युवाओ में हो रही है लो बोन मिनरल डेंसिटी (low-BMD) की समस्या
Bone Health in Hindi : शारीरिक संरचना के लिहाज से हड्डियों का स्वस्थ (Bone Health) और मजबूत रहना बेहद जरूरी है। इसमें होने वाली किसी तरह की समस्या जीवन की गुणवत्ता (Quality of Life) को प्रभावित करता है। लोगों का चलना, उठना, बैठना तक मुश्किल हो जाता है।
हड्डियों से संबंधित विकार (bone disorders) लोगों के स्वास्थ्य को अधिक प्रभावित होने लगे हैं। यहां तक की अब इस तरह की समस्या युवाओं में भी देखने को मिल रही है। इसका सबसे प्रमुख कारण खराब जीवनशैली (bad lifestyle) और खानपान को बताया जा रहा है। हम यहां ऐसे कुछ कारकों को बताने जा रहे हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य (Factors affecting bone health) को सीधेतौर पर प्रभावित करता है लेकिन ज्यादातर लोगों को यह पता ही नहीं है कि ऐसा भी हो सकता है।
BMD निर्धारित करता है हड्डियों की मजबूती
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, अब कम उम्र के लोगों में भी लो बोन मिनरल डेंसिटी (bone mineral density) की समस्या सामने आने लगी है। बीएमडी (BMD), हड्डियों में मौजूद खनिजों (bone minerals), मुख्य रूप से कैल्शियम और फास्फोरस की मात्रा (Calcium and phosphorus content) को तय करता है। इससे हड्डियों की मजबूती और घनत्व (Bone strength and density) से संबंधित जानकारी मिलती है। डॉक्टरों के मुताबिक, लो-बीएमडी वाले लोगों में फ्रैक्चर होने का जोखिम (Risk of fracture in low-BMD) बढता है। वहीं हड्डियों में दर्द (pain in bones) और आर्थराइटिस (arthritis) जैसी समस्याएं भी हो सकती है।
Bone Health : क्या कहते हैं अध्ययन
संबंधित मामले में कई अध्ययन भी किए गए हैं। जिसमें इस तथ्य की पुष्टि की गई है कि अगर आहार में पोषक तत्वों की कमी (lack of nutrients in diet) हो तो इसका व्यापक असर हड्डियों के स्वास्थ्य (Bone Health) पर पडता है। इस तरह की कमी होने से ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) जैसी समस्याएं भी हो सकती है। ऐसे में यह जरूरी है कि भोजन में पोषक तत्वों की जरूरी मात्रा (Necessary amount of nutrients in food) हो। इसके साथ ही उन खाद्य पदार्थों से दूरी बनाएं, जिनके कारण हड्डियों की स्थिति प्रभावित होती है।
नमक से प्रभावित होता है बीएमडी का स्तर (BMD Lavel)
शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए नमक का जरूरत से ज्यादा सेवन करना नुकसान कर सकता है। इससे रक्तचाप (High Blood Pressure) की समस्या तो हो ही सकती है बल्कि किडनी और हड्डियों का स्वास्थ्य (Kidney and bone health) भी प्रभावित हो सकता है।
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अधिक सोडियम (sodium) वाली चीजों के सेवन से मूत्र के जरिए कैल्शियम भी शरीर से बाहर निकल (Calcium exits the body through urine) सकता है। इससे हड्डियों का घनत्व (bone density) कम होने लगता है। बाजार में बिकने वाले पैकेट बंद प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों (packaged processed foods), चिप्स और फास्ट फूड्स में सोडियम की अधिकता होती है। ऐसे में इसका ज्यादा इस्तेमाल करना नुकसान दे सकता है।
अधिक चीनी भी हड्डियों के लिए नुकसानदायक
ज्यादातर लोगों को यह मालूम है कि अधिक चीनी वाले खाद्य पदार्थ खाने से डायबिटीज हो सकता है लेकिन बहुत कम लोगों को मालूम है कि जरूरत से ज्यादा चीनी की मात्रा वाले आहार लेने से हड्डियों को भी नुकसान (Consuming a diet high in sugar can also cause damage to bones) पहुंच सकता है।
खाने में चीनी के अधिक इस्तेमाल से शरीर में सूजन का स्तर बढ (Increase in inflammation level in the body due to excessive consumption of sugar) सकता है। इसके साथ ही हड्डियों पर नकारात्मक प्रभाव भी पडने का जोखिम बना रहता है। ज्यादा मात्रा में सोडा पीने से भी हड्डियों में खनिज की मात्रा (Mineral content in bones) भी कम होने लगती है। यह शरीर में कैल्शियम के अवशोषण की प्रक्रिया (Process of absorption of calcium in the body) को प्रभावित करता है।
प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से ऐेसे होता है नुकसान
प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ (processed foods) डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर पैदा करने के साथ हड्डियों को कमजोर करते हैं। प्रसंस्कृत मीट (processed meats) या अन्य खाद्यों में अक्सर सोडियम, प्रिजर्वेटिव्स (Preservatives) और अस्वास्थ्यकर वसा (unhealthy fats) की मात्रा अधिक होती है।
प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों को इम्युनिटी सिस्टम पर भी असर (Effect of processed foods on immune system) होता है और यह कमजोर हो जाता है। इसके अलावा शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर (cholesterol levels in the body) भी बढ सकता है। जिसकी वजह से हृदय रोग का जोखिम (risk of heart disease) बढ जाता है।