नई दिल्ली : देशभर में स्वास्थ्य देखभाल और मरीजों के उपचार में बेहतर प्रदर्शन करने वाले अस्पतालों के लिए पुरस्कारों का दौर शुरू किया गया है। ऐसे बेहतर प्रदर्शन वाले अस्पतालोंं को अब आयुष्मान भारत उत्कृष्ट चिकित्सालय सम्मान से नवाजा जाएगा। माना जा रहा है कि इस तरह के कदम से अस्पताल प्रशासन स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए प्रेरित होंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने तीन पहल शुरू किया है।
आयुष्मान भारत उत्कृष्ट चिकित्सा सम्मानः आयुष्मान भारत पीएम-जेएवाई इको-सिस्टम में काम करने वाले ऐसे पांच डॉक्टरों को यह सम्मान दिया जायेगा, जिन्होंने शानदार कार्य किया हो।
आयुष्मान भारत उत्कृष्ट चिकित्सालय सम्मानः हर राज्य में आयुष्मान भारत पीएम-जेएवाई के तहत आने वाले अस्पतालों को यह पुरस्कार दिया जायेगा। इसके तहत शानदार काम करने वाले किसी एक अस्पताल को चुना जायेगा।
आयुष्मान भारत पीएम-जेएवाई फेलोशिपः इसके तहत, कम से कम पांच स्वास्थ्य सुविधा प्रोफेशनलों को एक वर्ष की फेलोशिप दी जायेगी, ताकि वे आयुष्मान भारत पीएम-जेएवाई के तहत अनुसंधान कार्य कर सकें। ये सभी पुरस्कार सितंबर 2022 में एबी पीएम-जेएवाई के वर्षगांठ समारोह के दौरान प्रदान किये जायेंगे।
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राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने महाराष्ट्र के पुणे में पांचवीं क्षेत्रीय समीक्षा बैठक ‘आयुष संगम’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम मे आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से जुड़े वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, नीति-निर्माताओं और विशेषज्ञों ने शिरकत किया। सभी प्रतिभागी गुजरात, गोवा, राजस्थान, महाराष्ट्र, दादार और नगर हवेली एवं दमन और दीव जैसे राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से थे। समीक्षा बैठक की अध्यक्षता एनएचए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. आरएस शर्मा ने की। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये डॉ. शर्मा ने एबी पीएम-जेएवाई के सफल कार्यान्वयन में पश्चिमी क्षेत्र के योगदान तथा प्रयासों की सराहना की।
एनएचए के सीईओ डॉ. आरएस शर्मा ने महामारी के खिलाफ जंग में डॉक्टरों की भूमिका और टीकाकरण की शुरुआत को लेकर कहा कि प्रमुख रूप से कोविन प्लेटफार्म भारत के टीकाकरण अभियान का प्रौद्योगिकीय रीढ़ बनकर उभरा है। वास्तव में यह हमारे डॉक्टरों तथा मेडिकल प्रोफेशनलों का ही तंत्र है, जिसने दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को इस तरह की सफलता दिलवाने में कामयाबी हासिल की है। हमारा चिकित्सकीय समुदाय महामारी से लड़ने में अग्रणी भूमिका में रहा है।
महाराष्ट्र के जन स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने कहा कि हमारे देश के डॉक्टरों के अनुकरणीय सेवाभाव का अभिनंदन किया जाना चाहिये। आज, हम उनमें से कुछ डॉक्टरों का अभिनंदन करके हम अपनी अकिंचन कृतज्ञता व्यक्त कर रहे हैं, क्योंकि हमारे समाज में उनका सामूहिक योगदान रहा है।
एनएचए के उप सीईओ डॉ. विपुल अग्रवाल ने कहा, कि मेरी नजर में यह सिर्फ नौकरी भर नहीं है, बल्कि यह एक चुनौतीपूर्ण संकल्प और सेवा का भाव है, जो हमारे डॉक्टर चेहरे पर बिना शिकन लाये लगातार करते रहते हैं। हमें इस दौड़ में आगे रहकर सभी मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवा प्रदान करनी होगी।” बैठक के दौरान महाराष्ट्र के जन स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव डॉ. नीलिमा केरकट्टा और स्टेट हेल्थ अथॉरिटी एश्योरेंस सोसायटी के सीईओ डॉ. सुधाकर शिंदे भी मौजूद थे।
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