आहार चिकित्सा के जरिए लक्षणों को नियंत्रित करना संभव
नई दिल्ली। टीम caas india : अक्सर Ankylosing Spondylitis (AS) का सामना कर रहे लोग यह सवाल पूछले हैं कि क्या कोई ऐसी आहार योजना (Diet Plan) है, foods to avoid in ankylosing spondylitis जिसकी मदद से इस बीमारी के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सके। आज हम यहां आपको चिकित्सकीय परामर्श के मुताबिक कुछ ऐसी आहार योजनाएं (Diet Plan) बताने जा रहे हैं, जिससे Ankylosing Spondylitis को प्रबंधित (Manage) करने में मदद मिल सकती है। विशेषज्ञों ने इसके आहार चिकित्सा योजना (डाईट ट्रीटमेंट प्लान) नाम दिया है। आहार योजना की जानकारी शेयर करने से पहले कुछ जरूरी बातें आपके लिए जानना आवश्यक है। सबसे पहले जरूरी पहलुओं की जानकारी पढिए :
सबसे पहले यह पहचाने क्या खाने से बढती है परेशानी :
पंजीकृत आहार विशेषज्ञ जॉयस प्रेस्कॉट, आरडी के मुताबिक, कुछ आहार दूसरे मरीजों की तुलना में आपके लिए बेहतर हो सकते हैं, लेकिन यह जानना जरूरी है कि कौन से आहार आपके लिए बेहतर साबित होते हैं। अपने लिए बेहतर आहार की जानकारी जुटाने के लिए सबसे पहले आप एक प्रयोग करें। अभी तक जो कुछ भी आप खा रहे हैं, खाने के बाद अपने शरीर को महसूस करने की कोशिश करें। उदाहरण के लिए आपने दही खाया और दही खाने के बाद आपके जोडों में दर्द बढ जाता है, तो दही को अपनी आहार योजना से बाहर रखें।
इसके ठीक उलट किसी दूसरे मरीज को दही खाने के बाद भी किसी तरह की परेशानी महसूस नहीं होती है, इसका मतलब यह है कि दूसरे मरीज को अपनी आहार योजना में बेझिझक दही को शामिल करना चाहिए। यहां एक चीज विशेष रूप से समझने की जरूरत है। Ankylosing Spondylitis प्रत्येक मरीज को एक ही तरह से प्रभावित करे, यह जरूरी नहीं है। ऐसे में जो एक मरीज अपने लिए उपाए कर रहा है, जरूरी नहीं है कि वह उपाए आपके लिए उपयोगी साबित हो। इसलिए आप अपने शरीर के संकेत को समझकर ही अपनी आहार योजना को तैयार करें या चुनें।
एक आहार योजना से कई तरह के मिलेंगे लाभ :
जॉयस प्रेस्कॉट, आरडी के मुताबिक विशेष रूप से तैयार की गई आहार योजना के तहत स्वस्थ आहार AS जैसी सूजन की स्थिति को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। इससे वजन घटाने में भी मदद मिलेगी। वजन नियंत्रित रहने से AS से प्रभावित जोड़ों पर तनाव और दर्द को कम करने में मदद मिलेगी।
आहार Ankylosing Spondylitis को कैसे प्रभावित करता है?
AS एक सूजन संबंधी बीमारी है जो प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करती है, जिससे आपके शरीर में सूजन और जलन की समस्या पैदा होती है। सूजन को नियंत्रित करने वाला आहार (Anti Inflammatory Foods) आपके लिए आदर्श यानि बेहतर साबित होगा।
संपूर्ण खाद्य पदार्थों (whole foods) वाले आहार पर कई शोध और अध्ययन से यह स्पस्ट हुआ है कि आपके द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ सूजन की स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं। जब आप कैलरी, अतिरिक्त शर्करा और पशु वसा added sugars and animal fats) को कम खाते हैं या नहीं खाते हैं लेकिन फल, सब्जियां, साबुत अनाज, लेन मीट (meats with a relatively low fat content) और बीन्स जैसे अधिक पोषक तत्व वाले खाद्य पदार्थ खाते हैं तो यह आपकी समस्या में आपको राहत दिलाता है और AS के सूजन और अन्य लक्षणों को कम करने में भी मददगार साबित हो सकता है।
एंकिलोज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस के लिए सबसे अच्छा आहार क्या है?
यह बेहद हैरान करने वाली जानकारी है कि AS वाले लोगों के लिए सर्वोत्तम आहार विषय पर बहुत अधिक शोध या अध्ययन नहीं किया गया है लेकिन आहार विशेषज्ञ प्रेस्कॉट के मुताबिक इस विषय को लेकर अबतक जितने भी सीमित स्तर पर अध्ययन हुए हैं, उससे स्पष्ट तौर पर सम्रग आहार योजना (holistic diet plan) की सकारात्मक प्रभाव का पता चलता है। अध्ययनों में यह भी स्पष्ट किया गया है कि अगर मरीज खुद पर यह प्रयोग कर बेहतर आहार योजना तैयार करता है, तो उसके द्वारा तैयार की गई आहार योजना कहीं अधिक लाभकारी और प्रभावी साबित हो सकती है।
प्रेस्कॉट के अनुसार मरीजों को आहार योजना तैयार करने के लिए बाकायदा एक नोटपैड रखना चाहिए। प्रयोग करने के बाद मिले अनुभव के आधार पर मरीज क्या खाना है और किस खाद्य पदार्थ से परहेज करना है, उसकी सूची तैयार कर सकते हैं। इस सूची की मदद से आप खुद के लिए फायदेमंद और हानिकारक खाद्य पदार्थ के बीच अंतर करने में सक्षम होंगे। आपके द्वारा तैयार की गई आहार योजना से थकान, दर्द, सूजन, कठोरता जैसे लक्षणों में राहत मिलेगी और लंबे समय तक इन लक्षणों को नियंत्रित भी रखा जा सकता है।
मेडिटरेनियन डाईट (Mediterranean diet) :
हेल्थकेयर प्रदाता आमतौर पर मेडिटरेनियन डाईट को सबसे अधिक हृदय-स्वस्थ आहार के रूप में सुझाते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका में हृदय रोग मृत्यु का एक प्रमुख कारण है, और सूजन की इसमें बडी भूमिका होती है। 7,000 लोगों के एक अध्ययन में, मेडिटरेनियन डाईट खाने वालों को कम वसा वाले आहार खाने वालों की तुलना में दिल का दौरा या स्ट्रोक होने की संभावना 30% तक कम पाई गई।
एक अन्य महत्वपूर्ण अध्ययन में विशेष रूप से एंकिलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) पर मेडिटरेनियन डाईट के प्रभाव को परखा गया।
अध्ययन के तहत प्रतिभागियों के रोग गतिविधि स्कोर (ASDAS) को मापा गया। यह स्कोर बीमारी की स्थिति और गंभीरता को दर्शाता है। नतीजा हैरान करने वाला था। जिन लोगों ने मेडिटरेनियन डाईट के अनुसार भोजन किया और अपने सामान्य खाद्य पदार्थ की जगह मेडिटरेनियन डाईट अपनाया उनके AS के लक्षणों में सकारात्मक सुधार पाया गया। हालांकि इस आहार योजना में कार्बोहाइड्रेट का स्तर अधिक जरूर होता है लेकिन इसमें पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ की मौजूदगी होती है। जो कार्बोहाइड्रेट की जटिलता को प्रबंधित करने में मदद करती है।
मेडिटरेनियन डाईट में शामिल खाद्य पदार्थ :
फल
फलियां
सब्ज़ियां
साबुत अनाज
दुग्ध उत्पाद
मछली
लेन मीट
ऑलिव ऑयल
पैलियो आहार (Paleo diet) :
पैलियो डाइट हाल ही में प्रचलित (ट्रेंडिंग) डाइट है। पुरापाषाण युग के दौरान हजारों साल पहले जब कृषि (खेती) की तकनीक विकसित नहीं हुई थी, तब इंसान अपने भोजन का इंतजाम शिकार और खाने योग्य पदार्थों की पहचान करके ही करता था। आहार में संपूर्ण खाद्य पदार्थ शामिल होते थे लेकिन उसमें से बेकार तत्वों की पहचान भी उन्हें थी। ऐसे में वह अपने खोजे गए भोजन को खाने योग्य तैयार करके खाते थे। प्रेस्कॉट के अनुसार AS को ध्यान में रखते हुए पैलियो आहार को लेकर बहुत अधिक शोध या अध्ययन नहीं किया जा सका है।
यह इस बीमारी में किस तरह फायदेमंद साबित होता है, इसके लेकर सीमित स्तर पर ही जानकारियां उपलब्ध है। एक विस्तृत अध्ययन में यह जानकारी जरूर सामने आई है कि यह आहार योजना प्रभावी रूप से सूजन को कम कर सकता है। पारंपरिक पैलियो आहार में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है लेकिन जो लोग शाकाहारी हैं, उनके लिए इसी आहार योजना का एक नया संस्करण भी चलन में आ चुका है, जो पूरी तरह पौधों पर आधारित आहार है। इसे पेंगन आहार कहते हैं।
पैलियो आहार में शामिल खाद्य पदार्थ :
डेरी
अनाज
फलियां
कम स्टार्च वाला आहार (Low-starch diet) :
कम स्टार्च वाला आहार स्टार्च (एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट) की मात्रा कम होती है। यह आहार AS के मामले में मददगार हो सकता है क्योंकि स्टार्च आंत में विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक बैक्टीरिया को पोषण देता है, जिसमें क्लेबसिएला (Klebsiella) नामक समूह भी शामिल है। क्लेबसिएला की वृद्धि प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करती है, जिससे सूजन पैदा हो सकता है।
सिद्धांत यह है कि आपके आहार में स्टार्च को कम करने से आपके आंत माइक्रोबायोम (आपके पाचन तंत्र में प्राकृतिक रोगाणु) में परिवर्तन होता है। एक अध्ययन में पाया गया कि आहार ने AS के लक्षणों और सूजन को कम किया। हालांकि, इस अध्ययन में केवल कुछ ही लोग शामिल थे और अध्ययन में कम स्टार्च वाले आहार की बारीकियों को अच्छी तरह से परिभाषित नहीं किया गया था।
कम स्टार्च वाले आहार के तहत इन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए :
रोटी
अनाज
पास्ता
मकई का लावा
चावल
स्टार्चयुक्त फल, जैसे केला
स्टार्च वाली सब्जियां, जैसे आलू
ग्लूटन मुक्त भोजन
कीटो डाइट (Keto diet)
शोधकर्ताओं ने 1920 के दशक में मिर्गी से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए कीटो आहार विकसित किया था लेकिन हाल के वर्षों में, इसकी लोकप्रियता में वृद्धि हुई है क्योंकि यह आपके चयापचय को ग्लूकोज (रक्त शर्करा) के उपयोग से ऊर्जा के लिए वसा जलाने में बदल देता है। कीटो डाइट के तहत आप कुछ प्रोटीन का भी सेवन करते हैं लेकिन आप कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम से कम रखते हैं।
अनुसंधान इंगित करता है कि कीटो आहार रक्त शर्करा को स्थिर करके और आपको वजन कम करने में मदद करके सूजन को कम करता है। जब आप केटो आहार के तहत बहुत अधिक वसा खाते हैं, तो यह उच्च कैलोरी आहार नहीं होना चाहिए। कीटो डाइट का पालन करने वाले कुछ लोग अस्वास्थ्यकर संतृप्त वसा वाले खाद्य पदार्थों जैसे बेकन और पनीर का अधिक सेवन करते हैं।
कीटो डाइड के तहत आहार योजना :
चिकन या मछली जैसे लेन मीट चुनें।
बिना स्टार्च वाली सब्जियों जैसे ब्रोकोली और फूलगोभी के छोटे हिस्से को शामिल करें।
जामुन के स्ट्रकेट्स पर विचार करें, जो स्वाभाविक रूप से चीनी में कम और फाइबर में उच्च होते हैं।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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