खाने की गुणवत्ता को उजागर करता है Food Safety Index
नई दिल्ली।टीम डिजिटल : आपके राज्य में मिलने वाला खाना कितना सुरक्षित है। फूड सेफ्टी इंडेक्स (Food Safety Index) यह पता लगाने का बेहतर जरिया है। इंडेक्स में राज्यों में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता के आधार पर पोजिशन तय की जाती है। जिससे यह पता चलता है कि राज्यों में मिलने वाली भोजन की गुणवत्ता कैसी है। ताजा फूड सेफ्टी इंडेक्स जारी किया जा चुका है।
फूड सेफ्टी (Food Safety) के मामले में दक्षिण भारत का दबदबा
दक्षिण भारत (South India States) के दो राज्यों ने टॉप 10 में अपनी जगह कायम की है। यहां केरल सबसे सुरक्षित और तमिलनाडु खाने के मामले में तीसरे नंबर का सबसे सुरक्षित राज्य पाया गया है। वहीं पंजाब ने इस सूची में दूसरा स्थान हासिल किया है। खासबात यह भी है कि केरल और पंजाब दोनों ही राज्यों ने फूड सेफ्टी इंडेक्स में इस बार ऊंची छलांग लगाई है। केंद्र सरकार की ओर से 5वां फूड सेफ्टी इंडेक्स (Food Safety Index) जारी किया गया। इसमें केरल (Kerala) और पंजाब (Punjab) बड़े राज्यों की सूची में पहले और दूसरे स्थान पाने में कामयाब रहे हैं। वहीं, तमिलनाडु (Tamil Nadu) को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
राजस्थान और मध्य प्रदेश के पोजिशन में भी हुआ सुधार
बीते वर्ष फूड सेफ्टी इंडेक्स में केरल छठे और पंजाब 11वें स्थान पर था। जबकि, इस बार राजस्थान ने भी दो अंक के सुधार के साथ 10वें से 8वें नंबर पर आने में कामयाबी हासिल की है। वहीं, मध्य प्रदेश के पोजिशन में भी एक अंक का सुधार हुआ है और अब यह राज्य पांचवें स्थान से चौथे स्थान पर आ गया है।
फूड सेफ्टी (Food Safety) के मामले में छोटे राज्यों की स्थिति
फूड सेफ्टी इंडेक्स में 8 छोटे राज्यों में गोवा(Goa) लगातार चौथी बार शीर्ष पर कायम है। दूसरे और तीसरे पर क्रमश: मणिपुर और सिक्किम जगह बनाने में कामयाब रहा। केंद्रशासित प्रदेशों में जम्मू-कश्मीर लगातार तीसरी बार शीर्ष पर है। वहीं दिल्ली (Delhi) दूसरे और चंडीगढ़ तीसरे नंबर पर पोजिशन पाने में कामयाब रहा है। यहां अलग-अलग पैरामीटर के मूल्यांकन के आधार पर फूड सेफ्टी (Food Safety) की सूची जारी की जाती है। खान-पान के मामले में बड़े राज्यों में छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, असम, बिहार व झारखंड का प्रदर्शन बेहद ही निम्न स्तर का पाया गया है।
फूड सेफ्टी इंडेक्स में जिलों का हाल
फूड सेफ्टी इंडेक्स में देश के 260 जिलों को शामिल किया गया। इनमें से शीर्ष 6 जिलों में कोयम्बटूर, भोपाल, वाराणसी, मालदा, ग्वालियर और लखनऊ का नाम शुमार है। खाद्य गुणवत्ता में सुधार के उद्देश्य से एफएसएसएआई अगले 3 सालों में 25 लाख फूड बिजनेस ऑपरेटर को प्रशिक्षित करेगी। इससे देश में खाद्य गुणवत्ता के मानकों को पूरा करने में मदद मिलेगी। केवल इतना ही नहीं देश भर में 100 फूड स्ट्रीट स्थापित करने का लक्ष्य भी कायम किया गया है।
साल 2022 में हुआ था फूड सेफ्टी एंड ड्रग्स कमिश्नरेट का गठन
साल 2022 में फूड सेफ्टी और ड्रग को मिलाकर फूड सेफ्टी एंड ड्रग्स कमिश्नरेट का गठन किया गया। वहीं, फुल टाइम फूड सेफ्टी कमिश्नर की भी नियुक्ति की गई। इस समय 105 फूड सेफ्टी अधिकारी नियुक्त हैं। जबकि, 298 पदों के लिए नियुक्ति की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के लिए प्रत्येक जिले में शिविर भी आयोजित किए जा रहे हैं।
राज्यों की फूड सेफ्टी इंडेक्स में पोजीशन
राज्यों के नाम | पोजीशन |
---|---|
केरल | 63 |
पंजाब | 57.5 |
तमिलनाडु | 56.5 |
मध्य प्रदेश | 56.0 |
उत्तर प्रदेश | 52.5 |
गुजरात | 48.5 |
वेस्ट बंगाल | 48.0 |
राजस्थान | 45.0 |
महाराष्ट्र | 45.0 |
हिमाचल | 41 |
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