हेल्थ रिपोर्ट 2022 : हेल्थ के मामले में दुनिया में किस तरह की रही हलचल
समय के साथ पीठ में लचीलेपन की कमी है पोश्चर खराब होने के शुरूआती संकेत
नई दिल्ली|टीम डिजिटल : Ankylosing Spondylitis (AS) में पोश्चर खराब (Bad Posture) होने की संभावना बनी रहती है। यह एडवांस स्टेज की ऐसी समस्या है, जो अगर हो जाए तो फिर मौजूदा उपचार के तहत सर्जरी ही एकमात्र विकल्प रह जाता है। पोश्चर करेक्ट करने वाली सर्जरी जटिल होने के साथ जोखिम भरी भी हो सकती है। ऐसे में पोश्चर खराब होने की नौबत ही न आए, इस दिशा में गंभीरता से प्रयास करना चाहिए। यहां हम आपको (how to prevent bad posture) इस संंबंध में विस्तृत जानकारी दे रहे हैं :
दवा और व्यायाम के मेल से करें प्रयास :
पीठ में लचीलापन कम होने से मोज़े या जूते पहनने के लिए आगे झुकने जैसा काम करना कठिन होने लगता है। अगर समय रहते इस समस्या को प्रबंधित नहीं किया गया तो यह विकृति का कारण बन सकता है। आगे चलकर शरीर कूबड


जैसी मुद्रा का रूप ले सकता है। इस चुनौती को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने और अपनी उपचार योजना पर टिके रहने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति के साथ लगातार प्रयास जारी रखने की जरूरत होती है। AS के लिए उचित उपचार, जिसमें दवा और व्यायाम दोनों शामिल हैं, लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं और उन सभी संभावित जटिलताओं को धीमा कर सकते हैं, जो मुद्रा को प्रभावित करते हैं, जैसे कि आपकी हड्डियों में परिवर्तन। आमतौर पर यह सभी प्रयास थोडे कठिन जरूर हो सकते हैं लेकिन नामुमकिन नहीं हैं।
मुद्रा में सुधार के लिए जीवनशैली में बदलाव :
सामान्य सुझाव :
हमेशा बैठते हुए यह ध्यान रखें कि आपके रीढ़ सीधी हो, कंधे चौकोर हों और सिर भी सामान्य रूप से सीधी रखें।
चलते समय नीचे न देखें और न झुकें।
जब भी संभव हो, फर्श पर पैरों के नीचे फर्म रखें और सीधी पीठ वाली कुर्सी पर ही बैठें।
अपने लो या मिड-बैक को सपोर्ट करने के लिए एक छोटा कुशन जरूर रखें।
यदि आप अपने सेलफोन का बार-बार उपयोग करते हैं, तो अपने पोश्चर का ध्यान जरूर रखें और “टेक्स्ट नेक” की स्थिति से बचें।
गाड़ी चलाते समय, अपनी गर्दन को सहारा देने के लिए अपने हेडरेस्ट को एडजस्ट करें, और हमेशा सीट बेल्ट पहकर ही वाहन चलाएं या यात्रा करें।
यदि किसी दिन आपकी परेशानी ज्यादा बढ जाए तो अपनी थकान को प्रबंधित करने के लिए छोटे ब्रेक लें। यह स्लाउचिंग को कम करने में मदद कर सकता है।


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काम करते समय अच्छी मुद्रा बनाए रखना
ज्यादा देर तक एक ही पोजीशन में बैठने से बचें।
ब्रेक लें और कठोरता को कम करने के लिए उठें और अपने शरीर को थोडे अंतराल पर स्ट्रेच करते रहें।
यदि आपकी नौकरी में डेस्क पर बैठना शामिल है, तो एर्गोनोमिक डेस्क कुर्सी या स्टैंडिंग डेस्क बेहतर चुनाव साबित होगा।
सुनिश्चित करें कि आप के वर्किंग प्लेस पर बिना झुके बैठने की व्यवस्था हो और आपका कंप्यूटर मॉनिटर आंखों के स्तर पर है।
सोते समय पोश्चर का ध्यान रखें
एक मजबूत गद्दा चुनें जिससे शरीर को आराम मिल सके। गद्दा ऐसा होना चाहिए, जिसपर रीढ़ को सीधी रखने में दिक्कत न हो ।
अपने गर्दन की सर्वाइकल वाले हिस्से को सहारा देने वाले पतले तकिए का इस्तेमाल करते हुए अपनी पीठ के बल सोने की कोशिश करें।
घुमावदार स्थिति में सोने से बचें और लचीलेपन को बनाए रखने के लिए अपने पैरों को सीधा करें।
यदि आपको अपनी किसी भी दैनिक गतिविधि में कठिनाई हो रही है, तो कुशल फिजियोथेरेपिस्ट से संपर्क करने पर विचार करें।
अपने पोश्चर की जांच ऐसे करें :
एक साधारण दीवार परीक्षण का प्रयास करें।
एक दीवार के साथ अपनी पीठ और सिर को टिकाकर खड़े हो जाएं।
अगर आपकी रीढ़ सीधी है, तो आपकी ठुड्डी फर्श के समानांतर होनी चाहिए।
उचित पोश्चर को मेंटेन करते हुए एड़ी, नितंब, कंधे और सिर एक ही समय में दीवार को छूने में सक्षम होना चाहिए।


व्यायाम और पोश्चर :
दैनिक व्यायाम एएस लक्षण और पोश्चर प्रबंधन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह AS से संबंधित दर्द को कम कर सकता है और कार्य में सुधार कर सकता है। एएस वाले लोगों के लिए, व्यायाम से ज्यादा बेहर 10 मिनट की छोटी पैदल दूरी चलना है।
अध्ययन में सामने आई उपयोगी जानकारी :
वर्ष 2019 में 14 अध्ययनों की समीक्षा की गई। समीक्षा करने वाले विशेषज्ञों ने यह पाया कि व्यायाम कार्यक्रम जैसे, ताई ची से लेकर योग तक, इन सभी में समग्र कार्य में सुधार और एएस वाले लोगों में दर्द को कम करने की संभावना है। समीक्षा में AS वाले 1,500 से अधिक लोग शामिल थे। ज्यादातर मामलों में, व्यायाम कार्यक्रमों में भाग लेने वाले लोग AS के लिए दवा भी ले रहे थे। स्ट्रेचिंग, गति की सीमा और शक्ति प्रशिक्षण पर केंद्रित व्यायाम – जैसे योग और तैराकी – मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करते हैं और समय के साथ जोड़ों की गतिशीलता और लचीलेपन में सुधार कर सकते हैं।संशोधित पिलेट्स और ताई ची, में स्ट्रेचिंग और मजबूती दोनों प्रदान करने की क्षमता है। इसे भी AS के मामले में गतिशीलता बनाए रखने के लिए फायदेमंद बताया गया है।
व्यायाम के लिए सुझाव :
एक दिनचर्या स्थापित करें और उसका कायदे से पालन करें।
कड़ी मांसपेशियों को ढीला करने के लिए हमेशा वार्मअप से शुरुआत करें।
ध्यान रखें कि गर्म स्नान या शॉवर के बाद व्यायाम करना आसान हो सकता है।
कठोर सतहों पर व्यायाम करने से बचें और अपनी रीढ़ की सुरक्षा के लिए एक मोटी व्यायाम चटाई का उपयोग करने पर विचार करें।
धीमी गति से शुरू करें और अपने शरीर को महसूस करते रहे।
यदि आपको व्यायाम करते समय दर्द का अनुभव होता है, तो तुरंत बंद कर दें।
जब आप AS फ्लेयर-अप कर रहे हों तो भारी व्यायाम करने से बचें।
दवाएं
आपके चिकित्सक दर्द और जकडन को प्रबंधित करने में आपकी मदद करने और आपके पोश्चर को सही रखने में दवाओं के जरिए आपकी मदद कर सकते हैं। इससे व्यायाम और अन्य शारीरिक गतिविधियों को नियमित करने और पेन फ्री रहने में आपको मदद मिलेगी। चिकित्सक द्वारा सुझाए दवाओं का उनके परामर्श के मुताबिक सेवन करें और बिना चिकित्सक के कहे खुद से दवाओं को बंद न करें।
आपके चिकित्सक आपको पहले नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) की सिफारिश कर सकते हैं :
इबुप्रोफेन (एडविल)
नेप्रोक्सन (एलेव)
सेलेकॉक्सिब (सेलेब्रेक्स)
यदि NSAIDs लेने के बाद भी कई हफ्तों के बाद राहत नहीं मिलती तो कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स या जैविक रोग-संशोधित एंटीरहायमैटिक ड्रग्स (DMARDs) लेने का भी परामर्श आपके चिकित्सक आपको दे सकते हैं।
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