लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (Lady Hardinge Medical College) में फिलहाल दो डायलिसिस मशीन उपलब्ध
Lady Harding Hospital News : एलएचएमसी अस्पताल (LHMC) में कई वर्षों के इंतजार के बाद आखिरकार किडनी डायलिसिस की सुविधा (kidney dialysis facility) शुरू हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत संचालित होने वाले लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (Lady Hardinge Medical College) के सुचेता कृपलानी अस्पताल में किडनी डायलिसिस की तमाम सुविधाओं (Kidney dialysis facilities at Sucheta Kripalani Hospital) वाले डायलिसिस यूनिट का शुभारंभ किया गया।
पहली बार 60 वर्षीय बुजुर्ग की हुई डायलिसिस
बृहस्पतिवार को पहली बार अस्पताल (LHMC) में एक साठ वर्षीय बुजुर्ग मरीज की डायलिसिस सफलतापूर्वक की गई। अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर सुभाष गिरी (Medical Director Dr. Subhash Giri) ने बताया कि अभी फौरी तौर पर दो डायलिसिस मशीनों को इंस्टॉल किया गया है। अस्पताल में इस सुविधा के शुरू होने से बाहर से आने वाले मरीजों को इसका विशेष लाभ मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि जो भी मरीज अन्य अस्पतालों से रेफर होकर यहां पर आएंगे उन्हें भर्ती कर के इस सुविधा का लाभ प्रदान किया जाएगा।
LHMC में अभी तक नहीं है नेफ्रोलॉजी विभाग
हालांकि, वर्तमान समय में इस अस्पताल में अभी तक नेफ्रोलॉजी विभाग शुरू नहीं किया जा सका है। इसलिए मेडिसिन विभाग के अंतर्गत एक यूनिट बनाकर डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है। जानकारी के मुताबिक अस्पताल में वर्ष 1995 में ही डायलिसिस के सभी जरूरी उपकरणों की व्यवस्था कर दी गई थी। यूनिट को चलाने के लिए स्टाफ की नियुक्ति की गई थी लेकिन किन्ही कारणों से नेफ्रोलॉजी विभाग को शुरू नहीं किया जा सका।
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वर्ष 1995 में ही अस्पताल (LHMC) में डायलिसिस की एक मशीन को इंस्टॉल कर दिया गया था लेकिन तकनीकी कारणों से इस मशीन का उपयोग नहीं किया जा सका। मशीन उपयोग में न रहने की वजह से धीरे-धीरे तकनीकी खामियों का शिकार हो गया। अस्पताल में आने वाले डायलिसिस मरीजों को इसके लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल (RML Hospital) में रेफर किया जा रहा था।
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सिर्फ आईसीयू में भर्ती होने वाले मरीजों को सीआरआरटी (Continuous Renal Replacement Therapy) की सुविधा प्रदान की जाती थी l अस्पताल के डायरेक्टर डॉ सुभाष गिरी के मुताबिक किडनी की गंभीर समस्या से जूझते मरीजों की डायलिसिस करने के लिए अत्यधिक स्वच्छ पानी की जरूरत होती है। इसीलिए अस्पताल ने अब स्वच्छ और संक्रमणमुक्त जल का कनेक्शन कराया है।
शीध्र शुरू किए जाएंगे अन्य कई विभाग
अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी एवं एंडॉक्रिनलॉजी जैसे सुपर स्पेशलिटी विभाग जल्द ही शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। इस योजना पर जल्दी ही कार्य शुरू हो सकता है। निदेशक डॉक्टर सुभाष गिरी ने कहा कि आपातकालीन ब्लॉक के दूसरे तल पर डायलिसिस यूनिट बनाई गई है। वर्तमान में अस्पताल में नेफ्रोलॉजी के डॉक्टर विशेषज्ञ उपलब्ध होने के चलते डायलिसिस यूनिट में लगी दोनों मशीनों को तत्काल प्रभाव से शुरू कर दिया गया है।