Saturday, February 22, 2025
HomeLatest ResearchCKD : गंभीर जोखिम ! महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए नई चुनौती

CKD : गंभीर जोखिम ! महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए नई चुनौती

यह अध्ययन गुजरात अडानी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (GAIMS) के विशेषज्ञों ने किया है। इसके परिणामों को अमेरिका के सैन डिएगो (San Diego, USA) में आयोजित 'ASN किडनी वीक 2024' में प्रस्तुत किया गया।

Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now

तीन दशकों में तीन गुना बढ़े महिलाओं में क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD) के मामले 

CKD, Chronic Kidney Disease in Womens : महिलाओं के स्वास्थ्य (Women’s Health) के लिए क्रोनिक किडनी डिजीज (Chronic Kidney Disease) तेजी से नए खतरे के रूप में उभर रही है। ताजा अध्ययन में चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं। बताया गया है पिछले तीन दशकों में महिलाओं में क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD in women) के मामले तीन गुना बढे हैं। यह स्थिति स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का कारण बन गई है।

डायबिटीज और हाईपरटेंशन बड़ा कारण 

यह अध्ययन गुजरात अडानी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (GAIMS) के विशेषज्ञों ने किया है। इसके परिणामों को अमेरिका के सैन डिएगो (San Diego, USA) में आयोजित ‘ASN किडनी वीक 2024’ में प्रस्तुत किया गया।
हैरान करने वाले इस अध्ययन के परिणामों में डायबिटीज (Diabetes) और हाइपरटेंशन (Hypertension) को महिलाओं में किडनी डिजीज (Kidney disease in women) से होने वाली मौतों का प्रमुख कारण बताया गया है।
CKD : गंभीर जोखिम ! महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए नई चुनौती
गंभीर जोखिम ! महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए नई चुनौती
GAIMS द्वारा किए गए अध्ययन ‘ग्लोबल, नेशनल और रीजनल ट्रेंड्स इन द बर्डन ऑफ क्रॉनिक किडनी डिजीज अमंग वीमेन फ्रॉम 1990-2021’ में 204 देशों और क्षेत्रों से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण किया गया।
आंकडों के विश्लेषण के बाद यह पाया गया कि 1990 से 2021 के बीच महिलाओं में क्रोनिक किडनी डिजीज (Chronic kidney disease in women) बहुत बडी समस्या साबित हो रही है। जिसका वार्षिक औसत प्रतिशत 2.10% की दर से बढ़ रहा है।

बढ़ रही हैं मृत्युदर

सीकेडी से मृत्यु दर (Mortality from Chronic Kidney Disease) में 3.39% की वृद्धि भी पाई गई है। वहीं. डिसेबिलिटी एडजस्टेड लाइफ इयर्स (DALYs) यानी किडनी डिजीज से जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव (Kidney disease impacts life) में भी 2.48% की वृद्धि रिकॉर्ड किया गया है।
लैटिन अमेरिका, उत्तरी अमेरिका और वृद्ध महिलाओं में इस बीमारी के कारण मृत्यु दर और रोग भार तेज बढोत्तरी देखा जा रहा है।

सीकेडी (CKD) के बढ़ते मामलों की वजह?

GAIMS के स्वतंत्र क्लिनिकल और पब्लिक हेल्थ रिसर्चर हर्दिक दिनेशभाई देसाई के मुताबिक, इस बीमारी के तेजी से बढते हुए मामलों मे पीछे टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) और हाइपरटेंशन (Hypertension) काफी हद तक जिम्मेदार पाया गया है।
अध्ययन के दौरान यह भी जानकारी मिली है कि 2000 से 2010 के बीच Chronic Kidney Disease की मृत्यु दर में मामूली गिरावट जरूर आई थी, लेकिन पिछले दशक में इसके मामले चिंताजनक रूप से दोेबारा बढने लगे।
विशेषज्ञों के मुताबिक, असंतुलित आहार (Unbalanced diet), शारीरिक गतिविधियों की कमी (Lack of physical activity), मेटाबोलिक रिस्क फैक्टर्स (Metabolic Risk Factors), मोटापा (obesity) और ब्लड प्रेशर की अनदेखी (ignore blood pressure) महिलाओं में किडनी से संबंधित समस्या (Kidney related problems in women) के लिए महत्वपूर्ण रूप से जिम्मेदार है।

कैसे होगा समाधान?

अध्ययनकर्ताओं के मुताबिक, इस गंभीर समस्या को नियंत्रित करने के लिए नीति-निर्माताओं को तुरंत हस्तक्षेप करने की जरूरत है। देसाई के मुताबिक, स्वस्थ जीवनशैली (healthy lifestyle), बीमारी का शीघ्र निदान (Early diagnosis of disease), हाइपरटेंशन और डायबिटीज जैसी बीमारियों का जरूरी प्रबंधन करके इस बीमारी को काफी हदतक नियंत्रित किया जा सकता है।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) को नियंत्रित नहीं किया गया तो इसके कारण महिलाओं की मृत्यु दर (Women’s mortality rate) असामान्य हो सकती है।

नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

caasindia.in सामुदायिक स्वास्थ्य को समर्पित हेल्थ न्यूज की वेबसाइट

Read : Latest Health News|Breaking News|Autoimmune Disease News|Latest Research | on https://www.caasindia.in|caas india is a multilingual website. You can read news in your preferred language. Change of language is available at Main Menu Bar (At top of website).
Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now
Caas India Web Team
Caas India Web Teamhttps://caasindia.in
Welcome to caasindia.in, your go-to destination for the latest ankylosing spondylitis news in hindi, other health news, articles, health tips, lifestyle tips and lateset research in the health sector.
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest Article