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 हार्मोन्स में गडबडी है तो महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का ज्यादा खतरा

इन वजहों से तेजी से महिलाओं में फैल रहा है ब्रेस्ट कैंसर

नई दिल्ली।टीम डिजिटल : अगर हार्मोन्स में गडबडी है, तो ब्रेस्ट कैंसर (breast cancer) के प्रति अभी से ही सावधानी बरतने की जरूरत है।महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में तेजी से फैल रहा है और यह विशेषज्ञों के चिंता की वजह साबित हो रहा है। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर इतनी तेजी से क्यों बढ रहा है, इसके पीछे कुछ खास कारण जिम्मेदार हैं। इन कारणों को जानकर इसका निवारण करने की जरूरत है, ताकि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम किया जा सके।

मशहूर टेनिस प्लेयर मार्टिना नवरातिलोवा को भी हुआ ब्रेस्ट कैंसर 

मशहूर टेनिस प्लेयर मार्टिना नवरातिलोवा को अभी हाल में ही गले और ब्रेस्ट में कैंसर होने का पता चला है। इस खुलासे के बाद इस बात को लेकर बहस तेज हो गई है कि आखिर महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर इतनी तेजी से क्यों बढ रहा है। यहां बता दें कि पिछले 20 वर्षों में सभी तरह के कैंसरों को ब्रेस्ट कैंसर ने पीछे छोड दिया है और इसके मामले सबसे अधिक सामने आ रहे हैं। 

इसलिए बढ़ रहे हैं ब्रेस्ट कैंसर के मामले 

 हार्मोन्स में गडबडी है तो महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का ज्यादा खतरा
हार्मोन्स में गडबडी है तो महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का ज्यादा खतरा
विशेषज्ञों का मानना है कि दुनियाभर में ब्रेस्ट कैंसर के मामलों में तेजी का सबसे प्रमुख कारण है, खराब जीवनशैली। विशेषज्ञों के मुताबिक पहले के मुताबिक महिलाएं पहले के मुकाबले कम एक्टिव हो गई हैं। इसके अलावा इस कैंसर के तेजी से फैलने की बडी वजह हार्मोन्स में गडबडी होना है। महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन के ज्यादा बनने की वजह से ब्रेस्ट कैंसर के मामले बढने लगे हैं। तीसरा प्रमुख वजह है खराब आहार, जिससे हार्मोनल इंबैलेंस होती है। 

ऐसे करें ब्रेस्ट कैंसर की पहचान 

ब्रेस्ट कैंसर का सबसे पहला लक्षण है गांठ और फिर बाद में इसका लंप में तब्दील हो जाना। विशेषज्ञों के मुताबिक 30 वर्ष से अधिक उम्र वाली महिलाओं को अक्सर जांच करते रहना चाहिए कि उनके ब्रेस्ट एरिया में किसी तरह की गांठ तो नहीं उभर रही है। लंप में चाहे दर्द हो या न हो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। निपल से खून निकलना या त्वचा में भारीपन महसूस होना भी कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। 

टेनिस प्लेयर का कैसे हो रहा है उपचार  

 हार्मोन्स में गडबडी है तो महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का ज्यादा खतरा
हार्मोन्स में गडबडी है तो महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का ज्यादा खतरा
विशेषज्ञों के मुताबिक मार्टिना नवरातिलोवा को गले में दर्द हुआ था। जांच में ह्यूमन पैपिलोमा वायरस यानी एचपीवी वायरस होने का पता चला। यह वायरस कैंसर कारक होता है। हालांकि, इससे बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध है। सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन इस वायरस से बचाव करती है। विशेषज्ञों के मुताबिक ब्रेस्ट कैंसर का उपचार पूरी तरह संभव है। इसके लिए कैंसर का समय रहते पता लगाया जाना जरूरी है। ब्रेस्ट कैंसर का उपचार उसकी स्टेज पर निर्भर करता है। भारत में महिलाएं स्क्रीनिंग करवाने में काफी देर कर देती हैं। इसलिए उनके उपचार की जटिलताएं बढ जाती है। 

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