Elbow Replacement Surgery कराने वालों को होगा विशेष लाभ
Delhi Aiims News : एम्स (Aiims) और आईआईटी (IIT Delhi) के मेल ने कोहनी प्रत्यारोपण (elbow replacement) वाले मरीजों को बडी राहत प्रदान की है। दोनों संस्थानों के विशेषज्ञता से संबंधित कौशल से कोहनी प्रत्यारोपण न केवल किफायती हो जाएगा बल्कि सर्जरी के मरीजों के जीवन की गुणवत्ता (quality of life of patients) भी पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा बेहतर होगी।
एम्स (Delhi Aiims) और आईआईटी (IIT) ने मिलकर आर्टिफिशियल कोहनी किया तैयार
दोनों संस्थान के विशेषज्ञों ने मिलकर एक ऐसी आर्टिफिशियल कोहनी (artificial elbow) तैयार की है, जो खराब हो चुकी कोहनी का विकल्प बनेगा। इतना ही नहीं, इस आर्टिफिशियल कोहनी के प्रत्यारोपण (artificial elbow implants) के बाद मरीज ढाई किलोग्राम तक वजन आसानी से उठा पाएगा। एम्स के हड्डी रोग विभाग के एचओडी प्रो. रवि मित्तल (HOD of Orthopedics Department of AIIMS, Prof. Ravi Mittal) के मुताबिक, एम्स नई दिल्ली और आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) ने मिलकर इस एल्बो इंप्लांट को तैयार किया है।
इस इम्प्लांट को तैयार करने के लिए किए गए रिसर्च कार्य के लिए आईसीएमआर (ICMR) ने फंड जारी किया था। दुर्घटना में चोट लगने की वजह से खराब होने या अर्थराइटिस (Arthritis) सहित अन्य अनुवांशिक बीमारियों (genetic diseases) की वजह से कोहनी को जोड प्रभावित हो जाता है। अत्यधिक पीडा और अपंगता (Disability) से बचने के लिए ऐसे मरीजों में अंतिम विकल्प के तहत एल्बो रिप्लेसमेंट की जाती है।
बेहतर गुणवत्ता के साथ सस्ती भी है Artificial Elbow
डॉ. मित्तल के मुताबिक, देसी आर्टिफिशियल कोहनी (Desi Artificial Elbow) विदेशों से आयात किए जाने वाले इंप्लांट (implants imported from abroad) से कई गुना सस्ती और गुणवत्तापूर्ण है। इसकी सबसे बडी विशेषता यह है कि भारतीय लोगों के कद-काठी के मुताबिक यह इंप्लांट काफी बेहतर और सटीक है। विदेशों से आयात होने वाले एल्बो इंप्लांट की कीमत करीब 2 लाख रुपए (The price of elbow implant imported from abroad is around Rs 2 lakh) है। जबकि, इस देसी इंप्लांट की कीमत महज 30 हजार रुपए (Desi elbow implant costs only Rs 30 thousand) होगी।
एम्स और आईआईटी के संयुक्त प्रयास बनने वाले इस इंप्लांट की मदद से मरीजों को सर्जरी के खर्च में राहत मिलेगी। इंप्लांट का खर्च कम होेने से सर्जरी की लागत में एक बडा अंतर आएगा। विशेषज्ञ एम्स आईआईटी के इस कवायद को एल्बो ट्रांसप्लांट की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम मान रहे हैं।
इंप्लांट को आजमा चुका है आईआईटी
एम्स के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. भावुक गर्ग (AIIMS Orthopedic Surgeon Dr. Bhavuk Garg) के मुताबिक, इस आर्टिफिशियल एल्बो की मेटीरियल और फिटिंग से संबंधित टेस्टिंग की गई है। प्रत्यारोपण के बाद मरीज अपनी कोहनी के दम पर ढ़ाई किलोग्राम तक वजन उठा सकता है। यहां तक कि टाइटेनियम से बने इस इंप्लांट की डेड बॉडी पर भी टेस्टिंग हो चुकी है।
“इस साझेदारी के माध्यम से, हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि मरीजों को अत्यधिक लागत के बोझ के बिना सर्वोत्तम संभव देखभाल मिले।”– प्रोफेसर भावुक गर्ग, ऑर्थोपेडिक विभाग, दिल्ली एम्स
ऑर्थोपेडिक सर्जरी में 20 वर्षों से है एम्स का दबदबा कायम है।
दिल्ली एम्स ऑर्थोपेडिक सर्जरी (Delhi AIIMS Orthopedic Surgery) के क्षेत्र में एम्स का करीब 20 वर्षों से दबदबा कायम है। द वीक मैगजीन की रैंकिंग (The Week Magazine Ranking) के मुताबिक, एम्स दिल्ली का ऑर्थोपेडिक विभाग (Orthopedic Department of AIIMS Delhi) भारत में नंबर वन करार दिया गया है।
अत्याधुनिक टेली-मेडिसिन और सेमुलेशन टेस्ट तकनीक (State-of-the-art tele-medicine and simulation test technology) का उपयोग करते हुए ऑर्थोपेडिक विभाग ने रोगी केंद्रित दृष्टिकोण को प्रथमिकता दी है। एम्स ने खासतौर से डायरेक्ट एन्टीरियर एप्रोच तकनीक का उपयोग करके डे-केयर टोटल हिप आर्थ्रोप्लास्टी (Day-care total hip arthroplasty with direct anterior approach technique) की शुरुआत की है।
जिससे ऐसी सर्जरी कराने वाले मरीजों को काफी राहत मिली है। स्पाइन सर्जरी (spine surgery Delhi Aiims) के मामले में भी एम्स मरीजों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देता है। साथ ही मरीजों की शीघ्र रिकवरी के लिए एम्स आईआरएस (IRS technology of AIIMS) जैसी तकनीकों को अपनाता है।
एम्स ऑर्थोपडिक में इस तरह की सर्जरी है उपलब्ध
- एंबुलेटरी स्पाइनल फ्यूजन (ambulatory spinal fusion)
- रीढ़ की विकृति सुधार (spinal deformity correction)
- जोड़ प्रतिस्थापन (joint replacement)
- खेल चिकित्सा (sports medicine)
- हाथ, ट्यूमर, पैर और टखने और आघात की सर्जरी (Hand, tumor, foot and ankle and trauma surgery)
यह सुविधाएं भी है उपलब्ध
एम्स दिल्ली (Delhi Aiims) के ऑर्थोपेडिक्स विभाग में ऑर्थोपेडिक अनुसंधान (orthopedic research) की बेहतर व्यवस्था है। इसके साथ ही यहां कैडेवर बोन बैंकिंग (Cadaver Bone Banking), 3 डी प्रिंटिंग (3d printing), रोबोटिक स्पाइन सर्जरी (robotic spine surgery), 4K अल्ट्रा हाई-डेफिनिशन कैमरे (4K ultra high-definition cameras), चाल विश्लेषण और ऑर्थो जेनेटिक लैब (Gait Analysis and Ortho Genetic Lab), ईओएस इमेजिंग (EOS Imaging), और नेविगेटेड संयुक्त प्रतिस्थापन नैदानिक उत्कृष्टता (Navigated Joint Replacement Clinical Excellence) जैसी विश्व स्तरीय अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध है।