Dengue Case in Delhi 2023 : दिल्ली की सेहत पर संक्रमण का दोहरा वार
नई दिल्ली।टीम डिजिटल : Dengue Case in Delhi 2023: जुलाई में टूटा पिछले 6 वर्षो का रिकॉर्ड- दिल्ली की सेहत पर वायरस का दोहरा वार होता हुआ दिख रहा है। वर्ष 2023 जुलाई महीने तक दिल्ली में डेंगू के मामले (Dengue Case in Delhi) ने पिछले 6 वर्षों का रिकॉर्ड तोड दिया है। जबकि, आई फ्लू के मामलों से दिल्लीवासी पहले से ही आहत हैं। दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों पर अगर गौर करें तो इस बार ऐसा लग रहा है कि डेंगू से बचाव के मामले में दिल्ली लापरवाह दिख रही है। हालात को देखते हुए जानकारों का मानना है कि अभी दिल्ली मेें डेंगू के मामले और भी बढने के आसार हैं।
दिल्ली नगर निगम की ओर से जारी वैक्टर बॉर्न डिजीज (vector borne disease) की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2023 के जुलाई तक दिल्ली में डेंगू के कुल 187 मामले (Dengue Case in Delhi 2023) सामने आ चुके हैं। पिछले साल के मुकाबले जुलाई महीने तक दिल्ली में डेंगू के आंकडे काफी अधिक हैं। पिछले कई सालों के आंकडों पर भी अगर हम गौर करें तो इस वर्ष जुलाई तक की मौजूदा रिपोर्ट चौंकाने वाली साबित हो रही हैं। वर्ष 2022 में डेंगू के 159, 2021 में 47 और 2020 में डेंगू के 28, 2019 में 83 मामले सामने आए थे।
लापरवाही पड सकती है सेहत पर भारी
नगर निगम की ओर से डेंगू नियंत्रण को लेकर जो कार्रवाई के आंकडे सामने आए हैं, वह चिंता पैदा करने वाले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इस बार 1 लाख 14 हजार से ज्यादा घरों में मच्छरों का लार्वा मिला है। जबकि, पिछले दो वर्षों में यही आंकडा लगभग 50-55 हजार तक ही सीमित था।
भारी संख्या में जारी किए गए नोटिस
बड़ी तादाद में मच्छरों का लार्वा मिलने के बाद नगर निगम ने पिछले 4 साल की तुलना में इस वर्ष सबसे अधिक (करीब 81 हजार) घरों में नोटिस जारी किया है। वहीं, नोटिस का उत्तर नहीं देने वाले करीब 18 हजार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। नगर निगम ने डेंगू के प्रति लापरवाही बरतने के लिए इस वर्ष सबसे ज्यादा (13134) चालान भी काटे हैं। पिछले वर्ष चालान की तादाद महज 6 हजार के आसपास थी।
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घरों में लार्वा मिलना नहीं है अच्छे संकेत
दिल्ली सफदरजंग अस्पताल के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के निदेशक प्रो. जुगल किशोर के मुताबिक घरों में इतनी बडी तादाद में लार्वा मिलना बेहतर संकेत नहीं है। इससे साफ पता चलता है कि डेंगू के प्रति लापरवाही हो रही है। घरों में साफ पानी में आसानी से डेंगू के मच्छर पैदा हो सकते हैं। ऐसे में उचित सावधानी बरती जानी चाहिए। लोगों को अपने कूलर, एसी या जहां भी साफ पानी इकट्ठा होने की संभावना हो, उस स्थान का विशेषतौर से ध्यान रखना चाहिए।
महज 10 दिनों में लार्वा बन जाता है मच्छर
विशेषज्ञों के मुताबिक महज 10 दिनों में लार्वा विकसित होकर डेंगू के मच्छर में परिवर्तित हो जाता है। इस तथ्य से यह आशंका बढती हुई दिख रही है कि नगर निगम की कार्रवाई से पहले ही कई घरोें में डेंगू के मच्छर पैदा हो चुके होंगे। बारिश के मिजाज को देखते हुए इस बार विशेषज्ञों ने पहले ही डेंगू और मच्छर जनित रोगों के प्रसार की संभावना व्यक्त कर दी थी। विशेषज्ञों ने डेंगू के बढते हुए मामलों को लेकर खास सावधानी बरतने की सलाह दी है।
टाइप-2 डेेंगू की सक्रियता ने राजधानी में चिंता बढा दी है। राहत की बात यह है कि इस बार चिकनगुनिया सक्रिय नहीं है। वहीं मलेरिया भी धीमा ही सही लेकिन अपनी मौजूदगी दिखा रहा है। बाढ और लगातार होने वाली बारिश और उमस ने बीमारी फैलाने वाले मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल माहौल पैदा कर दिया है।
Dengue Case in Delhi 2023: जुलाई में टूटा पिछले 6 वर्षो का रिकॉर्ड
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