वेब कहानियां

एएस जागरूकता कार्यक्रम के लिए डॉ पाराशर सम्मानित

alt= " dr rp parasar image "
DR. RP PARASER
Photo : caas india

एएस (Ankylosing Spondylitis) जागरूकता कार्यक्रम के तहत मरीजों को विशेषज्ञ परामर्श से लाभा​न्वित करने के समाज उपयोगी कार्य के लिए आयुर्वेद क्षेत्र के डॉ राजपाल पाराशर को सम्मानित किया गया। डॉ पाराशर को ऑनलाइन माध्यम से एएस से संबंधित महत्वूपर्ण जानकारियों को साझा कर उन्हें इस बीमारी के प्रति जागरूक करने के प्रयासों के लिए सम्मान दिया गया।


नई दिल्ली : शनिवार को रोहणी स्थि​त प्रशांत विहार, श्री माधव राव सदाशिव गोलवलकर पंचकर्म आयुर्वेदिक अस्पताल परिसर में आयोजित एक सादे कार्यक्रम में डॉ पाराशर सम्मनित किए गए। उन्हें कास इंडिया (caas india) की तरफ से यह सम्मान रत्नेश सिंह और अविनाश झा ने दिया। डॉ पाराशर इस आयुर्वेद अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक हैं। यहां बता दें कि दिल्ली नगर निगम का यह अस्पताल अपने पंचकर्म विधि के लिए लोकप्रिय है।

क्या भारत में भी हो गई मंकीपॉक्स वायरस की एंट्री

यूरोप से कोलकाता लौटे एक युवक में मंकीपॉक्स जैसे लक्षण दिखाए दिए हैं। जिसके बाद यह पता

यह भी पढें : एम्स : किडनी की समस्या से पी​डित बुजुर्गों के लिए तैयार हो रहा है 400 बेड का ब्लॉक

इस मौके पर डॉ पाराशर ने ऑटो इंम्यून डिसआर्डर के प्रति सामाजिक जागरूकता पर बल देते हुए कहा कि इस तरह की बीमारियों से पीडित मरीजों को उपचार के साथ समाजिक सहयोग की भी जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोग इस प्रकार की बीमारियों के बारे में नहीं जानते हैं। ऐसे में वह मरीजों की शारीरिक​ स्थिति और स्वास्थ्य के प्रति अनजान रहते हैं।

उन्होंने कहा कि कई बार तो मरीजों को अपने ही घरों में कई तरह की भावनात्मक परेशानियों का सामना करना पडता है। लोग इनकी पीडा को आम दर्द समझ लेते हैं और एएस खासतौर से युवाओं को ही अपनी चपेट में लेता है। परिजनों और आस पडोस का बीमार व्यक्ति के प्रति नजरिया कई बार असहज कर देने वाला साबित होता है।

क्या कॉम्बिनेशन प्रोटोकॉल से मिलेगी ऑटोइम्यून बीमारी के मरीजों को राहत

कॉम्बिनेशन प्रोटोकॉल के बारे में दावा किया जा रहा है कि ऑटोइम्यून बीमारियों से पीडित मरीजों के लिए यह

यह भी पढें : हार्ट अटैक से मरीज बचेगा या जाएगी जान, बताएगा विशेष मॉडल

अगर हम सामाजिक स्तर पर इन बीमारियों के बारे में जानकारियों को साझा करें तो इससे लोगों को अधिक से अधिक जानकारी मिलेगी और मरीजों की राह भी कुछ आसान हो जाएगी। उन्होंने इस मौके पर कास इंडिया (Caas India) द्वारा अपने यूट्यूब चैनल पर आयोजित कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से एएस के मरीजों को काफी जानकारियां मिली हैं ।

यहां बता दें कि डॉ पाराशर कास इंडिया द्वारा आयोजित टॉक टू एक्सपर्ट कार्यक्रम में कई बार बतौर विशेषज्ञ शामिल होकर आयुर्वेद से संबंधित उपचार के बारे कई महत्वूर्ण जानकारियों को साझा किया है। डॉ पराशर ने इस कार्यक्रम के तहत एएस के उपचार में पंचकर्म के महत्व को भी काफी विस्तार से उजागर किया है।

1 thought on “एएस जागरूकता कार्यक्रम के लिए डॉ पाराशर सम्मानित

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *