हेल्थ रिपोर्ट 2022 : हेल्थ के मामले में दुनिया में किस तरह की रही हलचल
68वां स्थापना दिवस मना रहा है संस्थान
हाईलाइट्स
नई दिल्ली। टीम डिजिटल : सर गंगा राम ट्रस्ट सोसायटी, बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट, कंसल्टेंट्स एंड स्टाफ ऑफ सर गंगा राम हॉस्पिटल (Gangaram Hospital) ने बृहस्पतिवार को 68वां स्थापना दिवस (Foundation Day) मनाया। इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के वाईस चांसलर प्रो. योगेश सिंह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। समारोह की शुरुआत अस्पताल के संस्थापक सर गंगा राम की मूर्ति को माल्यार्पण कर की गई।
इस दौरान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने कर्मचारियों और अस्पताल के डॉक्टरों को मेधावी और लांग सर्विस पुरस्कार (Long Service Award) वितरित किए। समारोह के दौरान स्कूल ऑफ नर्सिंग के छात्रों द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर, डॉ. डी.एस. राणा (चेयरमैन, सर गंगा राम ट्रस्ट सोसायटी) ने मेहमानों का स्वागत किया। सुजाता शर्मा (वाईस चेयरमैन, सर गंगा राम ट्रस्ट सोसायटी) ने सर गंगा राम (1851-1927) को श्रद्धांजलि दी और डॉ. अजय स्वरुप, चेयरमैन (बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट, सर गंगा राम हॉस्पिटल) ने अस्पताल की वार्षिक रिपोर्ट को सार्वजनिक किया।


सर गंगा राम ट्रस्ट सोसायटी के चेयरमैन डॉ. डी.एस. राणा ने कहा कि “मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमारा अस्पताल न सिर्फ अपने लिए डॉक्टरों को प्रशिक्षण देता है, बल्कि देश के अन्य बड़े अस्पतालों में भी हमारे अस्पताल द्वारा प्रशिक्षित डॉक्टर कार्य कर रहे है।”
प्रो. योगेश सिंह ने कहा, “मैंने इस अस्पताल को एक मरीज, अटेंडेंट और विजिटर के रूप में बहुत करीब से देखा है। मुझे यह जानकर सुखद आश्चर्य और खुशी हुई कि इस अस्पताल के सभी डॉक्टर अपनी आमदनी का 20% हिस्सा इसी अस्पताल में डोनेट करते हैं। सर गंगा राम अस्पताल जैसे स्वास्थ्य संस्थान को संचालित करने के लिए वास्तविक समर्पण और प्रतिबद्धता की आवश्यकता है। मैं सभी स्वास्थ्य संस्थानों से गरीबों के प्रति दया, जुनून और अच्छाई बरतने का अनुरोध करता हूं जो आज उपेक्षित हिस्सा हैं।“
उन्होंने कहा कि “भारत के सकल घरेलू उत्पाद के विकास में स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा क्षेत्र का योगदान और विकास सबसे महत्वपूर्ण है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि सर गंगा राम अस्पताल के मॉडल को पूरे भारत में दोहराया जाना चाहिए। पूरे भारत में मरीजों की सेवा के लिए और अधिक शाखाएं खोले जाने चाहिए। सर गंगा राम अस्पताल का विस्तार आज की जरूरत है।“
डॉ. अजय स्वरुप (चेयरमैन, बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट, सर गंगा राम हॉस्पिटल) ने कहा, कि “हम जूनियर स्तर पर प्रतिभाशाली डॉक्टरों का चयन करने में बहुत ध्यान देते हैं। हम युवा डॉक्टरों के विकास के लिए जीवंत वातावरण भी प्रदान करते हैं। रिसर्च को हमारे अस्पताल में बहुत महत्व दिया जाता है। भारत के सबसे ज्यादा पोस्ट ग्रेजुएट डी एन बी छात्र हमारे अस्पताल में 37 विभागों में से हैं। हर साल उत्तीर्ण रिसर्च पेपर्स इन स्टूडेंट्स द्वारा अलग-अलग जर्नल्स में पब्लिश किये जाते है।”
अस्पताल की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ते हुए डॉ. जयश्री सूद (आनरेरी सेक्रेटरी, बोर्ड ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मेंबर), ने कहा, “सर गंगा राम अस्पताल गरीबों की मदद करने में दृढ़ता से विश्वास करता है और यह अपने संस्थापक द्वारा प्रचारित दान की विरासत को आगे बढ़ा रहा है। पिछले वित्तीय वर्ष 2022-2023 में अस्पताल ने धर्मार्थ कार्यो पर 43.50 करोड़ रुपए का खर्च किया जिसमें से 25.70 करोड़ रुपये ईडब्ल्यूएस मरीजों और 17.80 करोड़ रुपए अन्य गरीब मरीजों के लिए खर्च किये गए।”
कौन थे सर गंगाराम :सर गंगा राम पेशे से एक अभियंता थे, जो 13 अप्रैल 1851 को ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रांत के एक गांव मंगतवाला में (आज के पाकिस्तान) में पैदा हुए थे। उन्होंने थॉम्पसन कॉलेज ऑफ सिविल इंजीनियरिंग से 1873 में स्नातक किया। 1921 में, उन्होंने लाहौर में सर गंगा राम अस्पताल की स्थापना की, जो अभी भी उसी नाम से कार्य करता है और फातिमा जिन्ना मेडिकल कॉलेज से जुड़ा एक 500-बिस्तर वाला अस्पताल है। 10 जुलाई 1927 को लंदन में उनकी मृत्यु हो गई। दिल्ली में सर गंगा राम अस्पताल का उद्घाटन 1954 में तत्कालीन भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा किया गया था और आज यह 800 बेड का अस्पताल है। |
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