वेब कहानियां

आर्थराइटिस पीडितों को यहां मिलता है विशेष भत्ता

एक ऐसा देश जहां आर्थराइटिस, मस्कुलोस्केलेटल स्थितियां चोट और विकार से पीडित लोगों को विशेष भत्ता देने की प्रक्रिया शुरू की गई है। योजना को पीआईपी नाम दिया गया है। ध्यान देने वाली बात यह है कि इसके तहत वह सभी बीमारियां आती हैं, जिसके मरीज आमतौर पर हमारे देश में परेशानियों से जूझ रहे हैं और अपने हेल्थ सिस्टम की ताजा व्यवस्था के तहत इन बीमारियों को ओपीडी ट्रीटेबल डिजीज करार देकर स्वास्थ्य बीमा तक की सुविधा नहीं दी जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऑटोइम्यून इंफ्लामेट्री डिसाऑर्डर से पीडित ऐसे लोगों की जिंदगी को आसान बनाने के लिए देश के हेल्थ सिस्टम को बारीकी से ध्यान देने की जरूरत है। ऐसे लोगों को आर्थिक सहायता की भी जरूरत पडती है क्योंकि इन बीमारियों का उपचार बेहद महंगा है।


नई दिल्ली : भारत में जहां ऑटोइम्यून इंफ्लामेट्री डिसॉर्डर से पीडित मरीज समस्याओं से धिरे हुए हैं। वहीं यूके में ऐसे मरीजों के लिए रोजगार और सहायता भत्ता से जुडी योजना शुरू की गई है। खास बात यह है कि यह योजना के लाभार्थियों के लिए रकम की भुगतान का आधार उनकी आर्थिक स्थिति के आधार पर नहीं बल्कि उनकी बीमारी के आधार पर किया गया है। जबकि, यहां अधिकतर योजनाएं जाति, धर्म या आरक्षण के पैमाने पर ही तय की जाती है। यहां हम यह स्पष्ट कर दें कि हम अपने देश को यहां कमतर बताने का प्रयास नहीं कर रहे हैं, बल्कि तुलना कर रहे हैं, ताकि व्यवस्था की खामियों की तरफ ध्यान खींच सकें।

इसे भी पढें : एएस : मरीजों को सही जानकारी हो तो काफी हदतक नियंत्रित कर सकते हैं लक्षण

क्या है स्कॉटलैड की यह योजना :

स्कॉटलैंड का कोई भी व्यक्ति जो 16 वर्ष की आयु से अधिक का हो और किसी भी तरह के मस्कुलोस्केलेटल स्थितियां चोट और विकार से पीडित हो वह व्यक्तिगत स्वतंत्रता भुगतान (पीआईपी) का लाभार्थी होगा। इसके अलावा अगर इन बीमारियों की कारण किसी व्यक्ति की शारीरिक क्षमता प्रभावित होती है यानि विकलांगता होती है तो उन्हें रोजगार और सहायता भत्ता (ईएसए) अलग से दिया जाएगा।

डंडी, पर्थ और किन्रोस और पश्चिमी द्वीपों में रहने वाले ऐसे लोग जो योजनाओं के पात्र हैं उनके लिए पहला रोलआउट मार्च के अंत में शुरू किया गया। अगले चरण के तहत 20 जून को एंगस और उत्तर और दक्षिण लनार्कशायर में भी इन योजनाओं को लॉन्च किया जाएगा। यह योजना कार्य और पेंशन विभाग (डीडब्ल्यूपी) द्वारा संचालित की जा रही है।

DWP द्वारा जारी किए गए नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि 31 जनवरी, 2022 को पूरे यूके में 2.9 मिलियन लोग PIP के माध्यम से लाभ का दावा कर रहे थे।
इनमें से, 305,279 स्कॉट्स को अब प्रत्येक सप्ताह £24.45 और £156.90 के बीच वित्तीय सहायता मिल रही है। आंकडों के मुताबिक अक्टूबर, 2021 में 297,213 के पिछले आंकड़ों के मुकाबले यह 8,088 अधिक है।

इसे भी पढें : ऑटोइम्यून बीमारियों के प्रति सामाजिक अभियान जरूरी

ताजा आंकडों से पता चलता है कि पिछले चार महीनों में मस्कुलोस्केलेटल स्थितियों से संबंधित बीमारियों से पीडित दावेदारों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि के संकेत मिले हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो ब्रिटेन भर में अबतक 932,579 लोग किसी न किसी प्रकार की मस्कुलोस्केलेटल स्थिति के लिए पीआईपी का दावा कर रहे हैं, जो दावेदारों की कुल संख्या का 32.4% है।

मस्कुलोस्केलेटल स्थितियों वाले पीआईपी दावदारों के आंकडे :

क्षेत्रपीआईपी दावेदार
स्कॉटलैंड89,563
इंग्लैंड766,920
वेल्स76,096
कुल932,579

 

मस्कुलोस्केलेटल विकार वाले जो हैं पीआईपी के दावेदार –

मस्कुलोस्केलेटल स्थितियां – सामान्य
पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस
हिप के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस
घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस
अन्य एकल जोड़ के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस
प्राथमिक सामान्यीकृत ऑस्टियोआर्थराइटिस
क्रोनिक दर्द सिंड्रोम
क्रोनिक थकान सिंड्रोम (सीएफएस)
fibromyalgia
दर्द सिंड्रोम – जीर्ण – अन्य / प्रकार ज्ञात नहीं
सूजन संबंधी गठिया
रीढ़ के जोड़ों में गतिविधि-रोधक सूजन
गठिया – सोरियाटिक
गठिया – प्रतिक्रियाशील
सूजन संबंधी गठिया – अन्य / प्रकार ज्ञात नहीं
किशोर जीर्ण गठिया (अभी भी रोग)
रूमेटाइड गठिया
क्रिस्टल जमाव विकार
क्रिस्टल निक्षेपण विकार – अन्य / प्रकार ज्ञात नहीं
गाउट
स्यूडोगाउट
ऑस्टियोनेक्रोसिस और ओस्टियोचोन्ड्राइटिस
ऑस्टियोकॉन्ड्राइटिस
अस्थिगलन
चयापचय और अंतःस्रावी विकार
अस्थिमृदुता
ऑस्टियोपोरोसिस
मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम के अन्य चयापचय और अंतःस्रावी विकार
पेजेट की बीमारी
सूखा रोग
आनुवंशिक विकार, डिसप्लेसिया और विकृतियां
अचोंड्रोप्लासिया
एपिफिसियल डिसप्लेसिया – मल्टीपल
आनुवंशिक विकार, डिसप्लेसिया और विकृतियां – अन्य / प्रकार ज्ञात नहीं हैं
वंशानुगत एकाधिक एक्सोस्टोसिस (डायफिसियल एक्लेसिस)
हाइपरमोबिलिटी सिंड्रोम
मार्फन सिंड्रोम
अस्थिजनन अपूर्णता
हड्डी के सौम्य ट्यूमर
हड्डी के ट्यूमर – सौम्य
फ्रैक्चर जटिलताओं
कम्पार्टमेंट सिंड्रोम (वोल्कमैन का इस्किमिया)
अस्थिभंग जटिलताओं – अन्य / प्रकार ज्ञात नहीं
सुदेक का शोष
अन्य सामान्यीकृत मस्कुलोस्केलेटल स्थितियां
सामान्यीकृत मस्कुलोस्केलेटल रोग – अन्य / प्रकार ज्ञात नहीं


Read : Latest Health News | Breaking News | Autoimmune Disease News | Latest Research |  on  https://caasindia.in | caas india is a Multilanguage Website | You Can Select Your Language from Social Bar Menu on the Top of the Website .

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *