Dengue Cases in Delhi 2023 : दिल्ली में बढने लगे डेंगू के मामले
नई दिल्ली।टीम डिजिटल : Dengue Cases in Delhi 2023 : मानसून ने डेंगू के डंक को दी धार- राजधानी दिल्ली में झमाझम मानसूनी बारिश ने जलभराव के साथ एक और नई समस्या पैदा कर दी है। बारिश और जलभराव की वजह से दिल्ली में डेंगू को बढावा देने वाली सभी अनुकूल स्थितियां पैदा कर दी है। अस्पतालों की रिपोर्ट से यह स्पष्टतौर पर पता चलता है कि राजधानी दिल्ली में डेंगू ने अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है। डेंगू की रोकथाम में लापरवाही हुई तो इस बार यह सीजन की सबसे बडी स्वास्थ्य चुनौती बन सकती है क्योंकि विशेषज्ञों ने कहा है कि डेंगू का दोबारा होना जानलेवा भी साबित हो सकता है।
अस्पतालों में पहुंचने लगे हैं मरीज – Dengue Cases in Delhi 2023
डेंगू की शुरूआत हो चुकी है क्योंकि अस्पतालों में मरीजों का आना शुरू हो गया है। जानकारी के मुताबिक सफदरजंग अस्पताल में 2, एलएनजेपी में 4, हिदूराव में 2 मरीजों के साथ एम्स और गंगाराम अस्पतालों में मरीजों के उपचार के लिए आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस वर्ष जनवरी से लेकर अबतक डेंगू के 115 मरीज की पहचान की जा चुकी है। एलएलजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार के मुताबिक अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती मौजूदा मरीजों की संख्या इस समय 4 है लेकिन अबतक 60 डेंगू मरीजों की पहचान की जा चुकी है।
इसके अलावा मलेरिया के 2 मरीज भी इलाज के लिए भर्ती हैं। डॉ. सुरेश के मुताबिक इस वर्ष अबतक मलेरिया के 18 मरीजों की पहचान अस्पताल में की जा चुकी है। हिंदू राव अस्पताल में जून में डेंगू के दो मरीज और जुलाई में 3 मरीजों के साथ अबतक 17 मरीजों की पुष्टि की गई है। सूबे के निजी अस्पतालों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अभी रोजाना एक या दो मरीज डेंगू के लक्षणों के साथ उपचार के लिए आते हैं।
बारिश और उमस ने बढा दी मुसीबत
विशेषज्ञों के मुताबिक मौसमी बारिश और उमस ने डेंगू को पनपने के लिए अनुकूल माहौल दे दिया है। एम्स के डॉक्टर संजय राय के मुताबिक डेंगू के मच्छर ऐसे मौसम में तेजी से पनपेंगे। ऐसे में जरूरी है कि डेंगू को लेकर सतर्क रहें। डेंगू को नियंत्रित करने के सभी जरूरी उपाए अभी से ही शुरू करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि डेंगू के चार स्ट्रेन होते हैं। पहली बार जब किसी को डेंगू होता है तो बहुत ज्यादा स्थिति खराब नहीं होती लेकिन दूसरी बार डेंगू होने से कई तरह के जोखिम पैदा हो सकते हैं।कुछ मामले में स्थिति जानलेवा भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष डेंगू नियंत्रण में था। इस वर्ष अगर डेंगू को लेकर लोगों के स्तर पर जागरूकता होगी तो इसे इसबार भी नियंत्रित रखने में मदद मिलेगी।
चार तरह के होते हैं डेंगू के वायरस :
डीईएनवी-1,
डीईएनवी-2,
डीईएनवी-3
डीईएनवी-4
डेंगू के लक्षण
सिर दर्द
मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
जी मिचलाना
उल्टी लगना
आंखों के पीछे दर्द
ग्रंथियों में सूजन
त्वचा पर लाल चकत्ते होना
Read Also : Blood Donation : अचानक चाहिए Blood ! डोनर के लिए भटकना नहीं पडेगा अब
डेंगू बुखार के कुछ बुनियादी उपचार निम्नलिखित हैं :
औषधि : इस बुखार के उपचार में आमतौर पर चिकित्सक टायलेनोल या पैरासिटामोल जैसी दर्द निवारक दवाएं रोगियों को लेने की सलाह देते हैं। गंभीर डिहाइड्रेशन के मामले में कई बार आईवी ड्रिप्स देने की भी जरूरत पड सकती है।
हाइड्रेटेड रहें : डेंगू बुखार की स्थिति में जितना हो सके हाइड्रेट रहना चाहिए। तेज बुखार और उल्टी की स्थिति में शरीर में मौजूद तरल प्रदार्थ की कमी हो सकती है। तरल पदार्थों के लगातार सेवन से डिहाईड्रेशन की स्थिति से बचा जा सकता है।
डेंगू से बचाव
त्वचा को खुला न छोड़ें: अपनी त्वचा की सतहों को ढकने और मच्छर के दंश की संभावना को कम करने के लिए लंबी पैंट और पूरी बाजू की शर्ट पहनना चाहिए। डेंगू के मच्छर सुबह या शाम को अत्यधिक सक्रिय होते हैं, इसलिए ऐसे समय में बाहर निकलने से बचने की कोशिश करें।
मच्छर रोधी क्रीम: डाइथाइलटोलुआमाइड (डीईईटी) के कम से कम 10 प्रतिशत कंसंट्रेशन वाला रेपेलेंट प्रभावी रहता है। लंबे समय तक जोखिम हो तो फिर उच्च कंसंट्रेशन वाले रेपलेंट की आवश्यकता होती है। मच्छरों को दूर रखने के लिए आप रोजाना ऐसी क्रीम लगा सकते हैं।
ठहरे हुए पानी को कीटाणुरहित करें: एडीज मच्छर साफ और स्थिर पानी में पनपता है। पानी के बर्तन या टंकी को हर समय ढककर रखें और यदि आवश्यक हो तो एक उचित कीटाणुनाशक का उपयोग करें। मच्छरों के लिए एक प्रजनन आधार विकसित करने की संभावनाओं को कम करने के लिए ऐसे किसी भी बर्तन या सामान को उल्टा करके रखें, जिसमें पानी इकट्ठा हो सकता है और सतहों को अच्छी तरह से साफ करें।
Dengue Cases in Delhi 2023 : मानसून ने डेंगू के डंक को दी धार
[table “5” not found /]