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दिल्ली : ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की होगी मुफ्त ईएनटी जांच

अस्पताल ने ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के लिए मुफ्त ईएनटी जांच की घोषणा की

नई दिल्ली। टीम डिजिटल : दिल्ली के एक निजी अस्पताल ने ट्रैफिक पुलिस कर्मियों (traffic police personnel) के लिए मुफ्त ईएनटी जांच (Free ENT checkup for traffic police personnel) की घोषणा की है। अस्पताल ने करीब 1,000 ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की मुफ्त ईएनटी जांच शुरू की है, जो लगातार उच्च डेसिबल ध्वनि के संपर्क में रहते हैं।
यह ईएनटी स्क्रीनिंग (ENT screening) मार्च के महीने में प्रत्येक रविवार को (सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच) बीएलके-मैक्स अस्पताल (BLK-Max Hospital) के परिसर में आयोजित की जाएगी। यहां, व्यस्त यातायात क्षेत्रों में लगे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों (traffic police personnel) की ध्वनि के हानिकारक डेसिबल के लंबे समय तक संपर्क में रहने से उत्पन्न होने वाली किसी भी संभावित स्वास्थ्य जटिलताओं की जांच की जाएगी।

हानिकारक डेसीबल ध्वनि के संपर्क में रहने से हो सकती है स्वास्थ्य जटिलताएं 

Delhi: Free ENT test for traffic police personnel
Delhi: Free ENT test for traffic police personnel
इन स्क्रीनिंग शिविरों का उद्देश्य उन लोगों की पहचान करना है जो लंबे समय तक हानिकारक डेसीबल ध्वनि (harmful decibel sound) के संपर्क में रहते हैं और इससे उत्पन्न होने वाली किसी भी संभावित स्वास्थ्य जटिलता का शिकार बन जाते हैं। ईएनटी और ऑडियोमेट्री स्क्रीनिंग (ENT and audiometry screening) के लिए यह शिविर यातायात कर्मियों की जांच पर ध्यान केंद्रित करता है क्योंकि वे लंबे समय तक हानिकारक-खतरनाक डेसीबल ध्वनि (70 से 80 डेसिबल) के संपर्क में रहते हैं, जो उनकी सुनने की शक्ति को प्रभावित करने के साथ अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का रूप भी ले सकता है, जो कई बार अपरिवर्तनीय क्षति भी साबित हो सकती है।

चार हफ्तों तक ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की होगी जांच

अस्पताल के मुताबिक अगले 4 हफ्तों में, अस्पताल द्वारा सामुदायिक सेवा के हिस्से के रूप में बड़ी संख्या में यातायात पुलिसकर्मियों (traffic police personnel) का परीक्षण किया जाएगा। यह दुनिया भर में देखा गया है कि शोर से प्रेरित श्रवण हानि सबसे प्रचलित अपरिवर्तनीय व्यावसायिक खतरा है। भारी उद्योगों, सड़क यातायात प्रबंधन, निर्माण, संगीत, हवाईअड्डे और इसी तरह के उद्योगों में काम करने वाले लोग आमतौर पर 70-110 डीबी के बीच उच्च ध्वनि डेसिबल (high sound decibels) के संपर्क में आते हैं, जो नैदानिक रूप से मध्यम से उच्च जोखिम स्तर के अंतर्गत आता है। इसके अतिरिक्त तेज आवाज न केवल सुनने की क्षमता को प्रभावित करती है बल्कि समग्र स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती है।

वर्ल्ड हीयरिंग डे के उपलक्ष्य में निशुल्क जांच का फैसला

Delhi: Free ENT test for traffic police personnel
Delhi: Free ENT test for traffic police personnel
ईएनटी और कॉक्लियर इम्प्लांट (ENT and Cochlear Implant) विभाग के वरिष्ठ निदेशक और एचओडी डॉ. ब्रिगेडियर डब्ल्यू.वी.बी.एस. रामालिंगम के मुताबिक “मैक्स हेल्थकेयर में हमारा मुख्य उद्देश्य नैदानिक विशेषज्ञता और सामुदायिक आउटरीच पहल के साथ देश भर में लोगों की स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करना है। इस विश्व सुनवाई दिवस पर हमें दिल्ली ट्रैफिक पुलिस विभाग के साथ भागीदारी करके खुशी हो रही है। जबकि ट्रैफिक कर्मी पूरे दिन जनता के लिए सुचारू यातायात की आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए काम करते हैं। ऐसे में एक जिम्मेदार स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रूप में यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है कि उनकी स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा किया जाए। इसलिए इस शिविर के साथ हम अपने यातायात कर्मियों के शोर से संबंधित किसी भी जटिलता की जांच करने और उसे रोकने में सक्षम होंगे। 
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