Thursday, January 23, 2025
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Guillain-Barre Syndrome : पुणे में GBS से 59 लोग प्रभावित, वेंटिलेटर पर 12 मरीज

व्यक्ति की प्रतिरक्षा में कमजोरी (Weakness in immunity) होने के कारण इससे प्रभावित होने का जोखिम बढ सकता है।

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न्यूरोलॉजिकल विकार (Neurological Disorder) है Guillain-Barre syndrome 

Guillain-Barre Syndrome, Pune GBS News, GBS Disease : पुणे (Pune) में 59 लोगों में न्यूरोलॉजिकल विकार (neurological disorders), गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (Guillain-Barre Syndrome) पाया गया है। 59 में से लगभग 12 लोग वेंटिलेटर पर हैं। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग (Maharashtra Health Department) ने इस बीमारी के अचानक बढे हुए मामलों की जांच के लिए एक टीम गठित की है।
एक स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक, “बुधवार को जीबीएस से संबधित मामलों की संख्या बढकर 59 हो गई। प्रभावित लोगों में 38 पुरुष और 21 महिलाएं शामिल हैं। जीबीएस से प्रभावित (affected by Guillain-Barre Syndrome) 12 मरीजों को फिलहाल वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया हैं।”

Pune GBS News : बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण की आशंका  

विशेषज्ञों के मुताबिक, जीबीएस (Guillain-Barre Syndrome) बैक्टीरियल या वायरस संक्रमण (Bacterial or virus infection) की वजह से होने की आशंका हो सकती है। व्यक्ति की प्रतिरक्षा में कमजोरी (Weakness in immunity) होने के कारण इससे प्रभावित होने का जोखिम बढ सकता है। अधिकारी के मुताबिक, “जीबीएस के मामले (Cases of Guillain-Barre Syndrome) बच्चों और युवाओं को प्रभावित कर रहा है। हालांकि, इसे महामारी फैलने की आशंका नहीं है। उपचार के बाद इस बीमारी से मरीज ठीक हो जाते हैं।”

क्या है गुइलेन-बैरे सिंड्रोम है?

What is Guillain-Barré syndrome?

Guillain-Barre Syndrome : पुणे में GBS से 59 लोग प्रभावित, वेंटिलेटर पर 12 मरीज
पुणे में 59 लोग प्रभावित, वेंटिलेटर पर 12 मरीज
गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) एक दुर्लभ प्रकार की न्यूरोलॉजिकल स्थिति (Rare types of neurological conditions) है। इसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) तंत्रिकाओं (Nerves) पर हमला कर उसे प्रभावित करती है। इस वजह से मरीज में कमजोरी (Weakness), सुन्नता (numbness) और पक्षाघात (Paralysis) भी हो सकता है।

क्यों होती है बीमारी, समस्या अज्ञात 

जीबीएस एक दुर्लभ श्रेणी की बीमारी है। यह बीमारी क्यों होती है, इसके कारणों की जानकारी अभी तक रहस्य बना हुआ है। विशेषज्ञों के मुताबिक, गुइलेन-बैरे सिंड्रोम वाले ज्यादातर मरीजों में इसके लक्षण प्रकट होने से कम से कम एक हफ्ते पहले संक्रमण के लक्षण प्रकट होने लगते हैं। इन संक्रमणों में श्वसन संबंधी रोग (respiratory disease) या जठरांत्र संबंधी संक्रमण (gastrointestinal infections) शामिल हैं।

जीबीएस के लक्षण 

Symptoms of Guillain-Barre Syndrome

  • पैरों में कमजोरी
  • हाथों में कमजोरी
  • श्वास की मांसपेशियों में कमजोरी
  • सीढियां चढने में कठिनाई
  • देखने में कठिनाई
  • निगलने, बोलने या चबाने में कठिनाई
  • हाथों और पैरों में चुभन वाला दर्द
  • रात में दर्द गंभीर हो जाना
  • असामान्य हृदय गति या रक्तचाप
  • पाचन या मूत्राशय पर नियंत्रण की समस्याएं

मस्तिष्क और शरीर के बीच संकेत होते हैं प्रभावित 

अमेरिकी राष्ट्रीय तंत्रिका विकार एवं स्ट्रोक संस्थान (US National Institute of Neurological Disorders and Stroke) के अनुसार, जीबीएस में तंत्रिका क्षति (Nerve Damage in Guillain-Barre Syndrome) के कारण मस्तिष्क शरीर को असामान्य तौर पर संवेदी संकेत (sensory signals) देने लगता है। इस बीमारी का निदान करने के लिए शारीरिक परीक्षण और चिकित्सा इतिहास की समीक्षा की जाती है।
निदान के लिए तंत्रिका चालन वेग परीक्षण (NCV) भी किया जा सकता है। जिसमें तंत्रिका की सिग्नल भेजने की क्षमता को मापा जाता है। डॉक्टर रीढ़ की हड्डी के चारों ओर मौजूद मस्तिष्कमेरु द्रव (cerebrospinal fluid) का भी विश्लेषण कर सकते हैं। वर्तमान में, GBS का कोई प्रभावी उपचार (Effective treatment of Guillain-Barre Syndrome) उपलब्ध नहीं है। कुछ उपचार इसके लक्षणों को प्रबंधित करने और इसकी गंभीरता को कम करने के लिए किए जाते हैं।

नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

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