Friday, March 29, 2024
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पाचन की समस्या ही नहीं मधुमेह को भी नियंत्रित करत है ईसबगोल

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सेहत के लिए काफी लाभदायक है ईसबगोल 

नई दिल्ली। टीम डिजिटल :
 
ईसबगोल के बारे में (Benefits of Isabgol in hindi) ज्यादातर लोग यही जानते हैं ​कि यह कब्ज को दूर करने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि ईसबगोल का उपयोग (use of isabgol) मधुमेह को​ नियंत्रित करने में भी किया जा सकता है। ईसबगोल सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। 
 

ईसबगोल में होेता है फाइबर करता है कब्ज दूर 

इस में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। इसके सेवन से पाचन तंत्र को दुरूस्त रखने में मदद मिलती है। शरीर में ज्यादातर समस्याओं के पीछे कब्ज जिम्मेदार है। ईसबगोल के सेवन से पेट की समस्या से राहत मिलती है।  
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क्या होता है ईसबगोल 

यह प्लांटागो ओवाटा नामक पौधे का बीज होता है। यह पौधा देखने में बिल्कुल गेंहूं की तरह लगता है। जिसमें छोटी छोटी बालिया लगी होती है। इस पौधे की डालियों लगे बीज के ऊपर सफ़ेद रंग का पदार्थ चिपका हुआ होता है। यही ईसबगोल की भूसी (Psyllium husk) कहा जाता है। भारत समेत विश्व के अन्य कई देशों में ईसबगोल की खेती की जाती है। भारत अपने कई पडोसी देशों में ईसबगोल का निर्यात करता है। ईसबगोल के फायदों (Benefits of Isabgol in hindi) और मांग को देखते हुए इन दिनों बाजार में इसकी कीमत पहले के मुकाबले बढ गई है। 
 

जिलेटिन से भरपूर है ईसबगोल 

इसमें जिलेटिन की मात्रा होती है। यह शरीर में ग्लूकोज के विघटन और अवशोषण की प्रक्रिया को धीमी कर देती है। यही कारण है कि यह डायबिटीज या मधुमेह को नियंत्रित करने में फायदेमंद माना जाता है। कई शोधों में इस बात की पुष्टि भी हो चुकी है कि फाइबर वाले डाईट को भोजन में शामिल करने से इंसुलिन और ब्लड शुगर का स्तर कम करने में मदद मिलती है।
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मोटापा घटाने में भी करता है मदद 

इन दिनों हर तीसरे व्यक्ति को मोटापे की समस्या है। लोग मोटापे से राहत पाने के लिए कई चीजों को आजमाते हैं। वहीं कुछ ऐसे प्राकृतिक तरीके भी हैं, जिनकी सहायता से वजन कम किया जा सकता है। कई मामलों में यह पाया गया है कि पेट साफ नहीं होने की वजह से भी मोटापा बढने लगता है। जबकि, ईसबगोल पेट को बेहतर तरीके से  साफ करने में सक्षम है। ईसबगोल का एक फायदा यह भी है कि इसे खाने से देर तह पेट भरा हुआ महसूस होता है। ईबगोल की मदद से ओवर इटिंग की आदत को नियंत्रित किया जा सकता है।       
 

अल्सरेटिव कोलाइटिस वाले भी ले सकते हैं इसबगोल  

आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सकों के मुताबिक फाइबर की मात्रा होने के बावजूद ईसगोल को अल्सरेटिव कोलाइटिस वाले मरीज भी ले सकते हैं। यह वात और पित्त को संतुलित करने के साथ ही अपने गुणों के कारण आंत के सूजन को भी कम करने में मददगार है। ईसबगोल शरीर में रफेज़ या फाइबर की कमी को भी दूर करने का बेहतर स्रोत है। इसके अलावा यह शरीर में मौजूद अतिरिक्त पानी का इस्तेमाल कब्ज़ हटाने में करता है। 
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ईसबगोल खाने के तरीके 

1-2 चम्मच इसबगोल की भूसी का पाउडर लें।
1 गिलास गुनगुने पानी में इसे मिलाएं।
इसे रात को सोने से पहले लेना बेहतर होता है। 
 

दिल के स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर है ईसबगोल 

ईसबगोल को दिल के स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर माना गया है। इसके इस्तेमाल से हृदय रोगों का जोखिम कम होता है। विभिन्न शोध में यह पाय गया है कि ईसबगोल का सेवन करने से सीरम कोलेस्ट्रोल नियंत्रित किया जा सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक सीरम कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढने से हृदय रोग का जोखिम कम हो सकता है। 
 
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

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Avinash Jha
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अविनाश झा एक Ankylosing Spondylitis warrior हैं और पिछले 10 वर्षों से एएस का सामना कर रहे हैं। पेशे से अकाउंट मैनेजर हैं। अविनाश पिछले 4 वर्षों से एएस वॉलेंटियर के तौर पर कार्य कर रहे हैं।
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