कैसे होता है HMPV Test
HMPV Virus News, HMPV Test Cost, Human Metapneumovirus, HMPV Virus Cases : भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के अबतक 8 मामले सामने आ चुके हैं। यह एक श्वसन वायरस है, जो हल्के से लेकर गंभीर लक्षण प्रकट कर सकता है। HMPV मुख्य रूप से बच्चों, वृद्धों और कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को प्रभावित कर रहा है।
एमएचपीवी टेस्ट के लिए कितना करना पडेगा खर्च ? (HMPV Test Cost)
एचएमपीवी परीक्षण के लिए बायोफायर पैनल जैसे उन्नत डायग्नोस्टिक टूल की जरूरत पडती है। इससे एचएमपीवी सहित कई अन्य रोगजनों की पहचान करना संभव है।
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जानकारी के मुताबिक, डॉ लाल पैथलैब्स, मैक्स हेल्थकेयर लैब्स और टाटा 1एमजी लैब्स जैसी प्रमुख प्रयोगशालाओं में एचएमपीवी आरटी-पीसीआर परीक्षण (HMPV RT-PCR test) की लागत (HMPV Test Cost) 3,000 रुपये से लेकर 8,000 रुपये तक है।
एचएमपीवी के साथ-दूसरे श्वसन रोगजनकों को कवर करने वाले व्यापक परीक्षणों की लागत (HMPV Test Cost) ₹20,000 तक हो सकती है। परीक्षण के लिए नासॉफिरिन्जियल स्वैब, थूक और ट्रेकियल एस्पिरेट को नमूने के तौर पर हासिल किया जाता है।
क्या है एचएमपीवी? (What is HMPV)
इस वायरस को पहली बार वर्ष 2001 में पहचाना गया था। यह एक श्वसन आरएनए वायरस (Respiratory RNA virus) है। आमतौर पर यह ठंड के मौसम में सक्रिय होता है। यह वायरस मुख्य रूप से श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है। खासकर छोटे बच्चों और कम प्रतिरक्षा स्तर वाले बुजुर्ग व्यक्तियों के इससे प्रभावित होने की संभावना अधिक रहती है।
स्वस्थ वयस्कों को एचएमपीवी सामान्य तौर पर प्रभावित कर सकता है। ऐसे लोगों में इसके लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे ही प्रकट होते हैं। जैसे गले में खराश, खांसी और नाक बंद होने की समस्या। हालांकि, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले मरीजों में निमोनिया और सांस लेने में तकलीफ़ सहित गंभीर जटिलताएं विकसित होने का जोखिम बना रहता है। शिशुओं और वृद्धों को विशेष रूप से तेज सांस लेने, सायनोसिस और घरघराहट जैसे लक्षणों के भी प्रकट होने की संभावना होती है।
एचएमपीवी का उपचार (Treatment of HMPV)
एचएमपीवी के लिए कोई खास एंटीवायरल दवा उपलब्ध नहीं है। इसके हल्के मामले घर पर रहकर देखभाल से ही ठीक हो जाते हैं। गंभीर लक्षण वाले मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड सकता है। गंभीर लक्षण वाले मरीजो में श्वसन संबंधी समस्याओं को प्रबंधित करने के लिए ऑक्सीजन थेरेपी, अंतःशिरा तरल पदार्थ और कॉर्टिकोस्टेरॉइड देना पड सकता है।
बचाव (HMPV Prevention)
- नियमित रूप से साबुन से हाथ धोएं।
- कम से कम 60% अल्कोहल वाले सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
- श्वसन संबंधी लक्षण वाले व्यक्तियों के साथ निकट संपर्क से बचें।
- आमतौर पर छुई जाने वाली सतहों को कीटाणुरहित करें।
- यदि घरघराहट या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखाई दें तो तत्काल चिकित्सकीय सहायता लें।