हेल्थ रिपोर्ट 2022 : हेल्थ के मामले में दुनिया में किस तरह की रही हलचल
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से पैदा होंगे बच्चे
नई दिल्ली।टीम डिजिटल : बात विचित्र है लेकिन सत्य है। तकनीक के बल पर अब इंसान मशीन के जरिए बच्चे पैदा करने (machines produce babies now) की राह अपनाने वाला है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तकनीक के सहारे (Children will be born with artificial intelligence) अब बच्चों को मां की कोख के बिना ही गर्भ में पोषण संभव हो पाएगा। कहा जा रहा है कि तकनीक की बदौलत अब बच्चे को कोख में पालने का चक्कर ही खत्म हो जाएगा। मशीन के जरिए बच्चे पैदा करने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए यह तकनीक काम आएगी। इस खबर ने दुनिया को चौंका कर रख दिया है। कुलमिलकार देखा जाए तो बच्चों के लिए आर्टिफिशियल गर्भाशय होगा और भ्रूण से लेकर बच्चा पैदा होने तक की प्रक्रिया पूरी तरह मशीनी हो जाएगी।
आर्टिफिशियल कोख में कैसे पैदा होंगे बच्चे?


आर्टिफिशियल कोख से बच्चा पैदा (Child born from artificial womb) करने का यह दावा एक्टोलाइफ (actolife) नाम की कंपनी कर रही है। इस बारे में कंपनी ने एक विस्तृत विडियो जारी किया है और बाकायदा यह जानकारी दी है कि तकनीक के बल पर कैसे बच्चे पैदा करने से लेकर उसकी परवरिश तक करना संभव होगा। कंपनी के मुताबिक इस तकनीक का उपयोग वैसी महिलाओं के लिए संकटमोचक साबित होगा, जो गर्भाश्य से संबंधित समस्याओं का सामना कर रही हैं और संतान प्राप्ती की उम्मीद न के बराबर रह गई है। कंपनी का दावा है कि (Women will now be able to become mothers due to technology) ऐसी महिलाएं अब तकनीक के बदौलत मां बन सकेंगी। यह तकनीक पुरूषों में होने वाली इनफर्टिलिटी के मामले में भी उपयोगी बताया जा रहा है। इसका को आर्टिफिशियल गर्भाशय फैसिलिटी का नाम दिया गया है। कंपनी का दावा है कि तकनीक की मदद से दुनिया में पहली बार आर्टिफिशियल कोख विकसित करने में कामयाबी हासिल हुई है।
नहीं होगा संक्रमण का जोखिम


कंपनी का यह दावा है कि इस मशीनी प्रक्रिया के दौरान बच्चे के जन्म के दौरान संक्रमण की गुंजाइश भी नहीं होगी। कंपनी ने यह भी दावा किया है कि उसके पास हाई इक्विपमेंट वाली 75 लैब उपलब्ध हैं। प्रत्येक लैब में 400 ग्रोथ पॉड्स मौजूद होंगे। जिसमें बच्चे को माता के गर्भ की तरह पोषण मिलेगा। प्रत्येक पॉड को ठीक उसी तरह से बनाया गया है, जैसा मां के पेट में गर्भाशय होता है और इसमें शिशु को माता के गर्भ जैसी ही अनुभूति भी होगी।
कैसी होगी मशीनी गर्भाशय


ग्रोथ पॉड्स (मशीनी गर्भाशय) के अंदर शिशु की स्किन, तापमान, धड़कन, हृदयगति, ऑक्सीजन का स्तर, ब्लड प्रेशर, ब्रीथिंग रेट, दिल, दिमाग, किडनी, लिवर और शरीर के बाकी अंगों को रियल टाइम मॉनिटर करने की सुविधा उपलब्ध होगी। यह कार्य सेंसर की मदद से किया जाएगा। इसकी मदद से बच्चे से जुडी प्रत्येक जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। केवल इतना ही नहीं ऐप की मदद से माता-पिता बच्चे से जुडी रियल टाइम जानकारी भी हासिल कर सकेंगे। वह अपने बच्चे को लाइव देख सकेंगे और गर्भस्थ शिशु से संपर्क भी स्थापित करने में सक्षम होंगे। कंपनी ने ऐसी व्यवस्था करने का दावा किया है कि माता-पिता उस ऐप की मदद से बच्चे को मनपसंद संगीत भी सुनवा सकेंगे।
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