हार्पिक चलाएगा Cleanliness Drive
नई दिल्ली।टीम डिजिटल : Cleanliness : युवाओं को स्वास्थ के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से एक रोचक अभियान शुरू किया गया है। इसके जरिए बच्चों को शौचालय से जुडी अच्छी आदते सिखाई जाएंगी।
हार्पिक ने सेसमे वर्कशॉप इंडिया ट्रस्ट के साथ मिलकर “स्वच्छता शिक्षा फ्रेमवर्क” पर आधारित एक विशेष किट का अनावरण किया। किट को हार्पिक के मिशन स्वच्छता (Cleanliness) और पानी अभियान का समर्थन करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी, 2020) और नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (2022) के अनुरूप डिजाइन किया गया है। इस अनूठी किट का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना और छोटे बच्चों में स्वच्छ शौचायल की आदतों को विकसित करना है, जिससे उनमें “अच्छे स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता” के महत्व को पैदा किया जा सके।
विशेष किट के माध्यम से बच्चे होंगे जागरुक
पुरी, ओडिशा के आश्रमशालाओं में 17 लाख बच्चों को किट वितरित किया जाएगा। इस 3डी पॉप-अप किताबों, 3डी जिगशॉ पजल्स, और एक एक्टिविटी बुकलेट वाली इन किटों को सेसमे के लोकप्रिय पात्रों एल्मो, चमकी, नीला जादूगर और केके किटाणु की मदद से बच्चों को जागरूक किया जाएगा। यह पहल “सभी के लिए सुरक्षित शौचालय” सुनिश्चित करने वाले मिशन का हिस्सा है।
कहानियों के जरिए समझेंगे स्वच्छता का महत्व
किट को कहानी की शक्ति के माध्यम से स्कूली बच्चों के बीच भाषाओं की बाधाओं को तोड़ने और सकारात्मक व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए विशेषरूप से तैयार किया गया है। कार्यक्रम के लिए विकसित पाठ्यक्रम का उद्देश्य सकारात्मक मूल्यों और व्यवहार को प्रोत्साहित करते हुए कहानी सुनाने के प्रति लगाव को बढ़ावा देना है। हार्पिक मिशन स्वच्छता (Cleanliness) और पानी अभियान के उद्देश्य के अनुरूप, इसका फ्रेमवर्क तीन प्रमुख स्तंभों – पहुंच, उपयोग और देखभाल पर आधारित है। जो साफ-सुथरा शौचालय – एक अधिकार, सुरक्षित शौचालय का उपयोग – एक आदत और व्यवहार में बदलाव लाना – इसे सुरक्षित बनाए रखना, को फैलाने पर केंद्रित है।
रेकिट साउथ एशिया के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रसिडेंट गौरव जैन ने कहा “रेकिट में, हम सभी के लिए पृथ्वी को स्वस्थ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एक ऐसा भविष्य बनाने के लिए, जहां हर किसी के पास साफ, स्वस्थ (Cleanliness)शौचालय तक पहुंच हो, सेसमे इंडिया के साथ हमारी भागीदारी बच्चों में साफ-सफाई और शौचालय की स्वच्छता संबंधी कमियों को दूर करने पर केंद्रित है।
बच्चों में भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने की अपार क्षमता है और यह जरूरी है कि उन्हें उचित स्वच्छता आदतों के महत्व के बारे में शिक्षित किया जाए। सेसमे वर्कशॉप इंडिया ट्रस्ट के साथ हार्पिक की भागीदारी के माध्यम से, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि बच्चे सम्मानित सामाजिक व्यवहार और सकारात्मक स्वच्छता (Cleanliness) की बारीकियों को गहराई से समझें।”
नेटवर्क 18 के मैनेजिंग डायरेक्टर राहुल जोशी ने कहा, “न्यूज18 में, प्रभावशाली और स्थायी सामाजिक पहल का नेतृत्व करने का हमारा निरंतर प्रयास रहता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा स्वच्छता पाठ्यक्रम का अनावरण करना, हमारे ‘मिशन स्वच्छता और पानी’ की यात्रा और एक स्वच्छ एवं स्वस्थ भारत निर्माण के हमारे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण क्षण है। अपनी युवा पीढ़ी को उचित साफ-सफाई और स्वच्छता के महत्व के बारे में शिक्षित कर, हम न केवल उनके जीवन में सुधार कर रहे हैं बल्कि अपने राष्ट्र के लिए एक अधिक समृद्ध और टिकाऊ भविष्य की नींव भी रख रहे हैं।”
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सेसमे वर्कशॉप इंडिया ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी सोनाली खान ने कहा “हमारा लक्ष्य स्वच्छ और स्वस्थ भारत के लिए जल, स्वच्छता और सफाई (WASH) पर आजीवन बनी रहने वाली आदतों को विकसित करना है। हमारा मानना है कि जब बच्चे स्वच्छता और शौचालय आदतों की यात्रा जल्दी शुरू करते हैं, तो वे जीवनभर के लिए “स्वच्छता चैंपियन” बन जाते हैं।
हम उत्साहित हैं कि हम अपने ‘स्वच्छता शिक्षा फ्रेमवर्क’ के अनुरूप ‘किटाणुओं को दूर भगाओ!’ किट को पेश करने के साथ मिशन स्वच्छता और जल पहल के साथ अपनी साझेदारी को आगे बढ़ा रहे हैं। बच्चों के लिए टूल्स आसान, आकर्षक और सबसे महत्वपूर्ण मजेदार हैं। वे बच्चों को आवश्यक स्वच्छता आदतें सिखाते हैं, जैसे शौचालय की सफाई करना और कीटाणुओं को डरावने तरीके से न दिखाना, बल्कि उन्हें यह सिखाना कि सही जगह पर शौच कर और बाद में फ्लश कर खुद को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है।”
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