Tuesday, December 3, 2024
HomeLatest ResearchKidney Transplant : ब्रेन डेड मरीज में लगाई सुअर की किडनी, नतीजा...

Kidney Transplant : ब्रेन डेड मरीज में लगाई सुअर की किडनी, नतीजा देख चौंके विशेषज्ञ

Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now

Kidney Transplant : न्यूयॉर्क में सर्जनों की टीम ने किया प्रयोग

नई दिल्ली।टीम डिजिटल :  Kidney Transplant : ब्रेन डेड मरीज में लगाई सुअर की किडनी, नतीजा देख चौंके विशेषज्ञ-  डॉक्टरों ने ब्रेन डेड मरीज में सुअर की किडनी प्रत्यारोपित (Pig kidney transplanted in brain dead patient) कर एक प्रयोग किया लेकिन जब नतीजा सामने आया तो डॉक्टरों की टीम हैरान रह गई। यह प्रयोग न्यूयॉर्क के सर्जनों की एक टीम ने किया है।

मानव शरीर में किया सुअर की किडनी प्रत्यारोपित

न्यूयॉर्क में सर्जनों की टीम ने 14 जुलाई, 2023 को मानव शरीर में सुअर की किडनी प्रत्यारोपित (pig kidney transplant) किया। यह प्रत्यारोपण एक ब्रेन डेड हो चुके मरीज में किया गया। इस नए प्रयोग के नतीजे चौंकाने वाले साबित हुए, जब डॉक्टरों ने पाया कि एक महीने से अधिक समय तक मानव शरीर में सुअर की किडनी सामान्य रूप से काम करती हुई पाई गई।

न्यूयॉर्क में एनवाईयू लैंगोन हेल्थ के शोधकर्ताओं के मुताबिक, 50 साल के एक व्यक्ति की किडनी में गंभीर चोट थी और वह अपनी बीमारी के अंतिम चरण का सामना कर रहा था। डॉक्टरों ने देखा कि किडनी ट्रांसप्लांट (kidney transplant) के तत्काल बाद उसके अंगों ने मूत्र का उत्पादन किया। संवाददाताओं से बातचीत में यह बताया गया है कि ट्रांसप्लांट किए हुए एक महीने से भी ज्यादा समय बीत चुका है और किडनी अब भी सही तरीके से काम कर रही है।

यूएस में 40 मिलियन से अधिक लोगों को है सीकेडी

Kidney Transplant : ब्रेन डेड मरीज में लगाई सुअर की किडनी, नतीजा देख चौंके विशेषज्ञ
Kidney Transplant : ब्रेन डेड मरीज में लगाई सुअर की किडनी, नतीजा देख चौंके विशेषज्ञ | Photo : freepik

ताजा किडनी ट्रांसप्लांट (kidney transplant) वैज्ञानिकों के लिए नई सफलता है, जो मानव अंगों की कमी को दूर करने के लिए लगातार अंगों के विकल्प की तलाश में जुटे हुए हैं। नेशनल किडनी फाउंडेशन के मुताबिक, अमेरिका में करीब 40 मिलियन लोग क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) से पीडित है। आर्गेन ट्रांसप्लांट के इंतजार में प्रतिदिन 17 लोगों की मौत हो जाती है।

Also Read : Delhi Aiims News : महिला की सहमति के बिना डॉक्टर ने अंडाणु किया इस्तेमाल, चेतावनी देकर छोडा

प्रायोगिक प्रक्रिया है जेनोट्रांसप्लांट

मेडिकल सेंटर के एक बयान के मुताबिक, जेनोट्रांसप्लांट (xenotransplant) एक प्रायोगिक प्रक्रिया (experimental procedure) है। “जीवन के लिए घातक बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए अंगों के विकल्प की आपूर्ति संभावित रूप से उपयोग करने की दिशा में इसे एक और बडा कदम बताया गया है। मरीज के शरीर में प्रत्यारोपित अंग को और अधिक स्वीकार्य बनाने के लिए सुअर के अंग को जेनेटिकली संशोधित किया गया।

विशेषज्ञों को दिखी है उम्मीद की किरण

NYU टीम का नेतृत्व करने वाले रॉबर्ट मॉन्टगोमरी के मुताबिक इस प्रयोग से ऐसा लगता है कि मानव किडनी जिन कार्यों को बखूबी करती है, सुअर की किडनी भी सभी महत्वपूर्ण कार्य को करने में सक्षम साबित हो सकती है। लैंगोन के सर्जरी विभाग के अध्यक्ष और ट्रांसप्लांट इंस्टीट्यूट के निदेशक मोंटगोमरी के मुताबिक, अगर प्रत्यारोपित अंग दो महीने तक कार्य करता है, तो यह उस प्रत्यारोपण की बराबरी होगी, जब बंदरों में सबसे तुलनीय ज़ेनोट्रांसप्लांट विफल हो गए थे।

मोंटगोमरी के मुताबिक “यह बेहद जटिल प्रक्रिया है लेकिन हमें यह भी सोचना होगा कि आर्गेन नहीं मिलने की वजह से मर रहे हैं। मोंटगोमरी के अनुसार यह प्रयोग जीवित इंसान के साथ प्रयोग के रास्तों को खोल सकता है।

Kidney Transplant : ब्रेन डेड मरीज में लगाई सुअर की किडनी, नतीजा देख चौंके विशेषज्ञ

[table “9” not found /]
[table “5” not found /]

नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

caasindia.in सामुदायिक स्वास्थ्य को समर्पित हेल्थ न्यूज की वेबसाइट

Read : Latest Health News|Breaking News|Autoimmune Disease News|Latest Research | on https://www.caasindia.in|caas india is a multilingual website. You can read news in your preferred language. Change of language is available at Main Menu Bar (At top of website).
Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now
Caas India Web Team
Caas India Web Teamhttps://caasindia.in
Welcome to caasindia.in, your go-to destination for the latest ankylosing spondylitis news in hindi, other health news, articles, health tips, lifestyle tips and lateset research in the health sector.
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest Article