गंगाराम अस्पताल के सर्जनों की Innovative endoscopic surgery
Gangaram Hospital Delhi News, Treatment of complex fistula using heart surgery technique : दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल (Sir ganga ram Hospital delhi) में फिस्टुला की एक जटिल सर्जरी (A complicated fistula surgery) को अंजाम दिया गया।
खासबात यह ऑपरेशन हार्ट सर्जरी में उपयोग की जाने वाली एक तकनीक (Techniques used in heart surgery) की मदद से की गई। अस्पताल के सर्जन ने अपनी इनोवेटिव सर्जरी स्किल (Innovative surgery skills) से दो महिलाओं के जीवन को बचा लिया।
कार्डियक ऑक्लुडर डिवाइस का उपयोग
इस सर्जरी में कार्डियक ऑक्लुडर डिवाइस (Cardiac Occluder Device) का उपयोग किया गया। मरीज की बडी आंत में फिस्टुला था और यह गर्भाशय और आंत के बीच असामान्य रूप से विकसित हो रहा था। इस अत्याधुनिक प्रक्रिया का उपयोग आमतौर पर हार्ट सर्जरी में की जाती है।
![Gangaram Hospital Delhi : हार्ट सर्जरी की तकनीक से जटिल फिस्टुला का उपचार, 2 मरीजों की बचायी जान 1 Gangaram Hospital Delhi : हार्ट सर्जरी की तकनीक से जटिल फिस्टुला का उपचार, 2 मरीजों की बचायी जान](https://www.caasindia.in/wp-content/uploads/2025/02/gangaram-hospital-report-caas-india-1280x822.jpg)
सर्जन ने इसका उपयोग फिस्टुला (Fistula) को सील करने के लिए किया। जिसके बाद यह तकनीक इस तरह की चुनौतिपूर्ण समस्या के उपचार के लिए एक नया तकनीकी विकल्प (A new technological option)साबित हुआ है।
Gangaram Hospital : दो मरीजों पर इनोवेटिव प्रयोग
जिन मरीजों की सर्जरी की गई उनमें से पहली, एक 61 वर्षीय महिला है। जिन्हें गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर (Cervical Cancer) के लिए कई वर्षों से विकिरण चिकित्सा (radiation therapy) दी जा रही थी। मरीज की योनि से लेकर मल मार्ग तक रेक्टोवेजिनल फिस्टुला (rectovaginal fistula) के कारण प्रभावित था।
दूसरी मरीज, एक 65 वर्षीय महिला है, फिस्टुला होने की वजह से मरीज की छोटी आंत और योनि के बीच एक असामान्य संपर्क विकसित हो गया था। दोनों मरीजों की पहले भी सर्जरी की गई थी लेकिन असफल रही थी।
Complicated fistula surgery : बाल चिकित्सा हृदय रोग विशेषज्ञ ने दिया अहम सुझाव
महिलाओं को गंगाराम अस्पताल (SGRH Delhi ) के प्रमुख स्त्री रोग विशेषज्ञ (gynecologist) डॉ राहुल मोदी (Dr Rahul Modi) ने जीआई विभाग (GI Department) में रेफर किया।
जीआई विभाग के डॉ अनिल अरोडा (Dr Anil Arora) और डॉ शिवम खरे (Dr. Shivam Khare) ने महिलाओं की स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रमुख बाल चिकित्सा हृदय रोग विशेषज्ञ (Pediatric cardiologist) डॉ नीरज अग्रवाल (Dr. Neeraj Agarwal) की सहायता ली।
इन जटिल फिस्टुला मामलों (Complicated fistula cases) के लिए, डॉ. अग्रवाल ने कार्डियक ऑक्लुडर डिवाइस (Cardiac Occluder Device) को अनुकूलित (Customized) करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गैस्ट्रो एंडोस्कोपी टीम (Gastro Endoscopy Team) ने मिलकर दोनों फिस्टुला को न्यूनतम आक्रामक (Minimally Invasive) तरीके से सफलतापूर्वक सील कर दिया।
जिससे मरीजों को जल्दी ठीक होने और दीर्घकालिक सफलता (Long-term success) की उच्च संभावना मिली। रोग से उबरे मरीजों ने अस्पताल और सर्जनों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “मैं इस उपचार के लिए बहुत आभारी हूं। इसने मुझे मेरा जीवन वापस दे दिया है।
“इन मामलों में कार्डियक ऑक्लुडर डिवाइस का उपयोग करना एक नया तरीका है जो जटिल फिस्टुला के लिए एक प्रभावी समाधान प्रदान करते हुए जोखिम और रिकवरी समय को कम करता है। यह क्षेत्र में एक बड़ी प्रगति को दर्शाता है, खासकर उन रोगियों के लिए जिनके पास पहले से ही कोई विकल्प नहीं था।”– डॉ शिवम खरे, जीआई विभाग, सर गंगराम अस्पताल“फिस्टुला के उपचार के लिए इस उपकरण को अनुकूलित करने की क्षमता कई विशेषज्ञताओं के बीच सहयोग और आधुनिक चिकित्सा में सहयोगी नवाचार की भूमिका का एक उदाहरण है।”– डॉ अनिल अरोडा, जीआई विभाग, सर गंगाराम अस्पताल