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एंकिलोजिंग स्पॉडिलाइटिस से पीडित मां के लिए स्तनपान कितना है सुरक्षित

एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस वाली दवा से क्या बच्चों पर भी पड सकता है दुष्प्रभाव 

नई दिल्ली।टीम डिजिटल : एंकिलोजिंग स्पॉडिलाइटिस से पीडित मां के लिए स्तनपान कराना कितना है सुरक्षित (breastfeed for a mother with ankylosing spondylitis?) है? यह सवाल अक्सर रूमेटोलॅाजिस्ट के सामने आते रहते हैं। वैसे किसी भी क्रॉनिक बीमारी के साथ स्तनपान (breastfeeding) कराना चुनौतीपूर्ण हो सकता है और इसके बारे में सवाल और चिंताओं का होना भी सामान्य है। यहां हम इस विषय से जुडी तमाम जानकारियों को साझा कर रहे हैं। 

क्या एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस स्तनपान की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है?

विशेषज्ञों के मुताबिक एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylsoing Spondylitis) से पीडित ज्यादातर माताएं सफलातापूर्वक स्तनपान (breastfeed) करा सकती हैं। प्रमुख स्वास्थ्य संगठन एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस से पीडित माताओं को स्तनपान कराने की अनुशंसा भी करते हैं। इनमें अमेरिकन कॉलेज ऑफ रुमेटोलॉजी, एकेडमी ऑफ अमेरिकन पीडियाट्रिक्स और विश्व स्वास्थ्य संगठन शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि स्तनपान की प्रक्रिया से माता और शिशु दोनों के ही स्वास्थ्य लाभ जुडे हैं। स्तनपान अचानक शिशु मृत्यु सिंड्रोम (एसआईडीएस) का कम जोखिम कम करने के साथ बीमारी से सुरक्षा और स्तन और डिम्बग्रंथि के कैंसर का जोखिम कम कर सकता है। 


क्या एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस दूध की आपूर्ति को प्रभावित कर सकता है? 

विशेषज्ञों के मुताबिक इस बात के कोई प्रमाण नहीं हैं कि एंकिलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस से दूध की आपूर्ति प्रभावित होती है। विशेषज्ञों के मुताबिक कई बार स्तनपान कराने वाली माताएं शिशु द्वारा स्तन पकडने के दौरान होने वाले तनाव की वजह से स्तनपान कराते समय दर्द का अनुभव कर सकती हैं। दवा के जरिए इस समस्या को भी प्रबंधित किया जा सकता है। इसके अलावा एक स्तनपान सलाहकार  विभिन्न स्तनपान स्थितियों को आजमाने में सहायक साबित हो सकता है। 

मिथक के कारण पडती है स्तनपान में बाधा 

एंकिलोजिंग स्पॉडिलाइटिस से पीडित मां के लिए स्तनपान कितना है सुरक्षित
एंकिलोजिंग स्पॉडिलाइटिस से पीडित मां के लिए स्तनपान कितना है सुरक्षित
विशेषज्ञों के मुताबिक कई बार एंकिलोजिंग सपॉन्डिलाइटिस और स्तनपान को लेकर मिथक के कारण बच्चों को स्तनपान करना बंद कर दिया जाता है। वर्ष 2022 के एक अध्ययन के अनुसार, एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस वाले अधिकांश प्रसवोत्तर माता प्रसव के बाद स्तनपान कराने का प्रयास करते हैं। अध्ययन के अनुसार, इनमें से कुछ मामलों में, एंकिलोज़िंग स्पोंडिलिटिस के लिए चिकित्सा उपचार के कारण डॉक्टरों द्वारा स्तनपान अनावश्यक रूप से बंद कर दिया गया था। शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला है कि स्तनपान के दौरान दवाओं के बारे में माता-पिता की चिंताओं को दूर करने से संबंधित तरीके के बारे में OB-GYNs और बाल रोग विशेषज्ञों को अधिक प्रशि​क्षित करने की जरूरत है। इससे स्तनपान और एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के मिथक को दूर कर असमय स्तनपान को रोकने में मदद मिलेगी। 

एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाटिस की दवाओं के सेवन के साथ स्तनपान करना क्या सुरक्षित है? 

एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस से पीड़ित अधिकांश लोगों को रोग प्रबंधन के लिए दवाओं की जरूरत पडती है। इस बीमारी के इलाज के लिए आमतौर पर उपयोग किए जाने वाली दवाओं में नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडी), कोर्टिकोस्टेरोइड, टीएनएफ अवरोधक, जेएके अवरोधक, sulfasalazine, methotrexate, आईएल -17 अवरोधक, आईएल 12/23 अवरोधक आदि शामिल होते हैं। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के विशेषज्ञों के मुताबिक सामान्य तौर पर अधिकांश दवाएं स्तनपान के अनुकूल होती हैं। इनमें से कई की माता के दूध में मौजूदगी भी नहीं पाई गई है। कुछ दवाओं की मात्रा में दूध में इतनी कम होती है कि आमतौर पर उससे शिशु को किसी तरह की हानि नहीं होती है। 

क्या बायोलॉजिक्स लेने वाली माताएं बच्चों को स्तनपान करा सकती हैं?

एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के उपचार में आईएल -17 अवरोधक, टीएनएफ अवरोधक, आईएल 12/23 अवरोधक, जेएके अवरोधक आदि का प्रयोग किया जाता है। 2021 की समीक्षा के अनुसार, अधिकांश बायोलॉजिक्स की मात्रा स्तन के दूध में मौजूद नहीं होती हैं। वर्ष 2020 के अमेरिकन कॉलेज ऑफ रुमेटोलॉजी के दिशानिर्देश में यह जानकारी साझा की गई है कि स्तनपान के दौरान बायोलॉजिक्स, जैसे कि टीएनएफ-अल्फा इनहिबिटर और रीटक्सिमैब लेना सुरक्षित है।

बच्चों में एंकिलोजिंग स्पॉडिलाटिस को विकसित होने से रोकता है स्तनपान 

कुछ प्रारंभिक प्रमाण मिले हैं, जिनसे यह पता चलता है कि स्तनपान बच्चों को भविष्य में एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस विकसित होने से रोक सकता है। 2016 के एक अध्ययन में पाया गया कि स्तनपान कराने से एचएलए-बी27 जीन के साथ पैदा हुए बच्चों पर सुरक्षात्मक प्रभाव पड़ता है, यह मामला सीधा एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के विकास से जुड़ा हुआ है। इस अध्ययन में, इस जीन के साथ स्तनपान करने वाले शिशुओं में एंकिलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस होने की संभावना कम पाई गई है। शोधकर्ताओं का सुझाव है कि इसका संबंध उन तरीकों से हो सकता है, जिन तरीकों से स्तनपान सकारात्मक रूप से आंतों के माइक्रोबायोम को प्रभावित करता है क्योंकि यह पहले से ही ज्ञात है कि किसी व्यक्ति का माइक्रोबियल वातावरण HLA-B27 जीन की भूमिका को प्रभावित करता है।

क्या स्तनपान कराने से एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के लक्षण बिगडते हैं?

एंकिलोजिंग स्पॉडिलाइटिस से पीडित मां के लिए स्तनपान कितना है सुरक्षित
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वर्ष 2018 के एक अध्ययन में यह पाया गया है कि गर्भावस्था और बच्चे के जन्म के दौरान इंफ्लेमेशन का जोखिम सबसे अधिक रहता है। प्रसवोत्तर 6 सप्ताह की तुलना में दूसरी तिमाही के दौरान इंफ्लेमेशन की संभावना काफी अधिक पाई गई है। अधिकांश अध्ययन प्रतिभागी (81%) 6 सप्ताह में स्तनपान कर रहे थे।

एंकिलोज़िंग स्पोंडिलिटिस के साथ स्तनपान कराने के लिए सबसे अच्छी स्थिति कौन सी हैं?

एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस का अनुभव हर किसी को अलग-अलग तरीके से होता है, इसलिए स्तनपान कराने की कोई खास स्थिति नहीं है। हालांकि, जो अपनी पीठ पर दबाव कम करना चाहते हैं, लेटकर या आराम से स्तनपान कराने की कोशिश कर सकते हैं। अपने बच्चे को स्तनपान के दौरान तकिया साथ सपोर्ट करने से बच्चों को लंबे समय तक होल्ड करने से पीठ के तनाव को काफी हदतक कम किया जा सकता है। 
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