होते हैं।
हड्डियों के स्वास्थ्य (bone health) के लिए कैल्शियम (Calcium) और विटामिन डी युक्त आहार (vitamin d rich diet) लें। ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega-3 Fatty Acid), वसायुक्त मछली (fatty fish) और कुछ वनस्पति तेलों (vegetable oils) में भी सूजन रोधी तत्व (anti inflammatory agents) पाए जाते हैं। अत्यधिक प्रसंस्कृत और शर्करा युक्त खाद्य पदार्थों (processed and sugary foods) के साथ-साथ शराब को भी सीमित करें। ये सभी सूजन को बढा सकते हैं।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस के उपचार की लागत | Cost of Treatment of Ankylosing Spondylitis

यदि आप एएस से पीडित हैं तो आपको डॉक्टर के दौरे, अस्पताल में भर्ती होने और दवा जैसी चीजों के लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य देखभाल खर्च का भुगतान करना पड सकता है। विदेशी विशेषज्ञों द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि एएस से पीड़ित लोग बिना किसी बीमारी वाले लोगों की तुलना में हर साल स्वास्थ्य देखभाल पर 10 गुना अधिक खर्च होता है। इनका खर्च प्रति वर्ष लगभग $23,000 तक हो सकता है। जबकि स्वस्थ लोगों का लगभग $2,100 डॉलर खर्च करना पडता है।

करना पड सकता है यह अतिरिक्त इंतजाम  

  • गतिशीलता में सहायता के लिए उपकरण या उत्पाद जैसे –  बेंत और रीचर्स
  • घर में आसानी से मूवमेंट के लिए रेलिंग और ग्रैब बार लगवाना पड सकता है
  • देखभाल या दैनिक कार्यों में सहायता के लिए किसी सहायक को रखना पड सकता है

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस का प्रबंधन | Management of Ankylosing Spondylitis

  • प्रतिदिन वॉक पर जाएं
  • बेहतर मुद्राओं को अपनाएं
  • शरीर को संतुलन में रखकर कार्य करें
  • बेहतर नींद लें
  • आरामदायक जूते चुनें
  • ठंडी गर्म सिंकाई करें

क्यों होते हैं एएस फ्लेयर्स? कैसे करें उपचार | Why do AS flares occur? how to treat

एएस जैसी लंबे समय तक सूजन वाली स्थिति होने से अक्सर निराशा (Disappointment) और उदासी की भावनाएं (feelings of sadness) आती हैं। इससे अवसाद या चिंता (depression and anxiety) हो सकती है। कई बार मरीजों में आत्महत्या की इच्छा (Suicidal desire in patients) भी उतपन्न हो सकती है।

इसके पीछे निम्नलिखत कारण जिम्मेदार हो सकते हैं :

  • दर्द और थकान जैसे शारीरिक लक्षण
  • काम करने या अपनी पसंद की चीज़ें करने में असमर्थ होना
  • यह महसूस करना कि आप अपनी स्वतंत्रता खो रहे हैं
  • तनावग्रस्त या उदास महसूस करने से आपके एएस के लक्षण अचानक भड़क सकते हैं
यदि आप अपने मूड में किसी तरह का बदलाव (mood swings) देखते हैं, तो इसके बारे में अपने रूमेटोलॉजिस्ट (Rheumatologist) को जरूर बताएं। एएस सहायता समूह (AS Support Group) में शामिल होने से भी आपको ऐसे लक्षण प्रबंधित करने में मदद मिल सकती है। जहां आप अपने अनुभव और भावनाओं को समझने वाले लोगों के साथ साझा कर सकते हैं। ऐसे लक्षणों को नियंत्रित रखने में व्यायाम महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
अवसाद, चिंता, डर या आत्महत्या जैसी भावना महसूस होने पर अपने परिवार के बारे में जरूर विचार करें। हो सके तो तत्काल कहीं ऐसे जगह चले जाएं जहां आपको मानसिक शांति मिले। आप इन परिस्थितियों से बचने के लिए अपने आपको जितना हो सके व्यस्त रखें। आप अपने मन में आत्मविश्वास बनाएं रखें। अपने मन में जीवन की उम्मीद बनाए रखें। यह सोचें कि वर्तमान में इसकी कोई प्रभावी दवा नहीं है लेकिन आने वाले समय में कभी भी ऐसी दवा या उपचार की खोज (Search for a cure or treatment for AS) हो सकती है। आपका जीवन कभी भी परेशानियों से मुक्त हो सकता है।

FAQ

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस क्या विकलांग कर सकता है?

एएस से पीडित लगभग 70 प्रतिशत से 90 प्रतिशत लोग गंभीर रूप से अक्षम नहीं होते लेकिन कुछ मरीजों में रीढ़ की हड्डी में संलयन और जोड़ों की क्षति होती है, जो उनकी गति को सीमित कर देती है। उन्हें नहाने, कपड़े पहनने और घरेलू कामों जैसी दैनिक गतिविधियों में मदद की आवश्यकता हो सकती है।

क्या एएस से मृत्यु हो सकती है?

एएस स्वयं आमतौर पर आपके जीवन को छोटा नहीं करता है लेकिन इसकी कुछ जटिलताएँ, जैसे हृदय रोग या रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर (spinal fracture), जीवन प्रत्याशा (Life expectancy) को प्रभावित कर सकती हैं।

क्या एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस ठीक हो सकता है?

वर्तमान में एएस एक लाइलाज बीमारी (AS is an incurable disease) है। इसका प्रभाव जीवन भर बना रहता है। एक बार यह हो जाने पर आप अपनी रीढ़ और जोड़ों को होने वाले नुकसान (Damage to spine and joints) को उलट (reverse) नहीं सकते लेकिन आप व्यायाम, भौतिक चिकित्सा और दवाओं से दर्द को कम कर सकते हैं और आगे होने वाले नुकसान को रोक सकते हैं। यदि आपको शुरुआत में ही निदान मिल जाए और सही इलाज मिल जाए, तो संभावना अच्छी है कि आप गंभीर दर्द के बिना रह सकते हैं।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस से क्या उम्मीद करें?

यह अनुमान लगाना कठिन है कि एएस किस तरह का प्रभाव छोडेगा। कुछ लोगों में लक्षण शुरुआती तौर पर बढ़ते हैं और बाद में उनमें सुधार हो जाता है। कुछ लोग समय-समय पर हल्के पीठ दर्द और जकड़न (back pain and stiffness) से गुजरते हैं। दूसरों के लक्षण समय के साथ महीनों या वर्षों में धीरे-धीरे बदतर होते जाते हैं। कई मरीजों में एएस तेजी से विकसित होता है और युवा अवस्था में ही विकलांगता (disability at young age) की वजह बन सकता है।

एएस के उपचार के दीर्घकालिक लक्ष्य क्या हैं?

  • रोग को बढ़ने से रोकें या धीमा करें
  • विकलांगता को रोकें और यथासंभव बेहतर ढंग से कार्यशील बनाए रखें
  • अपने जीवन की गुणवत्ता बनाए रखें

टेकअवे | Takeaway

शीघ्र निदान और उपचार (Early diagnosis and treatment) से एएस से पीड़ित लोगों में विकलांगता (Disability in people with AS) को रोका जा सकता है। यदि आपको लगता है कि आपको एएस हो सकता है तो अपने डॉक्टर से बात करें। यदि आपको पहले ही निदान किया जा चुका है, तो व्यायाम, भौतिक चिकित्सा और दवाएं लक्षणों को कम कर सकती हैं और आपको सक्रिय रख सकती हैं।

एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस पर नवीनतम शोध | Latest Research on Ankylosing Spondylitis

डॉक्टर नहीं जानते कि एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस का कारण क्या है। ऐसा माना जाता है कि आपके जीन और आपका वातावरण दोनों एक भूमिका निभाते हैं। विशेषज्ञ एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस के संभावित कारणों और उपचार विकल्पों का पता लगाने के लिए प्रयासों में जुटे हैं।


नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

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