Ayurveda Effects को देखते हुए आयुर्वेद को फॉलो कर रहे हैं लोग
Ayurveda Effects, Ayurveda in US, Ayurvedic treatment for obesity : भारत का आयुर्वेद (Ayurveda of India) अमेरिका (USA) के लोगों को पसंद आ रहा है। खराब जीवनशैली (Bad lifestyle) और खासकर मोटापा (obesity) कम करने के लिए यहां लोग आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग (Use of Ayurvedic medicines) कर रहे हैं।
नेशनल सेंटर फॉर कॉम्प्लिमेंट्री एंड इंटीग्रेटिव हेल्थ (National Center for Complementary and Integrative Health) के मुताबिक, करीब 2 लाख 40 हजार अमेरिकी (Ayurveda in USA) आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग (Use of Ayurvedic medicines) कर रहे हैं। इससे यह पता चलता है कि विदेशों में आयुर्वेद का प्रभाव (Impact of Ayurveda abroad) लोगों को प्रभावित कर रहा है।
समस्याओं के जड पर कार्य करता है आयुर्वेद
Ayurveda works on the root of the problems
आयुर्वेदिक औषधि (ayurvedic medicine) प्राकृतिक रूप से पेड़, पौधे, फूल-पत्तियों से तैयार की जाती है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के मुताबिक यह स्वास्थ्य समस्याओं की मूल वजह पर कार्य करता है। आयुर्वेद रोगों को दबाने के बजाए उसे जड से समाप्त करने में मदद करता है। मोटापा घटाने के लिए आयुर्वेद (Ayurveda for weight loss) में कई उपाए बताए गए हैं। रसोई के अंदर मौजूद कई चीजों से मोटापा घटाने के घरेलू नुस्खे (Home remedies to lose weight) तैयार किए जा सकते हैं। कई जरुरी जडी-बूटियां पंसारी के दुकानों में भी आसानी से मिल जाती है।
आयुर्वेद की मदद से कैसे घटा सकते हैं वजन?
How can we reduce weight with the help of Ayurveda?
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के मुताबिक, औषधियों के साथ चुस्त और सक्रिय जीवनशैली को अपनाया जाए तो महीने में आसानी से 5 से 10 किलो वजन कम कर सकते हैं। आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic Treatment for Obesity) शरीर की बुनियादी कार्यप्रणाली को बेहतर बनाता है। इसके नियमों का पालन करने से मोटापा दोबारा नहीं होता। शरीर पर जमे हुए अतिरिक्त फैट को घटाने के लिए विशेषज्ञ की निगरानी में आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग (Use of Ayurvedic medicines) किया जा सकता है।
Home remedies to lose weight : मोटापा घटाने वाली आयुर्वेदिक औषधियां
Ayurvedic medicines to reduce obesity
गुग्गुल (Guggul)
स्वास्थ्य के लिहाज से इसके कई फायदे इस औषधि को पेड की छाल से तैयार किया जाता है। यह एक चिपचिपा पदार्थ होता है। मोटापा घटाने और मेटाबॉलिज्म को बेहतर रखने के लिए इसे बेहतरीन माना गया है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के मुताबिक इसके अंदर फैट्स सेल्स (Fats Cells) को तोडने की क्षमता होती है।
कलौंजी (Nigella seeds)
भूख को नियंत्रित करने में (to control appetite) यह काले दाने कमाल के साबित होते हैं। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के मुताबिक कलौंजी के पाउडर (Kalonji Powder) का सही तरीके से इस्तेमाल करने से 2.1 किलोग्राम तक वजन आसानी से कम किया जा सकता है। इससे कमर पर जमी चर्बी को भी घटाने में मदद मिलती है। एनसीबीआई (NCBI) पर प्रकाशित एक रिसर्च में यह दावा किया गया है कि कलौंजी से उपचार (Treatment with Kalonji) का परिणाम 6 से 12 हफ्तों में मिल गया था।
काली मिर्च (Black pepper)
बहुत कम लोगों को यह मालूम है कि अगर खाना ठीक से नहीं पचता और पाचन में समस्या हो तो शरीर में फैट की मात्रा बढने लगती है। यह देसी मसाला काली मिर्च (Desi Spice Black Pepper) पाचन की क्षमता को बढाता है। इसकी मदद से शरीर को फैट और कार्बोहाइड्रेट को पचाने में मदद मिलती है। काली मिर्च को खाने में विभिन्न तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इसे सुबह खाली पेट पानी में उबालकर भी लिया जा सकता है।
विजयसार (Vijaysar)
यह एक बेहतरीन आयुर्वेदिक गुणों वाली प्राकृतिक संपदा (Natural resource with Ayurvedic properties) है। इसका काढा मोटापे को घटाने में मदद करता है। पीलिया (Jaundice) में यह काफी लाभकारी साबित होता है। वहीं महिलाओं में होने वाले श्वेत प्रदर (White discharge) की समस्याओं को ठीक करने में भी इससे मदद मिलती है।
त्रिफला चूर्ण (Triphala Powder)
इस चूर्ण में आंवला, हरड़ और बहेड़ा को पीसकर मिलाया जाता है। यह एक ताकतवर आयुर्वेदिक औषधि (Powerful Ayurvedic medicine) है जो मोटापा (Home remedies to lose weight), कमजोर नजर, टॉक्सिन और पेट की समस्याओं में काम आती है। इसे काढा के रूप में लिया जा सकता है।