वेब कहानियां

Caas India फाउंडेशन के कार्यक्रम में चिकित्सकों ने एआरडी के प्रति दिखाई नई दिशा 

यमुनापार के ताहिरपुर स्थित पूर्वी दिल्ली खेल परिसर (पीडीकेपी) में कास इंडिया फाउंडेशन (caas india foundation) ने नवदृष्टि चेरिटेबल ट्रस्ट की भागीदारी के साथ रूमेटिक डिसऑर्डर (एआरडी) के प्रति सामाजिक जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से रविवार को एआरडी वॉरियर्स ट्राफी (जागरूकता क्रिकेट) मैच आयोजित किया

एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के कारण था बेड रिडेन सर्जरी के बाद पैरों पर खडा हुआ 

एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (ankylosing Spondylitis) की वजह से महज 30 वर्ष की आयु में ही एक मरीज के कूल्हों के जोड (hip joint) पूरी तरह से फ्यूज हो चुके थे।

सफेद या गुलाबी अमरूद कौन है अधिक सेहतमंद 

फलों में अमरूद का विशेष महत्व है। कई सेहत से संबंधित समस्याओं में अमरूद (Guava) सीधे तौर पर अपना प्रभाव दिखाता है, तो कुछ बीमारियों से लडने में अमरूद अप्रत्यक्ष रूप से मददगार साबित होता है।

दिल्ली : दिव्यांगों के लिए विशेष उपकरण बनेंगे सहारा

दिव्यांगता/विकलांगता (disability) किसी भी इंसान के लिए बडी चुनौती साबित होती है। ऐसे में जरूरत होती है कि दिव्यांगों (disabled people)  के जीवन को आसान बनाने के लिए सामाजिक स्तर पर प्रयास किए जाएं।

अनोखा मेला : एक साथ पहुंचे 500 लोग जिन्हें अंग प्रत्यारोपण से मिली नई जिंदगी

अंग प्रत्यारोपण (organ transplant) लिवर और किडनी जैसे महत्वपूर्ण अंगों के निष्क्रिय हो जाने के बाद जीवन का आखिरी विकल्प रह जाता है। मानव अंगों की उपलब्धता जरूरत से बेहद कम है, ऐसे में

 बीयर पीने से किडनी स्टोन से मिल सकता है छुटकारा !

आंकड़ों से पता चला है कि प्रत्येक तीन में से एक व्यक्ति का मानना है कि बीयर पीने से किडनी स्टोन (kidney stone) को खत्म किया जा सकता है। हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला है कि किडनी फंक्शन और किडनी रोग से जुड़े जोखिम के बारे में भारतीयों की जानकारी बहुत कम है।

रूमेटोलॉजी के क्षेत्र में भारत और पाकिस्तान दोनों का कमोबेश एक जैसा ही हाल

रूमेटोलॉजी (rheumatology) के क्षेत्र में भारत और पाकिस्तान (india-pakistan) दोनों का कमोबेश एक जैसा ही हाल है। बीते कुछ वर्षों से जहां भारत ने कई मोर्चों पर तेजी से विकास किया है, वहीं पाकिस्तान आर्थिक मोर्चे पर लगातार जूझ रहा है। रूमेटोलॉजी चिकित्सा का एक अहम क्षेत्र है और आज के युग में इस क्षेत्र में विशेषज्ञों की मांग तेजी से बढ रही है।