अत्यधिक तनाव बना सकता है कैंसर का मरीज
Stress and Cancer : अत्यधिक तनाव (extreme stress) में रहते हैं तो उससे बाहर निकलने की हर संभव कोशिश कीजिए। बीएचयू विशेषज्ञों के शोध (BHU experts’ research) में तनाव और कैंसर के बीच गहरे संबंध (Deep connection between stress and cancer) का पता चला है।
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के वैज्ञानिकों ने एक शोध में तनाव के साथ ट्यूमर को बढ़ावा देने वाली प्रक्रिया (Tumor promoting process with stress) का पता लगाने में कामयाबी हासिल की है। अपने शोध में उन्होंने यह पाया है कि तनाव ग्रस्त होने के साथ कैंसर की समस्या वाले व्यक्ति को अगर कैंसर के उपचार (cancer treatment), जरूरी दवाओं के साथ ही तनाव नियंत्रण की दवाएं (stress control medications) भी दी जाए तो कैंसर को नियंत्रित करने और उसकी रोकथाम में यह विधि कारगर हो सकती है।
Stress and Cancer : चूहों पर एंटी कैंसर दवाओं का सफल प्रयोग
बीएचयू (Banaras Hindu university) जूलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अजय सिंह (Dr. Ajay Singh, Assistant Professor, BHU Zoology Department) के नेतृत्व में एक अध्ययन किया गया। जिसमें चूहों पर एंटी कैंसर दवा के प्रयोग (Anti-cancer drug experiments on rats) में सफलता मिली है।
डॉ. अजय के अनुसार, टी सेल लिंफोमा (T cell lymphoma), हेमटोलॉजिकल मूल का एक दुर्लभ कैंसर (A rare cancer of hematological origin) है। अध्ययन विशेषज्ञों ने यह पाया कि टी सेल लिंफोमा के असर वाले चूहों के रक्त में एपिनेफ्रिन/एड्रेनालाईन का स्तर (epinephrine/adrenaline levels in the blood) काफी बढ़ा हुआ था। इसके अलावा टी लिंफोमा कोशिकाओं में एड्रीनर्जिक रिसेप्टर्स अधिकता (Adrenergic receptors overexpression in T lymphoma cells.) भी पाई गई।
प्रोप्रानोलोल ने कैंसर ग्रस्त चूहों की प्रतिरक्षा प्रणाली को किया सक्रिय
डॉ. अजय के मुताबिक, चूहों पर हुए प्रयोग में यह देखा गया कि प्रोप्रानोलोल (Propranolol) ने कैंसर ग्रस्त चूहों की दबी हुई प्रतिरक्षा को पुनः सक्रिय कर दिया साथ ही कैंसर की वजह से यकृत और गुर्दे पर पडे दुष्प्रभाव को भी कम किया। डॉक्टर के मुताबिक यह अध्ययन राजन कुमार तिवारी की पीएचडी थीसिस का भी हिस्सा हैं। इसे केमिको-बायोलॉजिकल इंटरेक्शंस जर्नल (Chemico-Biological Interactions Journal) में प्रकाशित भी किया जा चुका है। अध्ययनकर्ताओं की टीम में राजन के साथ शिव गोविंद रावत, डॉ. प्रदीप कुमार जैसवारा, डॉ. विशाल कुमार गुप्ता और डॉ. अजय कुमार ने महत्वपूर्ण रूप से शामिल रहे।