हेल्थ रिपोर्ट 2022 : हेल्थ के मामले में दुनिया में किस तरह की रही हलचल
196 देशों में से एक मात्र देश जहां आज तक कोई शख्स नहीं हुआ कोरोना संक्रमित
नई दिल्ली। टीम डिजिटल : जहां विश्व के अन्य देशों में कोरोना वायरस (corona virus) इंसानी जिंदगी के लिए चुनौती बना हुआ है, वहीं एक ऐसा देश (corona free country) भी है, जो कोरोना मुक्त देश है। (This country is still safe from Corona virus)। बात तो यह जरा हैरान करने वाली है, लेकिन है पूरी तरह से सच।
वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन (WHO) की सूची में मौजूद 196 देशों में केवल एक ऐसा देश एशिया में है। यहां तीन वर्ष में कोरोना वायरस से संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है। कोरोना से महफूज इस देश का नाम तुर्कमेनिस्तान (turkmenistan) है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर इस देश में ऐसी क्या बात है कि यहां कोरोना अपना असर नहीं दिखा पा रहा है।
कोरोना की शुरूआत से ही उठाए एहतिहाती कदम
वर्ष 2020 की शुरूआत में जब कोरोना चीन के बाहर अन्य देशों में फैलना शुरू हुआ तो तुर्कमेनिस्तान (turkmenistan) एयरलाइंस ने बैंकाक और बीजिंग के लिए जाने वाली फ्लाइटों पर तत्काल पाबंदी लगा दी। इस दौरान तत्काल ही चीन और थाईलैंड दोनों में ही चार्टर्ड प्लेन भेजकर अपने नागरिकों को यहां से सुरक्षित निकालने के कदम उठाए गए। कोरोना जब अपने चरम पर था, तब तुर्कमेनिस्तान में कोराना वायरस शब्द के इस्तेमाल पर ही पाबंदी लगा दी गई थी। हालांकि, यह भी कहा जाता है कि सरकारी मीडिया ने यहां के कोरोना से संबंधित खबरों को जानबूझकर सामने नहीं अने दिया और आाधिकरिक तौर पर भी यह बताया गया कि यहां कोरोना के एक भी मामले की पुष्टि नहीं हुई है।
बाहरी लोगों के प्रवेश को कर दिया प्रतिबंधित
29 फरवरी 2020 से ही तुर्कमेनिस्तान ने उन सभी देशों के नागरिकों को अपने देश में आने पर प्रतिबंध लगा दिया था, जहां कोरोना वायरस के मामले सामने आने लगे थे। 05 मार्च को तुर्कमेनिस्तान में तीन विदेशी राजनयिकों की फ्लाइट पहुंची थी लेकिन उन्हें देश के अंदर प्रवेश ही नहीं करने दिया गया। तुर्कमेनिस्तान पहुंचने वाली सभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स को तुर्कमेनाबत इंटरनेशनल एय़रपोर्ट पर डाइवर्ट कर दिया गया था। यहां आने वाले यात्रियों का परीक्षण करना शुरू किया गया और इस दौरान संक्रमित पाए जाने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर ही बनाए गए स्पेशल सेल में रखना शुरू कर दिया गया।
केवल सहायता लेकर आने वालों को प्रवेश की इजाजत


बाद में इंटरनेशनल फ्लाइट्स ही कैंसिल कर दी गईं। वहीं राजनयिकों, अधिकारियों और मानवीय सहायता लेकर पहुंचने वाले लोगों को ही तुर्कमेनिस्तान के अंदर प्रवेश की इजाजत थी। प्रवेश करने वाले लोगों के लिए प्रमाण पत्र अनिवार्य किया गया, कि उन्हें कोरोना संक्रमण नहीं है। अप्रैल 2020 से यहां नियम और भी अधिक कडे कर दिए गए। सभी गतिविधियों को तुर्कमेनाबत एयरपोर्ट तक सीमित कर दिया गया क्योंकि यह देश की सीमा पर स्थित है और यहां से देश की आबादी दूर रहती है। यहां कोविड अस्पतालों को शुरूआती दिनों से ही सिक्रिय कर दिया गया था।
जांच के नियम सख्ती से किए बहाल
शहरों, कस्बों में अतिरिक्त नियंत्रण वाले पाइंट विकसित किए गए। एक से दूसरे शहरों में जाने वाले यात्रियों और ड्राइवरों की लगातार जांच की जाने लगी। जबकि, घरेलू उड़ानों को लेकर भी अतिरिक्त सतर्कता बरतना शुरू कर दिया गया। इस दौरान खेल से सबंधित सभी आयोजनों को रद्द कर दिया गया। अप्रैल 2020 में यहां एक विशेष मेडिकल ग्रुप गठित किया गया। इस ग्रुप ने कोरोना से बचाव के लिए सभी जरूरी कवायदों को अंजाम दिया। देश के सभी नागरिकों की कोराना जांच की गई।
कडे हैं वीजा नियम
यहां बता दें कि तुर्कमेनिस्तान की आबादी 56 लाख है और यह एशिया में सबसे कम आबादी वाला देश है। यहां बाहर से आने के लिए बहुत कम लोगों को ही इजाजत मिलती है। यहां के वीजा नियम बेहद कडे हैं। आंकडों के मुताबिक यहां वर्ष में महज 15000 बाहरी लोग ही आ पाते हैं।
Read : Latest Health News|Breaking News|Autoimmune Disease News|Latest Research | on https://caasindia.in | caas india is a multilingual website. You can read news in your preferred language. Change of language is available at Main Menu Bar (At top of website). Photo : freepik |