हेल्थ रिपोर्ट 2022 : हेल्थ के मामले में दुनिया में किस तरह की रही हलचल
HLAB27 की जांच अब RTPCR से संभव
हाईलाइट्स
नई दिल्ली।टीम डिजिटल : अब Ankylosing Spondylitis (AS) के निदान में महत्वपूर्ण जेनेटिक मार्कर HLAB27 की जांच अब टेस्टिंग किट के जरिए संभव हो गई है। लैब में यह टेस्ट किट की मदद से की भी जाने लगी है। इस टेस्ट को Discover Series HLAB27 Detection Kit नाम दिया गया है। इसकी जांच के लिए आरटीपीसीआर (RTPCR) तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।
यहां बता दें कि अनुमानित आंकडे के मुताबिक भारतीय आबादी में से 0.5 प्रतिशत लोग AS से पीडित बताए जाते हैं। इनमें से 90 प्रतिशत मरीजों में HLAB27 पॉजिटिव पाए जाते हैं। हालांकि, AS मरीजों की वास्तविक तादाद अनुमान से कहीं अधिक भी हो सकती है। भारत में अभी तक इस रोग से पीडित मरीजों का न तो कोई वास्तविक आंकडा मौजूद है बल्कि इस दिशा में अभी तक कोई पहल भी नहीं की गई है। जब भी आंकडों की बात आती है तो चिकित्सकीय या सामान्य स्तर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुमानित आंकडों की चर्चा होती है।
किट की विशेषताएं :
- एचएलएबी*27 जीनोटाइप का पता लगाने के लिए अति संवेदनशील एलील विशिष्ट रीयल टाइम पीसीआर तकनीक का उपयोग किया जाता है।
- गुणवत्ता जांच के लिए संपूर्ण प्रक्रिया सुरक्षित और मानकों के आधार पर नियंत्रित है।
- इसका उपयोग करना आसान है।
- असानी से परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं और डेटा का भी विश्लेषण किया जा सकता है।
- परिणाम प्राप्त करने और नमूनों की जांच के लिए अलग से किसी संसाधन की जरूरत नहीं पडती।
- एक बार में 90 नमूनों की जांच कर सकते हैं।
- फास्ट – पीसीआर शुरू होने के 80 मिनट के भीतर परिणाम प्राप्त किया जा सकता है।
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Kit Content :
- Reagents for nucleic acid extraction
- Reagents for real time PCR
- Quality Controls
HLAB27 क्या है?
मानव ल्यूकोसाइट एंटीजन HLAB27 एक क्लास वन सर्फेस एंटिजेन है। यह क्रोमोसोम 6 पर प्रमुख हिस्टोकोम्पैटिबिलिटी कॉम्प्लेक्स (MHC) में B लोकस द्वारा एन्कोड किया गया है। मानव ल्यूकोसाइट एंटीजन HLAB27 स्पोंडिलोआर्थ्रोपैथिस (SpA’s) के साथ दृढ़ता से जुड़ा हुआ है। यह Ankylosing Spondylitis (AS) के 90-95% रोगियों में पाया जाता है और सोरियाटिक गठिया और प्रतिक्रियाशील गठिया के रूप में इसकी मौजूदगी होती है। ऐसा माना जाता है कि SPA के रोगजनन में इसकी प्रत्यक्ष भूमिका हो सकती है। इसके के 50 से अधिक उपप्रकारों की पहचान की गई है, जो ज्यादातर न्यूक्लियोटाइड की एक छोटी संख्या से भिन्न होते हैं।
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Bahut hi jaankari khabar hai