आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana में डोनर मेंटिनेंस पैकेज को मिली मंजूरी
Ayushman Yojana in Hindi : आयुष्मान भारत योजना (PMJAY) में एक और उपचार प्रक्रिया को शामिल करने की मंजूरी मिल गई है। इस प्रक्रिया के शामिल होने से खासतौर पर उन मरीजों को लाभ मिल पाएगा, जिन्हें अंग प्रत्यारोपण (Organ transplantation) की आवश्यता होगी।
ब्रेन स्टेम डेथ के अंगदान पर अब डोनर मेंटीनेंस पैकेज (Donor maintenance package on the organ donation of brain stem death) मिलेगा। इस पैकेज के तहत अंगदान करने वाले ब्रेन डेड व्यक्ति के अस्पताल, डोनर की जांच, अंग निकालने का सभी खर्च शामिल किया जाएगा। अभी तक यह खर्च मरीज के परिजनों को ही उठाना पडता था। इसके साथ ही मृतक के शवों को कई धंटों तक रखना भी पडता था। इन सभी चुनौतियों की वजह से अंगदान के लिए लोग तैयार नहीं होते थे।
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AYUSHMAN YOJANA : पीजीआई (PGI) ने तैयार किया है Donor Maintenance Package
डोनर मेंटीनेंस पैकेज को पीजीआई ने तैयार किया है। जिसे नीति आयोग (NITI Aayog) ने मंजूरी दे दी है। इसके शुल्क को निर्धारित करने की प्रक्रिया की जा रही है। जिसके बाद इसे आयुष्मान भारत योजना के पैकेज (Ayushman Bharat Scheme Package) में शामिल कर लिया जाएगा।
अतिरिक्त खर्च की वजह से अंगदान से मुकरते हैं लोग
पीजीआई अस्पताल प्रशासन विभाग के प्रमुख और स्टेट ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांटेशन ऑर्गेनाइजेशन (SOTO) के संयुक्त निदेशक डॉक्टर राजेश हर्षवर्धन (Doctor Rajesh Harshvardhan) के मुताबिक सडक दुर्घटना में घायल हो जाने वाले ऐसे मरीज जिन्हें ब्रेन स्टेम डेथ घोषित कर दिया जाता है, उनके मामले में कानूनी कार्रवाई से लेकर अंग निकाले जाने की प्रक्रिया पूरी किए जाने तक उन्हें अस्पताल में ही रोका जाता है।
जिसका खर्च उनके घरवालों को ही उठाना पडता है। ऐसे अतिरिक्त खर्च की वजह से अक्सर परिजन अंगदान करने से मुकर जाते हैं। जिसकी वजह से किडनी और लिवर फेलियर से पीडित मरीजों (Patients suffering from kidney and liver failure) को समय पर अंग उपलब्ध होने में समस्या होती है। इस वजह से उनका अंग प्रत्यारोपण नहीं हो पाता है।
कैडवरिक प्रत्यारोपण (Cadvric transplantation) कराने की प्रक्रिया हो जाएगी आसान
डॉक्टर राजेश के मुताबिक, नीति आयोग के इस प्रस्ताव इस प्रस्ताव पर मंजूरी देने से से कैडवरिक प्रत्यारोपण की प्रक्रिया (Cadveric transplant process) भी आसान हो जाएगी। डोनर मेंटीनेंस का पैकेज तैयार कर नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल (Dr. VK Paul member of Niti Ayayog) के पास भेजा गया था। डॉक्टर पॉल ने इस प्रस्ताव को अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। जिसका सहमति पत्र भी पीजीआई को मिल गया है।
इस बाबत यह आश्वासन भी मिला है कि केंद्र सरकार शीघ्र ही इस पैकेज को आयुष्मान भारत योजना में शामिल कर लेगी। जिससे अपने मृतक सदस्य का अंगदान करने वाले परिजनों, जीवित डोनर्स और अंग प्रत्यारोपण की जरूरत वाले मरीजों को काफी राहत मिलेगी। इस प्रक्रिया के लागू होने से अंगदान और अंग पत्यारोपण की कवायद को भी प्रोत्साहन मिलेगा।